REPORT BY SAHIL PATHAN
पाकिस्तान, कनाडा हो या अमेरिका; फटाफट मर रहे भारत विरोधी आतंकी, बड़ा सवाल- संयोग है या प्रयोग?
भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की पूरी दुनिया में मौत हो रही है। ये आतंकी चाहें पाकिस्तान में छिपे हों या अमेरिका या कनाडा में, कहीं भी इनकी खैर नहीं है। अधिकतर मामलों में इन आतंकवादियों की मौत अज्ञात हमलावरों की गोलीबारी में हो रही है। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं, जो सड़क हादसे में भी मारे जा रहे हैं। इसी लिस्ट में ताजा नाम सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू का जुड़ा है।
एक-एक कर मारे जा रहे भारत के मोस्ट वॉन्टेड
कहते हैं कि भगवान के घर में देर है, लेकिन अंधेर नहीं। यह कहावत इन दिनों दुनिया के अलग-अलग देशों में छिपे भारत विरोधी आतंकवादियों पर बिलकुल सटीक बैठ रही है। आतंकवादी चाहें पाकिस्तान में हों या कनाडा में या फिर अमेरिका में मौत उनको कहीं भी खोज ले रही है। पिछले कुछ साल में न सिर्फ पाकिस्तानी आतंकी बल्कि खालिस्तानी आतंकियों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ है, जो रुकने का नाम नहीं ले रहा। अब इस कड़ी में ताजा नाम सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू का जुड़ गया है। पन्नू अमेरिका में हाईवे 101 पर हुए एक कार दुर्घटना में मारा गया है। इससे पहले खालिस्तान टाइगर फोर्स का चीफ परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह, उसके बाद कमान संभालने वाला हरदीप सिंह निज्जर और भारतीय दूतावास पर हमला करने वाले खालिस्तानी आतंकवादी अवतार सिंह खांडा की भी मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं, कश्मीर में आतंकवाद फैलाने वाले हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर बशीर मीर उर्फ इम्तियाज आलम और जैश एक मोहम्मद के टॉप आतंकी जहूर मिस्त्री की भी हत्या हो चुकी है। ये सभी आतंकी भारत में मोस्ट वांटेड थे।
गुरपतवंत सिंह पन्नू की कार दुर्घटना में मौत का दावा!
दावा किया जा रहा है कि खालिस्तानी आतंकवादी और सिख फॉर जस्टिस का सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका में कार दुर्घटना में मारा गया है। उसे भारत सरकार ने 2020 में ही आतंकवादी घोषित कर दिया था। उसके खिलाफ पंजाब में राजद्रोह के दो मामले में भी दर्ज हैं। पन्नू सोशल मीडिया पर अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता था। वह अपने खालिस्तान के सपने दिखाकर लोगों को भड़काता था।
इसका बनाया आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में भारतीय दूतावासों, नागरिकों और मंदिरों पर हमले में शामिल था। पन्नू को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से पंजाब में हिंसा भड़काने के लिए फंड मिलता था।
परमजीत सिंह पंजवड़ की पाकिस्तान में हुई थी हत्या
खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवड़ खाालिस्तान कमांडो फोर्स का सरगना था। वह पिछले कई साल से पाकिस्तान में मलिक सरदार के नाम से छिपकर बैठा हुआ था। 7 मई 2023 को तड़के अज्ञात हमलावरों ने लाहौर में उसकी कॉलोनी में घुसकर पंजवड़ को गोली मारी और वहां से फरार हो गए। इस हमले में पंजवड़ की मौके पर ही मौत हो गई। पंजवड़ पाकिस्तान से सीमा पार भारत में अवैध हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई का रैकेट चलाता था। उसने 30 जून 1999 में चंडीगढ़ पासपोर्ट कार्यालय के पास बम ब्लास्ट कराया था। परमजीत सिंह पंजाब में तरनतारन जिले के झब्बाल गांव का रहने वाला था। वह पाकिस्तान में आईएसआई के संरक्षण में रह रहा था।
