जयपुर: नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सूर्योदय योजना’ के तहत 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने का लक्ष्य तय किया है। राजस्थान इस योजना में पूरे देश का नेतृत्व कर सकता है। इसका सबसे ज्यादा लाभ राजस्थान के रिन्यूएबल एनर्जी आधारित लघु और मध्यम उद्योगों के विकास को मिलेगा। इससे राजस्थान में 25 हजार करोड़ के निवेश का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
इसी क्रम में राजस्थान सोलर एसोसिएशन ने अध्यक्ष सुनील बंसल के नेतृत्व में ऊर्जा सचिव आलोक गुप्ता से मुलाकात कर राजस्थान में रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट्स के प्रोत्साहन के लिए सुझाव दिए। बंसल का कहना है कि पीएम मोदी की इस घोषणा से प्रदेश की सोलर इंडस्ट्री में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अभी तक केवल 1 हजार मेगावाट की क्षमता के रूफटॉप सोलर प्लांट लगे हैं, लेकिन इसे 5 साल में साढ़े 5 हजार मेगावाट तक बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए नेट मीटरिंग पर दिल्ली-गुजरात की तरह 500 किलोवाट की कोई कैप नहीं लगानी चाहिए। वर्चुअल और ग्रुप नेट मीटरिंग भी लागू की जाए ताकि वेयर हाउस जैसी जगहों की छतों पर सोलर उत्पादन को बढ़ावा मिल सके।
समयबद्ध टारगेट दिए जाएं:
रेस्को और ओपेक्स सिस्टम को शुल्क मुक्त कर ग्रॉस मॉनिटरिंग को 5 मेगावाट तक प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जेईएन और एईएन को रूफटॉप कनेक्शन के लिए समयबद्ध टारगेट दिए जाने चाहिए। साथ ही जारी हुई गाइडलाइन का व्यावहारिक तौर पर पालन किया जाना चाहिए।
गेम चेंजर साबित हो योजना:
सूर्योदय योजना सोलर इंडस्ट्री के लिए गेम चेंजर साबित होगी। बंसल ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, इन योजनाओं को लेकर आम जनता को जागरूक करने व राजस्थान में सोलर उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में 2 फरवरी से 4 फरवरी तक भारत सोलर एक्सपो 2024 का आयोजन कर रहा है। इसमें देशभर से सोलर से जुड़ी कंपनियां शामिल होंगी। तीन दिन चलने वाले एक्सपो के दौरान प्रदर्शनी में सोलर से जुड़े उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता भी उपस्थित थे।
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