बालिका गृह के कक्ष निर्माण में तकनीकी मापदण्डों का नहीं रखा ध्यान
तात्कालिक अधिशाषी अभियंता के विरूद्ध कार्यवाही के लिए सरकार को भेजा पत्र
बीकानेर, 20 जुलाई। राजकीय बालिका गृह के कक्ष निर्माण में तकनीकी मापदण्डों का ध्यान नहीं रखने तथा पर्यवेक्षणीय लापरवाही के कारण सार्वजनिक निर्माण विभाग के तात्कालिक अधिशाषी अभियंता पंकज यादव के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजा गया है।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि राजकीय बालिका गृह में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा एक कक्ष बनाया गया था। इसका निर्माण 7 जून 2019 को पूर्ण हुआ। जिला कलक्टर द्वारा 13 जून को बालिका गृह का निरीक्षण किया गया, तो कमरे के दीवार में दरारें पाई गई। इस पर पीडब्ल्यूडी के क्वालिटी कंट्रोल के अधीक्षण अभियंता से जांच करवाई गई। रिपोर्ट में तथ्य सामने आया कि कमरा बड़ा करने के लिए पुरानी दीवार को ड्राइंग के मुताबिक लंबाई में बढ़ाना था। इसके लिए पुरानी दीवार की नींव के बराबर की नींव लेकर नींव से ही नई दीवार की चिनाई कर इसमें दाड़े निकालते हुए जोड़कर आगे प्लिंथ तक एवं ऊपर चिनाई करनी थी। संबंधित एजेंसी ने इसे अलग यूनिट की तरह चिनाई कर दी और फिर पूरे पर प्लास्टर कर दिया। इसके बाद नया कंस्ट्रक्शन लूज रहा और सीपेज पूरी तरह एक्सपोज हो गया। इस कारण यह डिफ्रेंशियली सेटल हो गया और सीपेज पर प्लास्टर में यह क्रेक दे रहा है।
यह कार्य तात्कालिक अधिशाषी अभियंता पंकज यादव द्वारा करवाया गया था। तकनीकी मापदण्डों का ध्यान नहीं रखने और पर्यवेक्षणीय लापरवाही के मद्देनजर यादव के विरूद्ध कार्यवाही के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजा गया है। यादव वर्तमान में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, जालौर में अधिशाषी अभियंता के पद पर कार्यरत हैं।
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