बीकानेर, 15 फरवरी। नशे के विरूद्ध जागरुकता का जिला स्तरीय अभियान ‘मिशन अगेंस्ट नारकोटिक सबस्टेंस एब्यूज’ मंगलवार को प्रारम्भ हुआ। रवीन्द्र रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने सभी को ‘नशा ना करेंगे और ना करने देंगे’ की शपथ दिलाई। पोस्टर का विमोचन किया तथा पहला संकल्प पत्र भर अभियान की शुरूआत की।
इस दौरान संभागीय आयुक्त ने कहा कि संभाग के चारों जिलों में साल भर चलने वाले इस अभियान में सरकारी कार्मिकों के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं, उद्यमी, विद्यार्थी सहित प्रत्येक वर्ग के लोग जुड़ें, जिससे इसे जन आंदोलन बनाया जा सके। प्रत्येक सजग नागरिक पूरी जिम्मेदारी के साथ इस अभियान से जुड़े, जिससे स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि नशे का बढ़ता चलन पूरे समाज के लिए हानिकारक है। किसी भी प्रकार के नशे का सेवन हमें आर्थिक, सामाजिक, मानसिक और शारीरिक पतन की ओर ले जाता है। इसके मद्देनजर हमें किसी भी प्रकार का नशा करने वालों को जागरुक करने की जरूरत है।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज के लिए नशा एक कलंक है। हमें इसे समझने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान नशामुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास होंगे। इसके सफल संचालन के लिए प्रत्येक वर्ग को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि हमें नशा करने वालों को रोकना और टोकना होगा, जिससे नशे के चंगुल में फंसे व्यक्ति को एक बार फिर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सुनील कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा ऐसे क्षेत्रों का चिन्हीकरण किया गया है, जहां नशे बेचने और इसके उपभोग करने वालों का जमावड़ा रहता है। इन क्षेत्रों में पुलिस द्वारा सघन कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवा, समाज की पूंजी है। दुर्भाग्य से युवा इसके जाल में फंसते जा रहे हैं। युवाओं को इससे बचना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा नशे के व्यापार से संबंधित किसी भी प्रकार की सूचना पर त्वरित कार्यवाही होगी तथा जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि संभागीय आयुक्त के निर्देशानुसार यह अभियान चार चरणों में पूरे साल चलाया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है।
अभियान समन्वयक राजेन्द्र जोशी ने अभियान की रूपरेखा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पहले चरण में डिजिटल संकल्प, जागरुकता रथ, नुक्कड़ नाटक, साइकिल तथा मोटर साइकिल रैली एवं पैदल मार्च जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन में जागरुकता के प्रयास होंगे। कार्यक्रम उपखण्ड और ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर भी आयोजित किए जाएंगे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। इससे पहले अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर अभियान की शुरूआत की। राजकीय डूंगर महाविद्यालय के एनसीसी के विद्यार्थियों द्वारा डॉ. एसएन जाटोलिया के नेतृत्व में नशामुक्ति का संदेश देने वाले नाटक का मंचन किया गया।
इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी बतौर अतिथि मौजूद रहे।
समारोह में सहायक निदेशक (कॉलेज शिक्षा) डॉ. राकेश हर्ष, डूंगर कॉलेज प्राचार्य डॉ. जी.पी. सिंह, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र सिंह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. सी.एस. मोदी, डॉ. लोकेश गुप्ता, रविन्द्र सिंह, एसीपी गौरव शर्मा, सीओ स्काउट जसवंत सिंह राजपुरोहित सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
इन नंबरों पर दे सकेंगे सूचना
नशाखोरी के विरूद्ध किसी भी प्रकार की सूचना के लिए पुलिस विभाग की हैल्पलाइन 95878-82020 तथा संभागीय आयुक्त कार्यालय के दूरभाष नंबर 0151-2226042 के नियंत्रण कक्ष पर जानकारी दी जा सकती है। इस पर प्राप्त जानकारी को पूर्णतया गोपनीय रखा जाएगा।
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