बीकानेर। बीकानेर बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ का पदोन्नति के बाद पदस्थापन आईजी बीएसएफ ग्वालियर में टेकनपुर ट्रेनिंग सेंटर के ऑफिसर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में हुआ है। एक विशेष बातचीत में राठौर ने बताया कि वे आगामी दो-चार दिन में अपने नए पद पर ज्वाइन करेंगे। इस दौरान बातचीत में उन्होंने कहा कि उनका बीकानेर कार्यकाल स्वयं में यादगार रहा है।उनके 36 साल के इस अब तक के करियर में बीकानेर में उन्होंने सांचू में इंटरनेशनल लेवल पर कार्य करने को उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में एक हिस्टोरिकल बॉर्डर है जहां 1965 और 1971 के युद्ध लड़े गए। अब यहां पर म्यूजियम बनने के साथ ही टूरिज्म को भी बढ़ावा मिला है ।उन्होंने खाजूवाला में रिट्रीट परेड सेरेमनी को अपने कार्यकाल की उपलब्धि बताते हुए माना कि शीघ्र ही अटारी की तरह यहां पर भी लोग परेड देखने आएंगे। भारत सरकार की वाइब्रेट विलेज के तहत उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर विभिन्न गांव बीएसएफ द्वारा अडॉप्ट किए गए इसके साथ ही बीएसएफ ने पेड़ लगाने भारत में सहित अन्य बहुत से कार्य किए हैं जिससे आम जनता से बीएसएफ का जुड़ाव बड़ा है। उन्होंने कहा कि कोविड कल में बीएसएफ का हॉस्पिटल आमजन के लिए खोलना भी लोगों के लिए सुखदायक रहा तथा इससे आमजन का बीएसएफ से जुड़ाव बड़ा है। गोल्फ कोर्स की स्थापना से बीकानेर वासी न केवल इस गेम से जुड़े हैं बल्कि यह बीकानेर के लिए एक उपलब्धि रहा है। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले नव पद स्थापित डीआईजी अजय लूथरा इस परिपाटी को यूं ही आगे बढ़ते रहेंगे। उन्होंने माना कि लूथरा एक बहुत सकारात्मक सोच के व्यक्तित्व है तथा बीएसएफ का आमजन से जुड़ाव इसी प्रकार बना रहेगा। बीकानेर की जनता को दिए संदेश में उन्होंने कहा कि एक स्पोर्ट्स पर्सन और एक बीएसएफ के अधिकारी के रूप में उनका आने वाली युवा पीढ़ी को यही कहना है कि कभी हार ना माने और जीवन में संतुलन स्थापित करना सीखें।
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