गफलत में सरकार, डेढ़ माह में 9 आईएएस ट्रांसफर लिस्ट:154 के तबादले, फिर भी 35 के पास अतिरिक्त प्रभार; RAS की भी अब तक 8 सूची
एक-एक कर आ रही आईएएस अफसरों के तबादलों को लेकर राज्य सरकार गफलत की स्थिति में लग रही है। कभी अफसरों के तबादले, कभी निरस्त। कुछ अफसर ऐसे भी हैं, जिनके तबादले नई सरकार में डेढ़ माह में दो बार कर दिए गए हैं।
यही नहीं, कई तबादला सूची के साथ बड़ी संख्या में अतिरिक्त प्रभार पाने वाले अधिकारियों की संख्या भी बहुत अधिक है। फिर कुछ दिन में ही उनके अतिरिक्त प्रभार भी बदले गए हैं। सरकार ने अब तक प्रदेश के 50 जिलों में से 44 जिलों में कलेक्टर बदले हैं। नई सरकार ने डेढ़ माह में 154 आईएएस अफसरों को बदला है।
8 अफसरों को दो बार बदल दिया
महज डेढ़ माह में निकली तबादला सूचियों में 8 ऐसे अफसर हैं, जिन्हें दो बार बदल दिया गया। डॉ. पृथ्वीराज को पहले खेल एवं युवा मामले विभाग में लगाया, फिर 20 दिन बाद ही श्रम में लगा दिया। वहीं, शक्तिसिंह राठौड़ को 10 जनवरी को राजफैड में एमडी लगाया, फिर 13 फरवरी को सांचौर कलेक्टर बना दिया।
इसी तरह ओमप्रकाश बुनकर को पहली सूची में वुमन एंपावरमेंट में कमिश्नर लगाया, दूसरी सूची में उन्हें आईसीडीएस डायरेक्टर बना दिया। यही नहीं, जसवंत संधू को पहली सूची में स्टेट हेल्थ में जॉइंट सीईओ के बाद 25 जनवरी को बदल कर सलूंबर कलेक्टर लगा दिया।
गौरव गोयल प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय में लगाए जाने के बाद 20 दिन में ही राज्यपाल के सचिव बना दिए गए। इसी तरह सुरेश ओला को पहले संस्कृत शिक्षा में कमिश्नर लगाया फिर एलएसजी डायरेक्टर बना दिया। साथ ही 5 जनवरी की पहली सूची में वासुदेव मालावत को बीआईपी में एडीशनल कमिश्नर बनाया, 13 फरवरी को देवस्थान कमिश्नर बना दिया।
तबादले किए, फिर निरस्त कर दिए
गफलत की स्थिति यह है कि सरकार ने जल्दबाजी में कुछ अधिकारियों के तबादले तो किए, लेकिन वे निरस्त करने पड़े। डॉ. अरुण गर्ग को 5 जनवरी को सलूंबर का कलेक्टर बनाया गया, लेकिन अगली 10 जनवरी की सूची में उनका तबादला निरस्त कर रीको ईडी ही रहने दिया गया। फिर 13 फरवरी को अगले आदेश में उन्हें एनएचएम में भेज दिया गया।
सरकार ने इसी आदेश में मुकुल शर्मा को सलूंबर कलेक्टर बनाया, लेकिन अगले ही 25 जनवरी के आदेश में उनका तबादला निरस्त कर दिया। फिर 1 फरवरी के आदेश में मुकुल शर्मा को सिविल एविएशन से हटाकर उद्योग में संयुक्त सचिव बना दिया गया। लगातार तीन तबादला सूची में सलूंबर में नया कलेक्टर लगाया गया।
आरएएस अधिकारियों की तबादला सूचियों की संख्या भी अब तक 8 हुई
नई सरकार के गठन को डेढ़ माह पूरे हो गए हैं। सरकार की धीमी चाल और असमंजस की स्थिति का आलम यह है कि सिर्फ डेढ़ माह में केवल आईएएस के ट्रांसफर की ही 9 सूची जारी हो चुकी हैं। यही नहीं, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की तबादला सूचियों की संख्या भी अब तक 8 हो चुकी है।
51 विभाग अति. जिम्मेदारी के साथ
राज्य में अधिकारियों की कमी के हाल ये हैं कि प्रदेश के 313 के आईएएस के कैडर में से सिर्फ 253 अधिकारी की ही पोस्ट भरी हुई है। इनमें से भी 19 आईएएस केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर और एक इंट्रा-स्टेट डेपुटेशन पर हैं। ऐसी स्थिति में मौजूदा 253 में से मुख्य सचिव सहित 35 अधिकारियों 50 विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।
यही नहीं, आने वाली 19 फरवरी से इनकी संख्या 46 हो जाएगी, जिनके पास 60 से अधिक विभाग हो जाएंगे। बता दें कि 11 आईएएस 19 से 40 दिन की ट्रेनिंग पर मैसूर जा रहे हैं। इनके 12 विभाग अन्य आईएएस को सौंप दिए गए हैं।
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