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प्रदेश के 9 लाख स्कूली बच्चों का भविष्य संवारने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की अनूठी पहल‘डायल फ्यूचर‘ से विद्यार्थी चुनेंगे अपना कॅरियर

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बीकानेर, 27 जून। प्रदेश में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही भावी पीढ़ी के सुनहरे भविष्य की राह तैयार करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने अनूठी पहल करते हुए ‘डायल फ्यूचर‘ (भविष्य की राह) कार्यक्रम की शुरुआत की है। अब प्रदेश के सभी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में दसवीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों का संकाय चयन में मार्गदर्शन करने के साथ कॅरियर काउंसलिंग भी की जाएगी। विद्यार्थियों के भावी जीवन की राह संवारने वाले शिक्षक ‘पथ प्रदर्शक शिक्षक‘ कहलाएंगे।
शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने मंगलवार को बीकानेर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम के लोगो, ब्रोशर, बुकलेट और वीडियो का विमोचन किया। प्रदेश के उच्च माध्यमिक विद्यालयों के 15 हजार से अधिक पथ प्रदर्शक शिक्षक एवं विभाग के 500 से अधिक अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़े।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ बनना चाहता है और बनने का माध्यम तालीम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 26 जून से प्रारंभ हुए नए शैक्षणिक सत्र के साथ ही ड्रॉप आउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए स्कूल चलो अभियान (प्रवेशोत्सव) चलाया जा रहा है और अब 28 जून से 5 अप्रैल तक दसवीं पास करने वाले बच्चों का विषय चयन में मार्गदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पथ प्रदर्शक शिक्षक, बच्चों को सही संकाय चयन के साथ दसवीं के बाद व्यवसायिक शिक्षा की भी जानकारी दें, जिससे वे कार्यशील जनसंख्या का हिस्सा बन सकें।
डॉ कल्ला ने कहा कि इस कार्यक्रम से विद्यार्थियों के करियर चयन की राह आसान होगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कला, वाणिज्य एवं विज्ञान के अलावा ललित कला, संगीत, साहित्य, व्यवसायिक प्रशिक्षण, तकनीकी प्रशिक्षण की जानकारी भी दी जाए।
शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती जाहिदा खान ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत प्रदेश के हर बच्चे के भविष्य को संवारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि पहले हर बच्चा डॉक्टर, इंजीनियर या अध्यापक ही बनना चाहता था लेकिन बदलते समय के साथ बच्चों के लिए कॅरियर बनाने की अनेक राहें खुल गई हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक का स्थान ईश्वर से भी ऊपर है। उन्होंने पूरी प्रतिबद्धता के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने का सभी पथ प्रदर्शक शिक्षकों से आह्वान किया।
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने कहा कि हम आज जो कुछ भी बन पाए हैं या जो बनना चाहते थे और नहीं बन पाए, उसमें हमारे दसवीं कक्षा के बाद चुने गए विषय का महत्वपूर्ण योगदान है। विषय का चयन विद्यार्थी के भविष्य निर्धारण में महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने कहा कि संकाय चयन में मार्गदर्शन देने के साथ ही निकटतम विद्यालय की भी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि डायल फ्यूचर कार्यक्रम के माध्यम से इसी सत्र में लगभग 9 लाख विद्यार्थियों के कॅरियर की राह को उज्ज्वल बनाने के लिए अथक परिश्रम कर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, बीकानेर, राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी), उदयपुर की टीम के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी, कार्मिक तथा शिक्षक गणों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री कानाराम ने कहा कि डायल फ्यूचर कार्यक्रम विद्यार्थियों के संकाय चयन में सहायक होगा और वे जो भविष्य का निर्माण करना चाहते हैं उसका सपना साकार होगा।
इस दौरान प्रदेश के सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों के चयनित पथ प्रदर्शक शिक्षकों के लिए एक दिवसीय ऑनलाइन आमुखीकरण कार्यशाला भी आयोजित की गई। कार्यशाला को प्योर इंडिया ट्रस्ट जयपुर के श्री प्रशांत पाल, आईडियाज टू इंपैक्ट फाउंडेशन की भावना भसीन तथा करियर काउंसलर डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली ने संबोधित किया। कार्यशाला में करियर काउंसलिंग से संबंधित शॉर्ट मूवी भी दिखाई गई। कार्यशाला में राज्य परियोजना निदेशक श्रीमती श्रुति भारद्वाज सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

क्या है डायल फ्यूचर इनीशिएटिव-
डायल फ्यूचर और फ्यूचर स्टेप्स (भविष्य की राह) इनीशिएटिव के तहत राज्य के सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों से एक-एक शिक्षक का पथ प्रदर्शक के रूप में चयन किया गया है जो स्कूल में दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले बच्चों का संकाय चयन में मार्गदर्शन एवं करियर काउंसलिंग करेंगे। साथ ही पूरे प्रदेश को 4 जोन जयपुर जोन (जयपुर एवं भरतपुर संभाग), कोटा जोन (कोटा एवं उदयपुर संभाग), जोधपुर जोन (जोधपुर एवं पाली संभाग) तथा बीकानेर जोन (बीकानेर, चूरू एवं अजमेर संभाग) में बांटकर 20 हेल्प डेस्क नंबर 9773319741 से 9773319760 तक जारी किए गए हैं। राज्य एवं संभाग स्तर पर हेल्प डेस्क शनिवार एवं रविवार सहित 28 जून से 5 जुलाई तक प्रातः 10 से 5 बजे तक कार्य करेगी। हेल्प डेस्क के नंबरों पर कॉल करके भी मार्गदर्शन लिया जा सकता है। इसके अलावा यूट्यूब पर करियर काउंसलिंग से संबंधित एक विस्तृत वीडियो तैयार कर जारी किया गया।

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