*पैगंबर पर विवादित बयान:अलकायदा से जुड़ा AQIS क्या है, जिसने 4 राज्यों में हमले की धमकी दी; कैसे करता है यह टारगेटेड किलिंग*
*REPORT BY SAHIL PATHAN*
पैगंबर मोहम्मद पर BJP नेता नूपुर शर्मा के दिए विवादित बयान के बाद आतंकी संगठन अलकायदा के दक्षिण एशिया इलाके के सहयोगी AQIS ने भारत में आत्मघाती हमले की धमकी दी है। AQIS ने 6 जून को जारी अपने लेटर में पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने की धमकी देते हुए दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमले की धमकी दी। पिछले कुछ महीनों के दौरान AQIS के कई आतंकी गिरफ्तार हो चुके हैं, जो आतंकी हमले करने और भारत में अपना नेटवर्क विस्तार करने की फिराक में थे।
*आखिर AQIS ने अपनी धमकी में क्या कहा है?*
अपनी धमकी में AQIS ने कहा, “हमें अपने पैगंबर की गरिमा के लिए लड़ना चाहिए, हमें दूसरों से अपने पैगंबर के सम्मान के लिए लड़ने और मरने का आग्रह करना चाहिए, हमें उन लोगों को मारना चाहिए जो हमारा अपमान करते हैं। हमें अपने शरीर और अपने बच्चों के शरीर के साथ विस्फोटकों को बांधना चाहिए ताकि उन लोगों को उड़ा सकें, जो हमारे पैगंबर का अपमान करने की हिम्मत करते हैं।”AQIS ने अपने लेटर में टीवी पर पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान देने का जिक्र किया है, लेकिन BJP नेता नूपुर शर्मा का नाम मेंशन नहीं किया है।इससे पहले अप्रैल में कर्नाटक में हिजाब कंट्रोवर्सी के दौरान अलकायदा सरगना अल-जवाहिरी ने वीडियो जारी कर कहा था कि हिजाब विवाद पर दुनियाभर के मुसलमान उन लड़कियों का खुलकर सपोर्ट करें, जो इसको पहनने के लिए लड़ रही हैं। 9 मिनट के वीडियो में जवाहिरी ने कहा था कि भारत के हिंदू लोकतंत्र में मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। उसने मुसलमानों को इस उत्पीड़न का जवाब देने को कहा था।
*क्या है आतंकी संगठन AQIS?*
अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट यानी AQIS का गठन 2014 में अल जवाहिरी ने भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा का प्रभाव बढ़ाने के लिए किया था। जवाहिरी कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन का उत्तराधिकारी है। AQIS वैश्विक रूप से प्रतिबंधित आतंकी संगठन है। AQIS तालिबान की छत्रछाया में अफगानिस्तान के निमरोज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से ऑपरेट होता है। अल जवाहिरी ने AQIS के गठन के समय करीब एक घंटा लंबा वीडियो जारी करते हुए भारतीय मूल के असीम उमर नामक एक व्यक्ति का परिचय कराया था। असीम उमर ही AQIS का चीफ बना था। उमर को 2018 में यूनाइटेड नेशंस ने वैश्विक आतंकी घोषित किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, असीम उमर को 2019 में हेलमंद प्रांत के मूसा कला में अमेरिकी-अफगान मिलिट्री ने एक जॉइंट ऑपरेशन में मार गिराया था। इसके बाद असीम उमर की जगह पाकिस्तान में जन्मा ओसामा महमूद AQIS का चीफ बना था।
*किन देशों में है AQIS की मौजूदगी*
रिपोर्ट्स के मुताबिक, AQIS भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश में ऑपरेट करता है। सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, बांग्लादेश में इस ग्रुप का आधिकारिक नाम अंसार-अल-इस्लाम है। माना जाता है कि बांग्लादेश में हाल में हुए कई प्रमुख सेक्युलर शख्सियतों पर हमले और उनकी हत्या के लिए यह आतंकी समूह जिम्मेदार है। आतंकी संगठन अंसार-अल-इस्लाम ने ही बांग्लादेश में सेक्युलर एक्टिविस्ट, लेखकों, प्रोफेसर और डॉक्टरों की हत्या की जिम्मेदारी ली है।दुनिया भर में उग्रवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई के लिए बने नॉन-प्रॉफिट गैर-सरकारी संगठन काउंटर एक्स्ट्रीमिज्म प्रोजेक्ट यानी CEP के मुताबिक, म्यामांर में रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ हुई हिंसा के जवाब में अलकायदा ने AQIS को म्यामांर में हमले करने के लिए कहा था।
