जयपुर में जुटीं राजघरानों की 120 लग्जरी कारें:एक कार की मरम्मत में 1 करोड़ खर्च करने पड़े, फोटो में देखिए विंटेज कारें
जयपुर
जयपुर के कार लवर्स के लिए शनिवार का दिन खास रहा। राजपूताना ऑटोमोटिव स्पोट्र्स कार क्लब की ओर से जय महल पैलेस में 25वीं विंटेज, क्लासिक कार एग्जीबिशन की शुरुआत हुई। इसमें जयपुर के अलावा दिल्ली, गुड़गांव, चंडीगढ़, मुंबई से आईं 120 विंटेज कारें शामिल हुईं। ये कारें देश के बड़े बिजनेसमैन और राजघरानों की हैं। इनमें से कई कारें ऐसी हैं, जिनके साथ बड़े-बड़े फिल्म स्टार शूटिंग भी कर चुके हैं। ये कारें 1913 से 1965 के बीच की हैं। इन्हें इंग्लैंड और अमेरिका से भारत लाया गया था। 25 फरवरी को इन्हीं कारों की रैली निकाली जाएगी।
खास बात यह है कि गायत्री देवी की स्पेन से लाई गई मर्सिडीज कार और बड़ौदा राजघराने की कारें भी शामिल हुई हैं। इनमें से एक कार ऐसी भी है, जिसकी मरम्मत में एक करोड़ रुपए खर्च करने पड़े। जयपुर राजघराने के महाराजा जय सिंह की भी कार इस एग्जीबिशन में देखने को मिली।
1963 की स्पोट्र्स कार ऑस्टिन हैली यूनाइटेड किंगडम (यूके) की बनी है। इसे जयपुर के रहने वाले ज्वेलर मीत ने मैसूर से खरीदा था।
कार की जांच करने जज बुलाए गए
एग्जीबिशन में काफी संख्या में कार लवर्स कारों के साथ फोटो क्लिक करवाते दिखे। कारों की को परखने के लिए कोलकाता और दिल्ली से जज बुलाए गए। जिन्होंने इन कारों की बाहरी चमक के साथ इसके इंजन को भी चालू करवा कर देखा। ताकि इन कारों को देखा जा सके कि ये आज भी वैसी ही हैं। या उनमें कोई बदलाव हुआ है।
इस एग्जीबिशन में बेस्ट तीन कारें चुनी जाएंगी। इससे लिए जज बुलाए गए हैं। कोलकाता से आए जज श्रीवर्धन कनोड़िया ने बताया- हम रैली के लिए कार को जज कर रहे है। इसमें काफी आश्चर्य की बात ये है कि इस रैली में इतनी बेहतरीन गाड़ियां आई हैं। हम लोगों के लिए ये बड़ी परेशानी की बात हो गई है। किसे क्या प्राइज दे और किसे छोड़े। हमारे लिए सभी गाड़ियां यहां पर विनर्स हैं। हम जोनों जज ने मिलकर यह देखा है कि गाड़ियां कितनी ओरिजनल रखी गई हैं। गाड़ी की मेंटेनेंस किस तरीके की है। गाड़ी अगर रिस्टोर की गई है तो किस तरीके से की गई है। काम ऑरिजनल है या नहीं। गाड़ी की मैकेनिकल कंडीशन कैसी है। गाड़ी को किस तरीके से प्रेजेंट किया गया है। और गाड़ी का इतिहास क्या रहा है।
बड़ौदा राजघराने की 1930 की रोल्स रॉयस। ये कार दिल्ली के रहने वाले कपड़ा व्यापारी आशीष जैन ने खरीदी थी। इसे सही करने के लिए इंग्लैंड से पार्ट्स मंगवाए गए। एक्टर अशोक कुमार की फिल्म शतरंज में इसे इस्तेमाल किया गया था।
राजपूताना ऑटोमोटिव स्पोर्ट्स कार क्लब के प्रेसिडेंट दयानिधी कासलीवाल ने बताया- क्लब की ओर से पहला इवेंट 28 साल पहले 1996 में आयोजित किया गया था। खासा कोठी में हुए उस इवेंट में 10 कार शामिल हुई थी। इस बार 25वें एडिशन में जयपुर, दिल्ली, गुड़गांव, चंडीगढ़, मुंबई से 120 से अधिक विंटेज और क्लासिक कार शामिल हुई हैं। इस एग्जीबिशन में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक आमजन को एंट्री दी गई। जिसके लिए किसी से कोई चार्ज नहीं लिया गया।
बीकानेर के महाराजा करणी सिंह की कैडिलैक वी8 कार।
कल निकलेगी कार रैली, ये रहेगा ड्राइव का रूट
दयानिधी कासलीवाल ने बताया- रविवार सुबह 11.30 बजे ताज जय महल पैलेस से विंटेज कार की रैली भी निकाली जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री राजस्थान, गजेंद्र सिंह खींवसर और ताज ग्रुप ऑफ होटल्स, जयपुर के डायरेक्टर अशोक राठौड़ इस ड्राइव को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
इसका रूट गवर्नमेंट हॉस्टल, एमआई रोड, पांच बत्ती, स्टेच्यू सर्कल, अंबेडकर सर्कल, चौमूं सर्कल होगा। अंत में ड्राइव लंच के लिए ताज जय महल पैलेस में वापसी करेगी। दोपहर 3 बजे पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित होगा, जिसमें राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी की ओर से पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।
1913 फोर्ड मॉडल टी कार। इसे जयपुर के रहने वाले मीत ने शोकेस किया है।
ये कार शामिल हुईं
इसमें भाग लेने वाली कारों में 1913 फोर्ड मॉडल टी (ओनर: मीत बधलिया), 1923 ऑस्टिन चम्मी (मालिक: घनी ऑटोज), 1931 कैडिलैक वी16 (ओनर: दिल्ली से रंजीत मलिक), 1936 एसी 16/17 रंबल (ओनर: दिल्ली से मदन मोहन), 1934 रोल्स रॉयस (ओनर: दिल्ली से आशीष जैन), 1958 कैडिलैक (ओनर: दिल्ली से दिलजीत टाइटस), 1958 शेवरले इम्पाला (ओनर: हर्षपति सिंघानिया), 1952 पैकर्ड कैवेलियर (गौतम सिंघानिया), इंपीरियल (विवेक गोयनका) के नाम शामिल है। इसके अलावा जयपुर कलेक्टर्स के संग्रह – कमल एंड कंपनी, जेम पैलेस, घनी ऑटोज़, लक्ष्मी रमन जी, अविजित सिंह बदनौर आदि शामिल हुईं।
दिल्ली के रहने वाले हर्षपति सिंघानिया की 1958 शेवरले इम्पाला।
1947 की हडसन सुपर सिक्स कार को जयपुर सुधीर कासलीवाल ने अयोध्या के महाराजा परिवार से खरीदा था। यह कार अक्षय कुमार की फिल्म भूल भुलैया में यूज की गई थी।
देशभर की विंजेट कार जयपुर में देखने के लिए मिलीं।
ये है स्लूट कार। इसे सही करने में (रेस्टोरेशन) 1 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसके चारों टायर यूएसए से मंगवाए गए हैं।
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