जयपुर, 22 मार्च। नई दिल्ली में मंगलवार को आरटीडीसी चेयरमैन श्री धर्मेंद्र राठौड़ ने रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी कृष्ण रेड्डी, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री वी. के. त्रिपाठी और श्री नरेश सालेचा (IARS)वरिष्ठ सदस्य (फाइनेंस) रेलवे बोर्ड से मुलाकात की। बैठक के बाद श्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान के ’मावली- मारवाड़ मीटर गेट सेक्शन’ पर कामलीघाट से फूलाद के बीच पर्यटन हेतु सफारी ट्रेन चलाने के संदर्भ में एवं राजस्थान पर्यटन विकास निगम की ऎसी परिसंपत्तियों जो भारत सरकार के नाम दर्ज है उनको राजस्थान पर्यटन विकास निगम के नाम दर्ज कराने जैसे अति महत्वपूर्ण विषयों पर वार्ता हुई है।
श्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आज कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए जिनमें पैलेस ऑन व्हील्स को जल्दी ही फिर से शुरू करना,जयपुर में अंतरराष्ट्रीय म्यूजियम, उदयपुर में ट्राइबल म्यूजियम, पुराने विधानसभा भवन में राजस्थान का वैभव दिखाने के फैसले अहम है।
राजस्थान में पर्यटन को नई दिशा देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला की अध्यक्षता में उनके चैम्बर में बैठक आयोजित हुई जिसमें स्पीकर श्री बिरला ने कहा कि हाल ही में बिहार यात्रा के दौरान उन्होंने पटना में बने म्यूजियम को देखा था, जिसमें कलिंग, मगध तथा अशोक कालीन संपदाओं को बेहद सहेज कर रखा गया है, यह सब चीजें उस समय के गौरव को दर्शाती हैं।
राजस्थान का इतिहास भी अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है। इसके बारे में भी अधिक से अधिक लोग जानें, इसके लिए जयपुर में भी अन्तरराष्ट्रीय स्तर का म्यूजियम बनवाने का प्रस्ताव राज्य सरकार तैयार कर केंद्र सरकार को भेजे। इसी तरह उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर आदि क्षेत्रों में हमें समृद्ध आदिवासी संस्कृति देखने को मिलती है,आदिवासियों की परम्पराओं, उनकी वेशभूषा, उनके जीवन से जुड़ी चीजों के बारे में भी पर्यटकों की रूचि रहती है इनको भी दुनिया में पहचान दिलाने के लिए उदयपुर में ट्राइबल म्यूजियम बनाया जाने की आवश्यकता है।
बैठक में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी तथा संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार राजस्थान में पर्यटन के विकास के लिए राज्य सरकार से जो भी प्रस्ताव आएंगे उन्हें केंद्र सरकार प्राथमिकता से स्वीकृत करने का प्रयास करेगी।
जैसलमेर में बनेगा स्पेशल ट्यूरिज्म जोन-
बैठक में जैसलमेर में डेजर्ट ट्यूरिज्म को प्रोत्साहन देने तथा स्पेशल ट्यूरिज्म जोन स्थापित करने, बेणेश्वर धाम में पेनोरामा विकसित करने तथा मानगढ़ स्थित गोविंद गुरू धाम को भी पर्यटन के नक्शे पर लाने तथा मॉन्यूमेंट मित्र योजना के तहत प्रदेश के स्मारकों के संरक्षण को लेकर चर्चा हुई। स्पीकर बिरला ने कहा कि राजस्थान के किले और शेखावटी की हवेलियों की मार्केटिंग करने की और बेहतर तरीके से मार्केटिंग करने पर भी फोकस किया जाना चाहिए।
बूंदी बनेगा बावड़ियों का शहर-
श्री राठौड़ ने कहा कि बैठक में हाड़ौती में भी पर्यटन को विकसित करने पर चर्चा हुई। इसके तहत राज्य सरकार जल्द केंद्र सरकार को बूंदी को बावड़ियों के शहर के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भेजेगी। इसके अलावा झालावाड़ में कौल्वी की गुफाओं को बुद्धिस्ट सर्किट से जोड़ने तथा बारां के रामगढ़ क्रेटर को भी अन्तरराष्ट्रीय पटल पर लाने की योजना पर भी काम किया जाएगा।
सितंबर से चलेगी पैलेस ऑन व्हील-
श्री धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि लोक सभा अध्यक्ष श्री बिरला ने आश्वस्त किया है कि वे इस बारे में रेल मंत्री से बात करेंगे ताकि इस ट्रेन का संचालन सितंबर से ही प्रारंभ हो सके। इसके अलावा मारवाड़ जंक्शन से कामली घाट के बीच हेरीटेज रेल नेटवर्क विकसित करने में भी केंद्र सहयोग करेगा। श्री राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बजट में टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया है उसके बाद राजस्थान मे ट्यूरिज्म की गतिविधियां काफी बढ़ गई है।
मेलों को मिलेगी नई पहचान-
श्री राठौड ने बताया कि पुष्कर फेस्टीवल, बूंदी फेस्टीवल तथा कोटा के दशहरा मेले को नई पहचान दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करेंगे। बैठक में स्पीकर श्री बिरला ने कहा कि राजस्थान के मेलों के प्रति भी पर्यटकों में आकर्षण है। इन मेलों की सोशल मीडिया के माध्यम से ब्रेंडिंग और मार्केटिंग के लिए विशेषज्ञ एजेसियों का सहयोग लिए जाने की जरूरत है।
बैठक में श्री अरविंद सिंह (सेक्रेटरी टूरिज्म), श्री गोविंद मोहन (सेक्रेटरी कल्चर) श्री राजीव दत्ता (ओएसडी लोकसभा अध्यक्ष) श्री सिद्धार्थ महाजन (सचिव लोकसभा अध्यक्ष) , श्रीमती किरण सोनी गुप्ता (डायरेक्टर वेस्ट जोन कल्चर सेंट्रल), श्रीमती गायत्री राठौड़ (प्रिंसिपल सेक्रेट्री टूरिज्म डिपार्टमेंट राजस्थान), श्री निशांत जैन (डायरेक्टर टूरिज्म राजस्थान), श्रीमती मनीषा अरोड़ा (एमडी आरटीडीसी) श्री मनीष कुमार फौजदार (निजी सचिव चेयरमैन आरटीडीसी) मौजूद रहे।
Add Comment