AQIS ने सितंबर 2014 में कराची के नेवल डॉकयार्ड में एक पाकिस्तानी युद्धपोत को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा संघ यानी UNSC द्वारा जुलाई 2020 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, AQIS के पास करीब 150 से 200 आतंकी हैं।
*भारत में आतंकी संगठन AQIS कितना एक्टिव है?*
दिल्ली में 2015 में तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद AQIS की भारत में मौजूदगी का पहली बार पता चला था। दिल्ली पुलिस ने बाद में AQIS के आतंकी मौलाना अब्दुल रहमान कासमी को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दावा किया कि इस आतंकी संगठन ने झारखंड के जंगलों में ट्रेनिंग कैंप बना रखा है।
जुलाई 2021 में UP पुलिस ने अलकायदा से जुड़े आतंकी संगठन अंसार गजवत उल हिंद के 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया था कि ये दोनों आतंकी स्वतंत्रता दिवस से पहले लखनऊ में भीड़-भाड़ वाली जगहों पर हमले की योजना बना रहे थे।अक्टूबर 2021 में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी, यानी NIA ने भारत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की एक्टिविटी रोकने के लिए एक कथित AQIS आतंकी के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। NIA ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के अबू सुफियान पर एक्सक्लूसिव सब्सटेंस एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
असम में अप्रैल 2022 में बारपेटा जिले से 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों पर बारपेटा जिले को अलकायदा और उससे संबंधित संगठन की गैरकानूनी गतिविधियों का बेस बनाने का आरोप था।इसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य से आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने के आदेश दिए। असम के DGP भास्कर ज्योति महंता ने एक बातचीत में कहा था- इन सभी आतंकियों के लीडर बांग्लादेश के हैं। हम पहले ही अनौपचारिक रूप से इस मामले को बांग्लादेश सरकार के साथ उठा चुके हैं। साथ ही हम इस मामले को जल्द ही इंटरपोल के जरिए भी उठाएंगे।
*कितना खतरनाक आतंकी संगठन है AQIS?*
2020 में एक टॉप काउंटर टेररिज्म अफसर ने अमेरिकी सांसदों को बताया था कि AQIS छोटे स्तर पर आतंकी हमला करने में सक्षम है। नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर के निदेशक क्रिस्टोफर मिलर ने अमेरिकी सीनेट की एक कमेटी को बताया था कि 2019 में अमेरिकी हमले में AQIS प्रमुख असीम उमर के मारे जाने के साथ ही साउथ एशिया में यह आतकी संगठन कमजोर पड़ गया है। अभी भी यह छोटे पैमाने पर क्षेत्रीय हमले कर सकता है।हालांकि, एक्सपर्ट्स भारतीय उपमहाद्वीप में AQIS और अलकायदा के खतरे को कमतर आंकते हैं। इंडिया इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट के अजय साहनी कहते हैं कि अलकायदा ने पहली बार 1996 में टारगेट के रूप में भारत का नाम लिया था। उस वक्त ओसामा बिन लादेन ने जम्मू-कश्मीर और असम दोनों का नाम लिया था। इसके बाद भी यह आतंकी संगठन इन दोनों राज्यों में कोई बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाया है।
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि AQIS अभी तक भारत के युवाओं में अधिक प्रभाव नहीं डाल पाया है, लेकिन यह इस्लामिक स्टेट यानी IS के खत्म होने का फायदा उठा सकता है। इन दिनों AQIS ने भारत में अपनी प्रोपेगैंडा गतिविधियों को भी बढ़ाया है।हाल ही में पैगंबर पर दिए विवादित बयान के बाद AQIS द्वारा धमकी भरा लेटर जारी होने के बाद से खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं। एजेंसियों ने दिल्ली, महाराष्ट्र, UP और गुजरात को इसके बारे में जानकारी दी है और अलर्ट रहने के लिए कहा है।
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