आरएसी जवानों के साथ गश्त करेंगे अफसर:पानी चोरी रोकने को 365 किमी नहर को 3 भागों में बांटा
बीकानेर
आरडी 243 से 620 और 621 से 1120 तक बीकानेर और आरडी 1121 से 1458 तक जैसलमेर प्रशासन रखेगा नजर।
नहरबंदी शुरू होने के साथ ही साइफन लगाकर पानी चोरी करने का अंदेशा भी बढ़ गया है। अधिकारियों ने 365 किमी नहर को तीन भागों में बांटकर 50 से ज्यादा आरएसी के जवानों को तैनात किया है। अधिकारी इन जवानों के साथ नहर के आसपास गश्त करेंगे। पानी चोरी करने वालों को पकड़कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
26 मार्च से आंशिक नहरबंदी शुरू हो चुकी है, जो 24 अप्रैल तक चलेगी। उसके बाद 25 अप्रैल से 24 मई तक पूर्ण नहरबंदी होगी, जिसमें राजस्थान को पंजाब से बिल्कुल भी पानी नहीं मिलेगा। प्रशासन ने नहरबंदी के दौरान किसानों को सिंचाई का पानी देना बंद कर दिया है और पेयजल की सप्लाई की जाएगी।
इस दौरान कई किसान साइफन लगा पानी चोरी कर खेतों में सप्लाई करने या अपनी डिग्गियों में स्टोर करने की तैयारी में जुट गए हैं। पानी चोरी रोकने के लिए नहर विभाग ने भी रणनीति बनाई है। अधिकारियों ने 365 किमी नहर को तीन भागों में बांटा है, जिससे गश्त में आसानी हो। आरडी 243 से 620, 621 से 1120 और 1121 से 1458 तक तीन अलग-अलग एक्सईएन पानी चोरी पकड़ने का जिम्मा संभालेंगे। इसमें आरडी 1121 से 1458 तक जैसलमेर जिले का प्रशासन पानी चोरी रोकेगा।
नहरबंदी में पानी चोरी करने वाले काश्तकार सक्रिय हो जाते हैं। उन्हें पकड़ने के लिए नहर विभाग के अधिकारियों के साथ आरएसी, पुलिस की टीमों ने गश्त शुरू कर दी है। पानी चोरी रोकने के लिए 365 किमी नहर को तीन भागों में बांटकर गश्त की प्लानिंग की गई है। – प्रदीप रुस्तगी, एड. चीफ (रेगुलेशन)
जलदाय विभाग ने चिह्नित किए 18 संवेदनशील स्थान
पूर्ण नहरबंदी के दौरान पानी की किल्लत रहेगी। इसलिए पीएचईडी ने भी 18 स्थानों को संवेदनशील मानते हुए चिह्नित किया है। इन स्थानों पर पानी की 27 योजनाएं प्रभावी हैं, जिनसे 52 गांव के लोगों को पानी मिलता है। संवेदनशील स्थानों पर पीएचईडी और नहर विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ सुरक्षा के लिए हथियारबंद पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी।
नहरबंदी के दौरान आरडी 820 से 860 तक का इलाका पानी चोरी के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील है। नहर विभाग के गश्ती दल ने इसी इलाके में पानी चोरी के लिए पटड़े में दबाकर रखे 8 साइफन बरामद किए हैं। गुरुवार को आरडी 620 से 1120 के गश्ती दल ने नहर की आकस्मिक चेकिंग की। इस दौरान आरडी 820 से 860 के बीच नहर किनारे पटड़े पर कुछ स्थान खुरदरे मिले। शक होने पर खोदा गया तो पानी चोरी के लिए लगाए गए 8 साइफन बरामद हो गए। टीम ने इन साइफन को नष्ट कर दिया। बज्जू थाना पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है। साइफन बरामद होने वाले आठों स्थानों की पटवारी से रिपोर्ट मांगी है, जिससे पता चल सके कि पानी चोरी की तैयारी किसने कर रखी थी। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
40-50 फीट की दूरी तक लगे थे साइफन : आईजीएनपी के एक्सईएन ललित शर्मा ने बताया कि नहरबंदी के कारण काश्तकारों को सिंचाई का पानी देना बंद कर दिया गया है। इस बीच कुछ काश्तकारों ने साइफन लगा पानी चोरी कर अपने खेतों-डिग्गियों में सप्लाई की तैयारी कर रखी है। गुरुवार को बरामद किए साइफन नहर से 40-50 फीट दूरी तक लगाए गए थे।
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