बीकानेर, 15 मई। जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देश पर शनिवार को छह वरिष्ठ प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों ने निजी कोविड अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया तथा कोविड मरीजों के इलाज से संबंधित सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। जिला कलक्टर भी कोठारी अस्पताल पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं देखी।
जिला कलक्टर ने बताया कि शहर की सभी छह निजी चिकित्सालयों में नाॅम्र्स के अनुसार व्यवस्थाएं रहें तथा आवश्यकता के अनुसार इनमें और अधिक सुधार किया जा सके, इसके मद्देनजर विशेष दल बनाकर औचक निरीक्षण करवाए गए। इस दौरान प्रत्येक अस्पताल में भर्ती कोविड पाॅजिटिव मरीजों की संख्या, वेंटीलेटर, बाइपेप, आॅक्सीजन और दवाइयों की उपलब्धता, कोविड मरीजों के लिए नियुक्त डाॅक्टर, नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षा प्रहरी तथा अन्य कार्मिकों की स्थिति के बारे में जाना।
सभी निजी अस्पतालो में सरकारी गाइडलाइन के अनुसार इलाज सुनिश्चित करने, रेमडेसिविर सहित मरीजों को दी जाने वाली अन्य दवाइयों के रिकाॅर्ड संधारण, राज्य सरकार द्वारा इलाज के लिए निर्धारित राशि के अनुसार इलाज की स्थिति, इस संबंध में कोई शिकायत, बिल संधारण तथा इससे संबंधित सूची चस्पानगी का भी निरीक्षण किया। अस्पताल परिसर में साफ-सफाई, बायोवेस्ट डिसपोजल के अलावा मरीजों और उनके परिजनों के फीडबैक भी लिए गए। वहीं कोविड मरीजों के इलाज के दौरान किए जाने वाले रेकाॅर्ड संधारण को भी जांचा।
इन अधिकारियों ने किया निरीक्षण
जिला कलक्टर ने कोठारी अस्पताल की व्यवस्थाएं देखी। इस दौरान अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक तथा उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. योगेन्द्र तनेजा साथ रहे। वहीं अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सुनीता चौधरी और चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. देवेन्द्र चौधरी ने गोविंद हाॅस्पिटल, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा और जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश गुप्ता ने एमएन हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर का जायजा लिया।
इसी क्रम में यूआईटी सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप ने फोर्टिस डीटीएम, नगर निगम उपायुक्त पंकज शर्मा और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बीएल मीणा ने जीवन रक्षा तथा प्रशिक्षु आईएएस सिद्धार्थ पलनिचामी तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डाॅ. राहुल हर्ष ने वरदान हास्पिटल में इन व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सभी अधिकारियों को निर्धारित प्रारूप में निरीक्षण रिपोर्ट अविलम्ब उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए।
जिला कलक्टर ने कोठारी अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कहा कि प्रत्येक अस्पताल के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। अस्पताल प्रशासन संबंधित नोडल अधिकारी से समन्वय रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी मरीज को बेवजह परेशानी नहीं हो। उन्होंने कहा कि अस्पताल द्वारा इलाज की दरों से संबंधित सूचना प्रमुख स्थानों पर चस्पा की जाए। इससे अधिक राशि नहीं ली जाए। ऐसी शिकायत आने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिल में इसकी प्रोपर डिटेल हो। मरीजों को आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त आॅक्सीजन दी जाए, लेकिन इसका अपव्यय नहीं हो। उन्होंने अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
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