इंडियन सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर (आइस्पैल इंडिया) के 93वें साहित्यिक सत्संग में डाॅ सयान डे, पोस्टडाॅक्टरल फैलो, विट्स सेंटर फाॅर डायवर्सिटी स्ट्डीज, यूनिवर्सिटी आॅफ विट्वाटर्सरांड, जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका ने अहम वक्ता के रूप में रूचिपूर्ण विषय “इको-कांसियसनेस: अ लिटरेरी वेंचर” पर विशिष्ट चर्चा की।
आइस्पैल इंडिया में इको-कांसियसनेस पर विशिष्ट चर्चा का आयोजन
डाॅ प्रीति चौधरी, प्रेसिडेंट,आइस्पैल राजस्थान फोरम और असिंटटेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान ने विशेष रूप से इस कार्यक्रम को संयोजित किया।
श्री शैलेश मिश्रा, असिंटटेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, गवर्नमेंट चंदूलाल चंद्राकर आर्ट्स एंड साइंस कालेज, पाटन, दुर्ग, छत्तीसगढ़ ने कार्यक्रम को दक्षता से संचालित किया।
डाॅ मृणाल श्रीवास्तव, प्रोफेसर और हैड, अंग्रेजी विभाग, अवधेश प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी, रेवा, मध्यप्रदेश ने चेयर पर्सन की अहम भुमिका निभाई।
डाॅ अशोक सचदेवा, वाइस प्रेसिडेंट, आइस्पैल इंडिया ने सर्टिफिकेट देकर डाॅ सयान, डाॅ मृणाल और श्री शैलेश को सम्मानित किया।
तत्पश्चात् डाॅ प्रीति ने सभी प्रबुद्ध श्रोतागणों के प्रति तहेदिल से सादर आभार व्यक्त किया। इस साहित्यिक सत्संग को ऑनलाइन जूम प्लेटफार्म प्रोफेसर जी ए घनश्याम, फाउंडर और जनरल सेक्रेटरी, आइस्पैल इंडिया के दिशा निर्देशन में एवं श्री प्रमोद ढींगले, आइटी कोर्डिनेटर, आइस्पैल इंडिया के विशेष सहयोग से सम्पन्न किया गया।
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