REPORT BY SAHIL PATHAN
आर्मेनिया ने भारत से पिनाका का कौन सा वेरिएंट खरीदा, अजरबैजान को क्यों डरना चाहिए?
भारत ने आर्मेनिया को पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की डिलीवरी शुरू कर दी है। इसे ईरान के रास्ते आर्मेनिया भेजा गया है। आर्मेनिया को पिनाका की सप्लाई पर अजरबैजान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने आधिकारिक विरोध दर्ज कराया है। अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव इसे पहले ही गैरदोस्ताना कदम बता चुके हैं।
हाइलाइट्स
- आर्मेनिया को पिनाका की सप्लाई पर भड़का अजरबैजान
- अजरबैजान के एनएसए ने भारत के सामने जताया विरोध
- भारत ने आर्मेनिया को भेजी है पिनाका की पहली खेप
बाकू: भारत ने आर्मेनिया को पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की डिलीवरी शुरू कर दी है। पिनाका की पहली खेप को ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह के जरिए आर्मेनिया भेजा गया है। भारत के आर्मेनिया को पिनाका की सप्लाई पर अजरबैजान के होश उड़े हुए हैं। अजरबैजानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भारत के राजदूत से मिलकर आधिकारिक विरोध दर्ज कराया है। अजरबैजान ने कहा है कि यह भारत के गुटनिरपेक्षता वाली विदेश नीति के उलट फैसला है। इससे पहले अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने आर्मेनिया को भारत के आर्मेनिया को हथियारों की आपूर्ति को गैरदोस्ताना कदम कहा था। यह वही अजरबैजान है, जो कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करता है।
भारत के पिनाका से इतना परेशान क्यों है अजरबैजान
अजरबैजान की बेचैनी को देखते हुए सवाल उठता है कि वह इतना बेचैन क्यों है। अजरबैजान अपने कट्टर प्रतिद्वंदी आर्मेनिया से सैन्य शक्ति के मामले में काफी ताकतवर है। उसके पास तुर्की और इजरायल के कई अडवांस वेपन सिस्टम हैं। इसके अलावा अजरबैजान ने खुद के कई हथियार विकसित किए हैं। इतना सब होने के बावजूद भारत के पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर ने अजरबैजान की नींद उड़ाई हुई है। इसका प्रमुख कारण है पिनाका की जबरदस्त मारक क्षमता। पिनाका का एक रॉकेट लॉन्चर 60 मीटर के एरिया में सबकुछ बर्बाद कर सकता है। यह अजरबैजान के मिलिट्री बेस, आर्मर कॉलम और रडार स्टेशन को पलक झपकते मिट्टी में मिला देगा।
आर्मेनिया ने पिनाका का कौन सा वेरिएंट खरीदा है
आर्मेनिया ने भारत से पिनाका के वर्तमान में मौजूद तीन वेरिएंट्स को खरीदा है। इनमें पिनाका मार्क वन, पिनाका इनहांस रेंज और पिनाका गाइडेड वर्जन शामिल हैं। इस बात की पुष्टि सोलर इंडस्ट्रीज के चेयरमैन सत्यनारायण नुवाल ने की थी। उन्होंने 9 महीने पहले ही बता दिया था कि आर्मेनिया ने पिनाका के तीनों वेरिएंट को खरीदा है। एग्रीमेंट के वक्त तय हुआ था कि भारत पिनाका के ऑर्डर को अगले दो साल में पूरा कर देगा। पिनाका इनहांस रेंज, पिनाका मार्क वन का ही विकसित रूप है। इन तीनों वेरिएंट्स के जरिए आर्मेनिया की सेना अजरबैजान पर भारी पड़ सकती है।
पिनाका मार्क वन की ताकत जानें
पिनाका मार्क 1 इस रॉकेट सिस्टम का पहला वेरिएंट है। इसकी रेंज 37 किलोमीटर से लेकर 40 किलोमीटर के बीच है। यह रॉकेट सिस्टम बनने के बाद 10 साल तक सर्विस में शामिल रह सकता है। पिनाका वन की प्रति यूनिट कीमत 430 करोड़ रुपये है। इसे पहली बार 1994 में बनाया गया था, हालांकि बाद में इस वेरिएंट में काफी अपग्रेडेशन किए गए हैं। इसके रॉकेट में हाई एक्सप्लोसिव फ्रेगमेंटेशन वॉरहेड लगा होता है, जो दुश्मन के बड़े एरिया को आसानी से निशाना बना सकता है। इसका लॉन्चर 44 सेकेंड में 12 रॉकेट फायर कर सकता है।
पिनाका इनहांस कितना शक्तिशाली
पिनाका एमके II को आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एआरडीई) ने विकसित किया है और सोलर इंडस्ट्रीज ने बनाया है। इसकी रेंज 45 किलोमीटर तक है। इसके रॉकेट लॉन्चर की सर्विस लाइफ 15 साल है। यह पिनाका 1 का एक्टेंडेट वेरिएंट है। ज्यादा रेंज होने के कारण यह वेरिएंट दुश्मन के इलाके में और अंदर तक हमला करने में सक्षम है।
पिनाका गाइडेड वर्जन से बचना नामुमकिन
भारत की रिसर्च सेंटर इमारात हैदराबाद और रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल ने मार्क 2 के एक दूसरे वेरिएंट को भी बनाया है। इसे गाइडेड पिनाका कहा जाता है। इसमें नेविगेशन, गाइडेंस और कंट्रोल किट लगा हुआ है। इसने पिनाका रॉकेट की सीमा और सटीकता को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। पिनाका गाइडेड की मारक क्षमता 60 किमी से 75 किमी के बीच होने का अनुमान है।
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