पाकिस्तान के दोस्त अजरबैजान से तनाव चरम पर, भारत से 84 तोप खरीद सकता है आर्मेनिया, 50 किमी तक बरसेगा कहर
India Armenia Defence: भारत और आर्मेनिया के बीच एक महत्वपूर्ण डील हो सकती है। आर्मेनिया अपनी सेना के तोपखानों को मजबूत करना चाहता है। वह भारत से 84 ATAGS आर्टिलरी गन खरीद सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की अभी तक अधिकारियों ने कोई पुष्टि नहीं की है। आर्मेनिया पहले छह तोप खरीद चुका है।
हाइलाइट्स
- भारत और आर्मेनिया के बीच हथियारों की डील हो सकती है
- आर्मेनिया भारत से 84 तोप खरीद सकता है
- यह तोप हर मौसम और ऊंचाई वाले इलाकों में टेस्ट हुई है
भारतीय सेना इस स्वदेशी आर्टिलरी गन सिस्टम के 310 ऑर्डर देना चाहती है। ये तोप रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), भारत फोर्स लिमिटेड और टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड के सहयोग का परिणाम है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अधिकारियों ने आर्मेनिया की ओर से तोप खरीदने की खबरों की न तो पुष्टि की है और न ही इसे नकारा है। हालांकि आर्मेनिया का हथियार खरीदना कोई नया नहीं है। पहले भी आर्मेनिया भारत से घातक हथियार खरीद चुका है।
छह तोप खरीद चुका है आर्मेनिया
आर्मेनिया ने पहले कल्याणी फोर्ड इंडिया से पहियों वाली MArG 155 स्व-चालित होवित्जर का ऑर्डर दिया था। 2023 में आर्मेनिया ने इनमें से छह ATAGS का ऑर्डर दिया। अब, यह 15.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर से वह 84 और ATAGS खरीदना चाहता है। सितंबर 2023 में भी इसी तरह की रिपोर्ट्स सामने आई थी। इसमें कहा गया था कि 84 ATAGS लेने के बाद आर्मेनिया के पास इस तरह की 90 तोपें हो जाएंगी। इन ATAGS को उच्च गतिशीलता और रैपिड तैनाती के लिए डिजाइन किया गया है।
क्या है भारतीय तोप की ताकत
ATAGS के पास एडवांस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम और ऑटोमैटिक कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम है। ATAGS सोवियत-विंटेज D-30 टोड 122 मिमी होवित्जर और 2A65 Msta-B 152 मिनी टोड होवित्जर की जगह लेगा। उच्च ऊंचाई पर इसे चलाया जा सकता है जो इसे आर्मेनियाई सेना के लिए बेहतर बनाता है। आर्मेनिया भारत का पहला निर्यात ग्रहाक होगा, जो भारत के लिए बड़े अवसर खोल सकता है। यह तोप हर मौसम और इलाके के लिए बेहतर है। 50 किमी के लक्ष्य पर यह हमला कर सकती है। 60 सेकंड में पांच राउंड और 60 मिनट में 60 राउंड की निरंतर दर से यह फायरिंग कर सकती है।
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