*पंजाब इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आतंकी हमले में बड़ा खुलासा:ISI ने रची थी साजिश; कनाडा में बैठे मास्टरमाइंड का पाकिस्तानी गैंगस्टर से है कनेक्शन*
*REPORT BY SAHIL PATHAN*
पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तानी हाथ होने की पुष्टि हो गई है। पंजाब पुलिस के DGP वीके भावरा ने शुक्रवार को कहा कि यह हमला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के कहने पर किया गया। इसे खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) ने कराया और इसका मास्टरमाइंड कनाडा में बैठा गैंगस्टर लखबीर सिंह लाडा है। लाडा पाकिस्तान से ऑपरेट करने वाले गैंगस्टर हरविंदर रिंदा का करीबी है। भावरा ने कहा, जिस RPG के जरिए हमले के लिए रॉकेट दागा गया, वह भी पाकिस्तान से ही आया था।
*फेमस पंजाबी सिंगर का करीबी दिल्ली से गिरफ्तार*
वहीं पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर हमले के मामले में पुलिस ने जगदीप सिंह कंग नाम के व्यक्ति को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अदालत ने आरोपी कंग को 9 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। गिरफ्तार जगदीप सिंह कंग एक नामी पंजाबी गायक का करीबी बताया जा रहा है। पुलिस अधिकारी मामले में अभी कुछ भी बोलने से बच रहे है।DGP ने बताया कि इस मामले में अभी तक 5 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हालांकि रॉकेट दागने वाले 3 हमलावर अभी पकड़ से बाहर हैं। गिरफ्तार आरोपियों में तरनतारन का कंवर बाठ, बलजीत कौर, बलजिंदर रैंबो, अनंतदीप सोनू और जगदीप कंग शामिल हैं। छठा आरोपी निशान सिंह है, जिसे अभी फरीदकोट पुलिस ने दूसरे केस में गिरफ्तार किया है। उसे भी इस केस में गिरफ्तार किया जाएगा।
*कनाडा में बैठे लाडा के कहने पर RPG और AK47 दी*
पुलिस के मुताबिक तरनतारन का रहने वाला लखबीर सिंह लाडा इस वक्त कनाडा में है। वह पंजाब में गैंगस्टर रहा है। 2017 में पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए वह कनाडा भाग गया। लाडा पाकिस्तान में बैठे कुख्यात गैंगस्टर हरविंदर रिंदा का करीबी है। लाडा ने ही निशान सिंह तक RPG पहुंचाई थी। निशान सिंह ने इसे आगे हमलावरों को दिया था।
*इंटेलिजेंस अटैक में किसकी क्या भूमिका*
डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि जिन आरोपियों ने इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर अटैक किया, उन्हें कंवर बाठ और बलजीत कौर ने शेल्टर दिया। निशान सिंह ने उन्हें RPG उपलब्ध करवाया। वहीं बलजिंदर रैंबो ने AK-47 दी। निशान सिंह जब पनाह देने के लिए ठिकाने ढूंढ रहा था, तो उसके अमृतसर के रहने वाले साले अनंतदीप उर्फ सोनू अंबरसरिया ने भी निशान की मदद की। इसके बाद जगदीप कंग इनका लोकल सपोर्ट था। वह मोहाली के वेब एस्टेट्स में रहता है।
*ऐसे दिया गया हमले को अंजाम*
सभी हमलावर 15 दिन से हमले की तैयारी कर रहे थे। वह 15 दिन पहले ही अमृतसर में आकर छिप गए थे। इसके बाद 9 मई को यानी वारदात के दिन दोपहर में जगदीप कंग और हमलावरों में शामिल चढ़त सिंह ने यहां रेकी की। उन्होंने रॉकेट दागने और फिर भागने के रास्तों की पड़ताल की। इसके बाद शाम को चढ़त सिंह और उसके साथ 2 हमलावर स्विफ्ट कार में आए। जहां उन्होंने इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर अटैक किया। फिलहाल चढ़त सिंह और दोनों हमलावर फरार हैं।
*बिहार के दो व्यक्तियों की भूमिका भी संदिग्ध*
इस मामले में पंजाब पुलिस ने नोएडा से मुहम्मद नसीम आलम और मुहम्मद सरफराज को अरेस्ट किया है। इनसे भी पुलिस की पूछताछ चल रही है। दोनों बिहार के रहने वाले हैं। डीजीपी वीके भावरा ने कहा कि दोनों की भूमिका के बारे में पड़ताल चल रही है।
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