केमिकल इंजीनियर मुर्तजा का वुल्फ अटैक फार्मूला:स्कूल का टॉपर रहा, इंटरनेट के जरिए ISIS से जुड़ा, नाईक से सीखी कट्टरता, नौकरी गई तो जेहादी बन गया
REPORT BY SAHIL PATHAN
लोन वुल्फ अटैक को इंटरनेट पर खोजने वाले शख्स अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर के रसूखदार खानदान से ताल्लुक रखता है। मुंबई में 10वीं और 12वीं की पढ़ाई के दौरान स्कूल टॉपर रहा। फिर केमिकल इंजीनियर बना। लेकिन वो सोशल मीडिया के जरिए सीरिया के ISIS से जुड़े कुछ लोगों के संपर्क में था। कट्टरपंथी जाकिर नाईक को वो पसंद करता था। वुल्फ अटैक के पैटर्न पर उसने गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया। ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाने की कोशिश की। लेकिन सुरक्षाबलों के डिफेंस ने उसके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। हालांकि एक बार फिर लोन वुल्फ अटैक सुर्खियों में आ गया।
पढ़िए लोन वुल्फ अटैक क्या होता है….
लोन वुल्फ अटैक, जैसाकि नाम से ही साफ है। ये अकेले अंजाम दिया जाता है। जैसे कि गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुर्तजा ने धारदार हथियार से हमला किया। ठीक इसी तरह आतंकवादी हमला करता हैं। यो आतंक फैलाने का एक नया तरीका है। जिसमें आतंकवादी संगठन किसी ऐसे व्यक्ति का ब्रेनवाश करते हैं, जो सीधे तौर पर किसी आतंकवादी संगठन से नहीं जुड़ा होता है। इस तरह के लोग आसानी से सुरक्षा एजेंसियों की नजर में नहीं आते हैं। और उनसे हमला कराना आसान होता है। इसमें हमला करने वाला शख्स अकेले ही ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेता है। उन्हें नुकसान पहुंचाता है।
अब वो घटना पढ़िए, जिसके बाद एक केमिकल इंजीनियर दहशतगर्द बन गया..
3 अप्रैल की शाम। परिसर गोरखपुर मंदिर, घड़ी में 7 बजे थे। मंदिर के साइकिल स्टैंड के पास अचानक एक युवक गमछे में छिपाया हुआ बांका निकालता है और पीएसी के जवानों पर हमला कर दिया। वो मजहबी नारा ‘अल्लाह हू अकबर’ चिल्लाता जा रहा था। अचानक हुए इस हमले में PAC 20वीं बटालियन के गोपाल और अनिल घायल हो गए। जवान 10 मिनट तक ताबड़तोड़ वार से खुद को बचाते रहे। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के जवान अनिल पर भी हमला किया गया। इसी यूनिट के अनुराग ने हमलावर को पकड़ लिया। हमलावर की पहचान गोरखपुर सिविल लाइंस के मुर्तजा के रूप में हुई।
इस क्रम में गोरखपुर में दहशत फैलाने वाले मुर्तजा की पूरी कहानी भी पढ़िए…
हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर में पैदा हुआ था। उसका परिवार रसूखदार था। दादा जिला जज हुआ करते थे। जबकि पिता भी अधिवक्ता हैं। मुर्तजा के जन्म के बाद पिता मुनीर अहमद और मां गोरखपुर छोड़ मुंबई में रहने चले गए। उसकी पढ़ाई- लिखाई भी मुंबई से ही हुई। यहां सानपाडा इलाके में वो लोग रहते हैं। पिता मुनीर के मुताबिक वो शुरुआत से ही इंटेलिजेंस था। लेकिन जल्दी घबरा जाता था। वो फुटबाल और टेनिस का अच्छा प्लेयर रहा है। हाईस्कूल और इंजीनियरिंग में उसने क्लास में टॉप किया। आज भी स्कूल बोर्ड पर उसका नाम लिखा हुआ है।
2010 में 12वीं पास करने के बाद उसने मुंबई IIT में एडमिशन ले लिया। उसकी रैंक भी अच्छी आई थी। उसने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। 2015 में इंजीनियरिंग पास करने के बाद उसने पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम किया। फिर एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में काम किया।
कोविड काल में उसकी नौकरी चली गई। जिसके बाद वो परिवार सहित गोरखपुर आ गया। हालांकि पिता अभी भी मुंबई में कुछ कंपनियों के एडवाइजर हैं। वहां एक फ्लैट मुर्तजा के परिवार ने किराए पर दे रखा है। गोरखपुर आने के बाद ऐप डेवलपमेंट का काम करने लगा था। परिवार के मुताबिक मुर्तजा को ये काम अच्छा नहीं लग रहा था। मुर्तजा के आधार कार्ड पर भी नवी मुंबई का ही पता है।
पत्नी से तलाक, अहमदाबाद में दिमागी हालत का इलाज चलता था
परिवार में माता- पिता के अलावा मुर्तजा की एक बड़ी बहन भी है। जिसकी शादी हो चुकी है। परिवार के मुताबिक अहमदाबाद और अन्य शहरों में उसकी दिमागी हालत का इलाज भी करवाया गया। मुर्तजा की पत्नी उसको छोड़कर जा चुकी है। उसके ससुर मुजफ्फरुल हक के मुताबिक उनकी बेटी से सितंबर 2019 में ही मुर्तजा का तलाक हुआ था। उसकी पत्नी ने बताया कि वो मेरे पास बहुत कम रहता था। उसकी मां जो कुछ भी कहती थीं, वो वही करता था।
