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गहलोत की एक गलती से कैसे कटा कैलाश मेघवाल का टिकट, पढ़ें मुख्यमंत्री की जुबानी

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गहलोत की एक गलती से कैसे कटा कैलाश मेघवाल का टिकट, पढ़ें मुख्यमंत्री की जुबानी

राजस्थान चुनाव: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे कैलाश मेघवाल को बीजेपी की ओर से निकालने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनकी गलती के कारण कैलाश मेघवाल को परेशानी हो रही है। गहलोत ने बताया कि उन्होंने चुनी हुई सरकार को गिराने के समर्थन नहीं किया था।

जयपुर: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे कैलाश मेघवाल को बीजेपी की ओर से पार्टी से बाहर निकालने और टिकट से वंचित रखने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है। सीएम गहलोत ने दिल्ली में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि उनकी एक गलती के कारण कैलाश मेघवाल को बड़ा परेशान किया जा रहा है। चूंकि उन्होंने चुनी हुई सरकार को गिराने का समर्थन नहीं किया था। गहलोत ने कहा कि एक बार उनके मुंह से निकल गया कि कैलाश मेघवाल और वसुंधरा राजे के कारण उनकी सरकार बच गई। इस बयान को मीडिया ने ऐसे पेश किया जैसे कि उन्होंने सरकार बचाने में सीधा योगदान दिया हो। गहलोत ने कहा कि उन्होंने तो सिर्फ मेघवाल की भावना को जाहिर किया था लेकिन मीडिया में खबरें आने के बाद से उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है।

नब्बे के दशक में बीजेपी के विधायक अपनी ही सरकार गिराने में जुटे थे

गहलोत ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि नब्बे के दशक में जब भैरोंसिंह शेखावत प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और वे स्वयं पीसीसी चीफ थे। बीमारी के कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री शेखावत इलाज के लिए अमेरिका में भर्ती थे। उन दिनों उन्हीं की पार्टी के कुछ विधायक अपनी ही पार्टी की सरकार गिराने का षड़यंत्र करने लगे थे। इस तरह की जानकारी मिलने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत को भी कहा था कि सरकार गिराने से षड़यंत्र की खबरें सुनने में आ रही हैं। गहलोत ने कहा कि वे चुनी हुई सरकार गिराने के समर्थन में नहीं थे।

मेरी गलती के कारण नहीं मिल सका टिकट

मीडिया से रूबरू होते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों जब राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार के गिरने की नौबत आई थी। उन दिनों कैलाश मेघवाल ने अपनी भावनाएं प्रकट की थी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में चुनी हुई सरकारें गिराने की परम्परा कभी नहीं रही। उनकी इसी बात को लेकर बीजेपी के नेता उनके पीछे पड़ गए। गहलोत ने कहा कि बाद में अलग बहाना बनाते हुए उन्हें नोटिस दिया और फिर पार्टी से निकाल दिया। गहलोत ने कहा कि मेघवाल के साथ यह सब उनकी गलती के कारण हुआ।

मेरी वजह से राजे को परेशान ना करें

विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा की ओर से वसुंधरा राजे की अनदेखी करने से जुड़े सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि उनकी वजह से वसुंधरा राजे को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे के कुछ समर्थित विधायकों ने उन्हें कहा था कि राजे भी चुनी हुई सरकार गिराने की भावना नहीं रखती है। हालांकि राजे ने कभी सीधे तौर पर उन्हें कभी कुछ नहीं कहा लेकिन उनकी भावना को समझते हुए पिछले दिनों एक बयान दिया था कि कैलाश मेघवाल और वसुंधरा राजे राजस्थान में सरकार गिराने के पक्ष में नहीं थे। इस बयान को मीडिया में ऐसे पेश किया जैसे कि उन्होंने सरकार बचाने का समर्थन किया हो। इसी वजह से बीजेपी उनके साथ ठीक व्यहवार नहीं कर रही है।

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