*पूर्व सैनिक पर ट्रैक्टर चढ़ाया : महिलाओं पर लाठियों-सरिए से हमला; जमीन के बंटवारे को लेकर खूनी संघर्ष*
जमीनी विवाद को लेकर परिवार में विवाद हो गया। पूर्व सैनिक को ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया गया। महिलाओं से लाठी-सरियों से मारपीट की गई। हमलावर रिश्ते में पूर्व सैनिक के चाचा लगते हैं। मारपीट का मामला अलवर जिले के बहरोड़ का 8 मई का है। अब इसका वीडियो रविवार को सामने आया है।पूर्व सैनिक राजसिंह यादव सेना से रिटायर है। राजसिंह (54) और उसके चाचा कंवर सिंह (54) के बीच जमीन बंटवारे का पुराना विवाद चल रहा है। राजसिंह ने SDM कोर्ट में जमीन बंटवारे के लिए दावा किया हुआ है। कोर्ट से स्टे भी लिया हुआ है। राजसिंह का खेत सड़क से लगते हुए है। दूसरा पक्ष इस पर अपना दावा जताता है। इसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच 8 मई को जमकर मारपीट हुई।
*पूरी प्लानिंग के साथ किया हमला*
पीड़ित राजसिंह ने कहा- जमीन का यह विवाद लंबे समय चल रहा है। 8 मई को सुबह 9 बजे वे मेरे कब्जे के खेत पर ट्रैक्टर लेकर जुताई करने आ गए। ट्रैक्टर को रुकवाने के लिए सामने आया तो मेरे ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। मैं बाल-बाल बचा तो पलक झपकते ही कंवरसिंह के परिवार के लोग लाठी-सरिए लेकर आए और मुझ पर टूट पड़े। बीच बचाव करने आई मेरी बहू पिंकी पर भी ताबड़तोड़ लाठियां बरसाईं। लाठी से मेरा सिर फोड़ दिया। सिर में 9 टांके आए हैं।
*परिवार के सभी लोगों को पीटा*
राजसिंह का कहना है कि आरोपियों ने उसकी पत्नी सरोज, मां श्रवण देवी, पिता भोपाल सिंह और बहू पिंकी के साथ मारपीट की। इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया था। राजसिंह का कहना है कि वह जमीन का अकेला वारिस है, उसका बेटा विदेश में रहता है।
*सेना और मर्चेंट नेवी से हो चुका रिटायर*
पीड़ित राजसिंह यादव भारतीय नौसेना में 15 साल नौकरी करने के बाद वर्ष 2001 में सेवानिवृत्त हो गया था। जिसके बाद उन्होंने 2002 में फिर से मर्चेंट नेवी जॉइन की और 2019 तक लगातार काम किया। राजसिंह के पिता भोपाल सिंह 1984 में सिग्नल कोर थल सेना से ऑर्डिनरी सूबेदार पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। राज सिंह का बेटा सौरव यादव भी मर्चेंट नेवी में कार्यरत है।
*इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज*
पुलिस ने बताया कि 8 मई को हुई मारपीट में कंवर सिंह, करण सिंह, विक्रांत, राकेश उर्फ भारत, सुमन, नीतू, करतार, संतोष, पूजा सहित 6-7 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। जांच हेड कांस्टेबल भीमसिंह कर रहे हैं।
*महंगी जमीन होना बना विवाद की वजह*
राजसिंह के दादा तीन भाई थे। राजसिंह के दादा किशनलाल थे। आरोपी कंवर सिंह दादा के भाई सालगराम का बेटा है। दूसरा आरोपी करतार दादा के भाई मुरली का बेटा है। इस परिवार की करीब 28 बीघा जमीन में से ढाई बीघा जमीन रोड से लगती हुई है। जिसका बंटवारा 1/6 के हिसाब से किया गया था। सड़क से लगती जमीन राजसिंह के हिस्से में है। जाहिर तौर पर इस जमीन की बाजार कीमत ज्यादा है। ऐसे में दूसरा पक्ष इस बेशकीमती जमीन पर कब्जा चाहता है। जमीन की लोकेशन बहरोड़ उपखंड मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर, बहरोड़-हरियाणा के कुंड रोड पर मांचल गांव की सड़क के किनारे है। दूसरे पक्ष की जमीन मुख्य सड़क से एक किलोमीटर अंदर है। जिसकी कीमत कम है।
Add Comment