बीकानेर। नाबार्ड द्वारा बीकानेर में जिला स्तरीय बैंकर्स के लिए आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रुप में अर्जुन राम मेघवाल द्वारा सभी को निर्देशित किया कि बीकानेर में सभी जरुरतमंद किसानों को केसीसी जारी की जावे. केन्द्रीय मंत्री द्वारा सभी जिला समन्वयको को भारत सरकार की पशुपालन केसीसी, कृषि अवसंरचना निधि तथा नाबार्ड द्वारा बैंकों के में माध्यम से बैंक सखी/ कृषि सखी/पशु सखी को प्रदान की जा रही योजनाओं के बारे में और गहराई से काम करने के लिए प्रेरित किया. माननीय केन्द्रीय मंत्री द्वारा इस दिशा में और काम करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सभी तक सरकारी योजनाओं के लाभ बैंकों के माध्यम से पहॅुचे इसके लिए मार्गदर्शन प्रदान किया. जिले में नाबार्ड द्वारा किये जा रहे कार्यो के विषय में विस्तार से बताते हुए स्वयं सहायता समूह, संयुक्त देयता समूह तथा एफपीओं को ज्यादा से ज्यादा बैंको जोडकर, आत्मनिर्भर बनाने के लिए कद उठाने के लिए दिशा निर्देश दिये. कार्यशाला के दौरान राजूवास, कुलपति श्री सतीश गर्ग द्वारा भारत सरकार की योजनाओं को नाबार्ड के माध्यम से पशुपालको तक पहॅुचाने में सहयोगी के रुप में राजूवास की उपयोगिता पर प्रकाश डाला. नाबार्ड द्वारा भारत सरकार की योजना के अंतर्गत बने किसान उत्पादक संगठन के सदस्यों को पशुपालन के लिए आवश्यक सुविधाओं के लिए राजूवास की तत्वरता पर विचार रखे. कार्यक्रम में उप महाप्रबंधक स्टेट बैंक आफ इंडिया द्वारा बीकानेर में किसानों तथा पशुपालको को प्रदान की जा रही ऋण योजनाओं तथा भावी किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को ज्यादा संख्या में जोडने हेतु सरलीकरण पर अपनी बात रखी. कार्यशाला के दौरान नाबार्ड द्वारा राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक तथा बडौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक को उपलब्ध करवाये गये मुद्रा रथ का अवलोकन करते हुए बताया कि इन साधानों की उपलब्धता खाताधारको को अपने खेत के पास ही बैंकिंग सुविधाऍ उपलबध करवा रहीं है जिसका सीधा लाभ किसान की आय पर होता है और किसान को अपना समय अपव्यय में नहीं खर्च करना पडता है.
नाबार्ड द्वारा आयोजित कार्यशाला में नाबार्ड के माध्यम से भारत सरकार द्वारा जारी हर घर केसीसी योजना के बारे में विस्तार से बताया. जिला विकास प्रबंधक द्वारा बीकानेर से बैंक समन्वयक तथा केन्द्रीय मंत्री के मध्यम सेतू का काम किया. कार्यशाला के दौरान बीकानेर जिले के सभी बैंकों के मुख्य प्रबंधक तथा लीड बैंक अधिकारी के साथ स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविधालय से श्री सुभाष चंद्र द्वारा सहभागिता की गई. इस कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य नाबार्ड के एफआईएफ के तहत बैंको के माध्यम से किसानों तक पहूचाई जाने वाली सुविधाओं को बताना तथा किसानों के लिए केसीसी की उपयोगिता तथा भारत सरकार के प्रयासों पर सकारात्मक पहल हो इसका प्रयास किया गया.
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