मोबाइल में फतवे, नेट पर सर्च करता था कि अटैक कैसे करें
10 मार्च को उसने 96 हजार रुपए में लैपटॉप खरीदा था। कई संदिग्ध वीडियो उसके लैपटॉप से मिले हैं। पुराने लैपटॉप को कब्जे में लेकर डेटा रिकवर किया जा रहा है। हमलावर सोशल मीडिया व ऑनलाइन के जरिए सीरिया स्थित ISIS से जुड़े कुछ लोगों के संपर्क में था। उसके लैपटॉप में ISIS की विचारधारा से जुड़ी चीजें मिली हैं। अधिकारियों के मुताबिक मुर्तजा लोन वोल्फ अटैक की तैयारी कर रहा था। मुर्तजा के मोबाइल फोन से कुछ फतवे मिले है, जो इशारा करते हैं कि वह किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की नीयत से आया था। वह हथियार चलाने और लोन वोल्फ अटैक के तौर-तरीकों के भी इंटरनेट पर सर्च करता था।
नेपाल और मुंबई के कुछ संदिग्ध लोगों से करता था चैट
उसके बैग से मिले दस्तावेजों में ऐसे साक्ष्य मिले है, जो यह बताता है कि वह कट्टरपंथी जाकिर नाईक का फैन है। मुर्तजा मुंबई और नेपाल के कई संदिग्ध लोगों से चैटिंग करता था। उसके नेपाल-मुंबई कनेक्शन को खंगालने के लिए के लिए UP ATS की एक टीम मुम्बई आई है। हमले से एक दिन पहले मुर्तजा नेपाल गया था। धारदार हथियार सिद्धार्थनगर से लेकर आया था।
गोरखनाथ मंदिर में सिपाहियों पर हमले के मामले में आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी पर 2 एफआईआर दर्ज हुईं हैं।
पहली एफआईआर : गोरखनाथ थाने के इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने लूट, हत्या के प्रयास और 7 CLA की धारा में दर्ज कराई है।
दूसरी एफआईआर : मंदिर सुरक्षा में तैनात पीएसी के हेड कांस्टेबल विनय कुमार मिश्रा की तरफ से जानलेवा हमले की दर्ज की गई है।
एक नहीं.. 3 धारदार हथियार लेकर आया था मुर्तजा
वीडियो में अहमद मुर्तजा एक बांका लहराता हुआ दिख रहा है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक मुर्तजा के बैग से एक और बांका और एक धारदार चाकू बरामद हुआ। जिसे बतौर सबूत पुलिस ने रिकॉर्ड किया है। ये बांका 14.5 सेंटीमीटर लंबा है।
पुलिस को मुर्तजा से नेपाली करेंसी, उर्दू की किताब और फ्लाइट का टिकट मिला
मुर्तजा अब्बासी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक पिट्ठू बैग कब्जे में लिया। इसमें एक लैपटॉप, एक उर्दू की किताब, उसके पिता के नाम पर फ्लाइट का टिकट और कोविड वैक्सीनेशन की रिपोर्ट थी। आरोपी के पर्स से पुलिस को नेपाली नोट में 170 रुपए, एक माइक्रो चिप, तीन छोटी चाबी, एक पैनकार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, एक एटीएम कार्ड बरामद किया है।
NIA, ATS और IB एजेंसियों ने मुर्तजा अब्बासी से पूछे 6 सवाल
उससे हुई पूछताछ का जवाब उसने अंग्रेजी और उर्दू में भी दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार उससे 6 सवाल पूछे गए। जानिए उसने क्या जवाब दिए।
सवाल : तुम्हारा नाम क्या है?
जवाब : मुर्तजा… मुर्तजा अहमद अब्बासी। अल्लाह का बंदा।
सवाल : तुम्हारे पिता क्या काम करते हैं?
जवाब : अब्बू रिटायर हो चुके हैं। मैं उनके साथ ही रहता हूं।
सवाल : तुम कितना पढ़े हो?
जवाब : आई एम केमिकल इंजीनियर।
सवाल: मंदिर क्यों गए थे?
जवाब : मुझे अल्लाह की राह में जान देने का मन कर रहा था।
सवाल : सिपाहियों पर हमला क्यों किया?
जवाब : मुझे देखकर वो लोग घूर रहे थे। इस पर मुझे गुस्सा आ गया। फिर मेरा मन अल्लाह की राह में जान देने का किया।
सवाल : इतना महंगा लैपटॉप क्यों खरीदा था?
जवाब : ऐप डेवलेप करने के लिए खरीदा था। वहां नौकरी में कम पढ़े-लिखे लोगों के साथ मोबाइल पर वीडियो अच्छे नहीं दिखते हैं।
सीएम हो चुके हैं नाराज
कानून व सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए पूछा कि एक व्यक्ति सड़क से लेकर मंदिर परिसर तक 15 मिनट तक तांडव करता रहा, पब्लिक उसका वीडियो बनाती रही, लेकिन उसे पकड़ने में इतनी देर क्यों लगी? वे पकड़ा भी गया तो चंद बहादुर पुलिसकर्मियों की सुझ-बूझ से।
न्यायिक रिमांड पर है मुर्तजा
एसीजेएम फर्स्ट की अदालत ने 7 दिन की न्यायिक रिमांड पर मुर्तजा को एटीएस के हवाले किया है। 11 अप्रैल की दोपहर 2 बजे तक एटीएस उससे पूछताछ कर रही है। ATS की एक टीम 5 अप्रैल को मुंबई पहुंची है। जबकि दूसरी टीम सिद्धार्थनगर में छानबीन करने पहुंची है।
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