देवीसिंह भाटी की 1 जुलाई से आमरण अनशन की चेतावनी, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
बीकानेर। नेता तथा पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने 1 जुलाई से आमरण अनशन की चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
भाटी के अनुसार प्रदेश स्तरीय कमेटी से वार्ता के बाद भी प्रशासनिक लापरवाही के कारण लम्बा समय व्यतीत होने के बावजूद किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने के विरोध में वे 1 जुलाई 2022 से आमरण अनशन करेंगे।
उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार की मंत्रीमण्डल बैठक में 20 दिसम्बर 2021 को निर्णय लिया गया है , जिसमें गोचर , चारागाह भूमि में पैंतीस वर्ष पुराने , आवासीय अतिक्रमण का नियमन कर पट्टे जारी किये जायेंगे । हमारे द्वारा पूर्व में गोचर भूमि की जनहित में अवाप्ति के विरोध में राजस्थान के विभिन्न जिलों जैसे : बीकानेर , जोधपुर , जैसलमेर , बाड़मेर में जहां तालाब , तालाब का आगोर , औरण , गोचर मौके पर विद्यमान है : लेकिन सेटलमेंट के समय भूल से रिकॉर्ड में नहीं चढ़ाया गया था , उन्हें रिकॉर्ड में दर्ज करवाया जायें ।
यहाँ बीकानेर जिला स्तर के स्थानीय मुद्दे शरह नधानियान गोचर भूमि में वर्ष 2012 में पट्टी पेड़ा ( बिल्डिंग मैटीरियल ) के लिए भूमि आवंटित की गयी थी । जिसके विरोध में जिला स्तर पर धरना देने के बाद प्रशासन से दिनांक 15.07.2012 को लिखित समझौता हुआ था । जिसके बाद पत्थर मंडी ( बिल्डिंग मेटोरियल ) का स्थान गोचर में से निरस्त कर दिया गया था लेकिन रिकॉर्ड में आज भी भूमि पत्थर मंडी के नाम इंतकाल चढा हुआ है , इसे निरस्त नहीं किया गया है । इसी तरह शरह नधानियान गोचर भूमि बीकानेर में गोचर भूमि के मध्य फील्ड फायरिंग रेंज की शाखा चल रही है जिसके कारण गौधन व पशुपालकों को जान का खतरा होने के कारण इसे अन्यत्र स्थापित करना था ।
इन सभी बिन्दुओं पर दिनांक 24.02.2022 को जिला प्रशासन बीकानेर से मौखिक के साथ ही राज्य सरकार के प्रमुख शासन सचिव गृह , प्रमुख शासन सचिव राजस्व प्रमुख शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग से वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग से वार्ता के बाद सभी बिन्दुओं पर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने का लिखित समझौता हुआ था ।
जिसके बाद दिनांक 09.05.2022 को प्रदेश स्तरीय कमेटी द्वारा हमारे से सभी बिन्दुओं पर वार्ता कर राजस्थान की सभी गौचर , औरण , चारागाह , तालाब , पायतन भूमि का सर्वेक्षण कर सुरक्षित व संरक्षित करने का आश्वासन दिया गया था । राज्य मंत्रीमण्डलीय निर्णय को जिसमें जनहित में गोचर भूमि अवाप्त कर अन्यत्र भूमि देने का प्रावधान है उसे भी निरस्त करने का अनुरोध किया था । प्रदेश में सर्वे सेटलमेंट के समय भूल से रिकॉर्ड में दर्ज होने से वंचित गोचर , औरण , चारागाह , तालाब व पायतन भूमि को रिकॉर्ड में दर्ज करने के साथ ही बीकानेर का स्थानीय मुद्दा पत्थर मंडी के नाम आंवटित भूमि को पुनः गोचर के नाम रिकॉर्ड में दर्ज करने , गोचर भूमि में स्थित फील्ड फायरिंग रेन्ज को अन्यत्र स्थापित करने पर सहमति बनने के साथ ही शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया गया लेकिन अभी तक 9 मई 2022 को हुई बैठक के विवरण की प्रति भी नहीं भेजी गयी हैं ।
उन्होंने खेद की जताया कि प्रदेश स्तरीय कमेटी से वार्ता के बाद भी इतना लम्बा समय व्यतीत होने के बाद भी प्रशासनिक अमले द्वारा उस ओर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाने के कारण दिनांक 01 जुलाई 2022 की सुबह 10.15 बजे श्री नथानियान गोचर भूमि , मुरलीधर व्यास नगर को पास , बीकानेर में गो भक्त धरने पर बैठेंगे वही वे आमरण अनशन पर बैठेंगे ।
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