एनएचएआई को प्रस्ताव जाएंगे:शहर से 21 किमी दूर 130 किमी रिंग रोड की जरूरत
शहर से दूर 130 किलोमीटर नई रिंग रोड की जरूरत है जिसके प्रस्ताव एनएचएआई को भेज जाएंगे। इसके अलावा सीकर, जोधपुर और श्रीगंगानगर तक हाईवे फोरलेन करने की आवश्यकता जताई गई है। वर्तमान में बीकानेर की रिंग रोड 82 किमी है जो तीन टुकड़ों में बनी हुई है। जोधपुर-जयपुर बाइपास और जैसलमेर-जोधपुर बाइपास 28-28 किमी और श्रीगंगानगर-जैसलमेर बाइपास 26 किमी है जो शहर से करीब 13 किमी दूर है।
लगातार बढ़ती आबादी और दूर-दूर तक बसावट होने के कारण पुरानी रिंग रोड आबादी में आ गई। इसलिए अब शहर से 21 से 23 किमी दूर करीब 130 किमी की नई रिंग रोड की जरूरत है जिसके प्रस्ताव एनएचएआई को भेजे जाएंगे। नई रिंग रोड को मास्टर प्लान में शामिल किया जाएगा। शुक्रवार को संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन की अध्यक्षता में मीटिंग हुई जिसमें पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने नई रिंग रोड बनाने की आवश्यकता जताई और डीसी ने एनएचएएआई को प्रस्ताव भेजने के लिए कहा।
इसके अलावा दुर्घटनाएं रोकने और सुविधाजनक आवागमन के लिए सीकर, जोधपुर व श्रीगंगानगर हाइवे को भी फोरलेन करने के प्रस्ताव भी एनएचएआई को भेजे जाएंगे। डीसी ने उरमूल सर्किल से करमीसर रोड फांटा तक मार्किंग करने, सड़क किनारे अतिक्रमण हटा लेवल ठीक करने, रानीबाजार आरयूबी का काम जल्दी पूरा करने, सांखला फाटक और कोटगेट आरयूबी निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, नगर निगम आयुक्त केसरलाल मीणा, यूआईटी सचिव यशपाल आहूजा, पीडब्ल्यूडी एसई मुकेश गुप्ता, डीपी सोनी, एनएचएआई के परियोजना निदेशक पीयूष यदुवंशी सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।
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