हरदीप सिंह निज्जर को अज्ञात हमलावरों ने मारी थी गोली
19 जून 2013 को कनाडा में कुख्यात खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसकी हत्या ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में हुई। निज्जर भारत में मोस्ट वॉन्टेड और घोषित आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल था। निज्जर जालंधर के हरसिंहपुर का मूल निवासी था। उसने कनाडा में कथित तौर पर एक प्लम्बर के रूप में काम की शुरुआत की थी। बाद में स्थानीय सिख समुदाय में उसकी जान पहचान बढ़ी और उसे कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था। 2022 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी की हत्या के मामले में निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
ब्लड कैंसर से मर गया अवतार सिंह खांडा
ब्रिटेन में भारतीय दूतावास पर हमले का आरोपी अवतार सिंह खांडा की मौत 14 जून 2023 में हुई थी।
ब्रिटेन में भारतीय दूतावास पर हमले का आरोपी अवतार सिंह खांडा की मौत 14 जून 2023 में हुई थी। बताया जाता है कि खांडा भारत में स्वंयभू खालिस्तानी आतंकी अमृतपाल सिंह का गुरू था। खाडा ने ही ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग पर हमले की साजिश रची थी। ब्रिटेन के मेडिकल रेकॉर्ड में अवतार के ब्लड कैंसर से मौत होने की पुष्टि हुई थी। उसे बेचैनी के बाद ब्रिटेन के बर्मिंघम शहर के एक अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था। कहा जाता है कि अवतार हिंस खांडा ने ही खालिस्तानी आतंकी अमृतपाल सिंह को तैयार किया था और बाद में वारिस पंजाब दे के नेता के रूप में भारत भेजा था। ऐसा भी दावा किया जाता है कि उसके शरीर में जहर भी मिला था।
पाकिस्तान में मारा गया था जहूर मिस्त्री
जहूर मिस्त्री जैश-ए-मोहम्मद का टॉप आतंकी था। वह 24 दिसंबर 1999 को हुए इंडियन एयरलाइंस के विमान अपहरण में भी शामिल था। मार्च 2022 में जहूर मिस्त्री की पाकिस्तान के कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जहूर कराची में जाहिद अखुंद ने नाम से छिपा हुआ था। वह कराची के अख्तर कॉलोनी में क्रिसेंट फर्नीचर नाम से एक शो रूम भी चला रहा था। उसकी हत्या फर्नीचर दुकान के अंदर घुसकर की गई थी। उस वक्त भी बाइक सवार अज्ञात हमलावरों की बात निकलकर सामने आई थी। जहूर मिस्त्री के अंतिम संस्कार में रऊफ असगर सहित जैश-ए-मोहम्मद के कई शीर्ष आतंकी शामिल हुए थे। रऊफ असगर जैश का ऑपरेशनल चीफ है और मसूद अजहर का भाई है।
पाकिस्तानी आतंकी बशीर मीर की भी गोली मारकर हुई थी हत्या
फरवरी 2023 में हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर बशीर मीर उर्फ इम्तियाज आलम की इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी। बशीर मीर के हत्यारे भी बाइक पर आए थे और गोलियां बरसाकर फरार हो गए थे। बशीर मीर हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडरों में से एक था। वह कश्मीर में आतंकवाद के लिए युवाओं को जुटाने और उन्हें हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराने का काम करता था। बशीर मीर पीओके में सक्रिय आतंकियों के लॉन्च पैड की भी जिम्मेदारी संभाले हुए था। बशीर मीर को हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सैयद सलाहुद्दीन का करीबी माना जाता था। सलाहुद्दीन ने मीर को खास तौर पर लेपा सेक्टर में स्थित आतंकियों के लॉन्च पैड की जिम्मेदारी दी थी। बशीर मीर के मारे जाने के बाद उसके जनाजे में सैयद सलाहुद्दीन भी शामिल हुआ था। सलाहुद्दीन ने जनाजे में शामिल होने के दौरान भारत के खिलाफ जमकर जहर भी उगला था
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