*आतंकवादी की टांग तोड़ने वाले IPS बनें पुलिस के मुखिया:जयपुर बम ब्लास्ट की साजिश की थी नाकाम,उमेश मिश्रा ने संभाला पुलिस महानिदेशक का कार्यभार*
REPORT BY SAHIL PATHAN
जयपुर, 3 नवंबर । भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 1989 बैच के वरिष्ठ अधिकारी उमेश मिश्रा ने गुरुवार अपरान्ह पुलिस मुख्यालय में निवर्तमान पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर से कार्यभार ग्रहण किया। इससे पहले पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर उन्हे आरएसी की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कार्यभार ग्रहण करने के उपरान्त उन्होंने पुलिस मुख्यालय में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की परिचयात्मक बैठक ली।
उमेश मिश्रा अगस्त 2021 से डीजी इंटेलिजेंस के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने जयपुर शहर के रामगंज सर्किल में आईपीएस प्रोबेशन पूरा किया। इसके बाद चूरू, भरतपुर, पाली, कोटा शहर में पुलिस अधीक्षक व आईबी नई दिल्ली में असिस्टेंट डायरेक्टर व डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत रहे हैं। डीआईजी के रूप में एसीबी तथा आईजी के पद पर एसीबी, एटीएस, भरतपुर रेंज, विजिलेंस व जोधपुर रेंज रहे। एसीबी एसडीआरएफ सिविल राइट एटीएस एवं एसओजी तथा इंटेलिजेंस में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस का पदभार संभाला। उन्हें वर्ष 2007 में पुलिस मेडल और वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा सहित वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारियों एवं मौजूद अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनकी अगवानी की। गार्ड ऑफ आनर के निरीक्षण के बाद डीजीपी कार्यालय में जाकर विधिवत रूप से लाठर से महानिदेशक पुलिस का कार्यभार संभाला।
*संगठित अपराधियों पर होगी सख्त कार्यवाही*
पुलिस महानिदेशक मिश्रा ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पुलिस प्राथमिकताओं के अनुरूप कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग के लोगों के प्रति अत्याचार व अपराध को रोकना हमारी विशेष प्राथमिकता हैं। संगठित-पेशेवर अपराधियों पर नकेल कसने के साथ ही आर्थिक अपराधों पर हमारी नजर रहेगी। ऐसे अपराधियों को चिन्हित करके उनके विरुद्ध सख्त विधिक कार्रवाई की जायेगी।
मिश्रा ने कहा कि पुलिस थानों की कार्यप्रणाली को सरल एवं सुगम बनाने पर भी ध्यान दिया जायेगा। पीड़ित अगर फरियाद लेकर थाने पर जाए तो उसके साथ सद्भाव से व्यवहार के साथ ही उसकी बात सुनकर और उसके साथ घटित घटना पर तुरंत कार्यवाही आवश्यक है। पारदर्शी व निष्पक्ष पुलिस जांच हम सुनिश्चित करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशन की कार्य प्रणाली सुधर गई तो पूरे स्टेट का पुलिसिंग सुधर जायेगी। पीड़ित को यह विश्वास होना चाहिए कि उनके मामले में निष्पक्ष व त्वरित जांच हुई है।
डीजीपी मिश्रा ने बताया कि महिलाओं के विरुद्ध अत्याचार मामलों में पूर्व डीजीपी के कार्यकाल में अच्छा कार्य किया गया है। तफ्तीश का समय कम हुआ है व डिस्पोजल रेट बहुत अच्छा है। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। कानून व्यवस्था सुधारने के लिए इंटेलिजेंस को मजबूत करेंगे। पुलिस स्टेशन में इंटेलिजेंट के सिस्टम को ओर अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
उन्होंने पुलिसकर्मियों के कल्याणकारी गतिविधियों पर मंथन करने, ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर क्राइम की घटनाओं पर क्षमता संवर्द्धन पर ध्यान देकर उसमें और ज्यादा सुधार लाने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्य के बदमाशों को चिन्हित कर पड़ौसी राज्यो से बेहतर समन्वय बनाये रखने पर भी ध्यान दिया जायेगा।
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