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बीकानेर:: बाघा एवं अटारी बॉर्डर की तरह जल्द ही खाजूवाला बॉर्डर पर भी होगा “रिट्रीट सेरेमनी” का आयोजन

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बीकानेर:: बाघा एवं अटारी बॉर्डर की तरह जल्द ही खाजूवाला बॉर्डर पर भी होगा “रिट्रीट सेरेमनी” का आयोजन
बीकानेर।बॉर्डर आउटपोस्ट सांचू में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी तथा जिंदा शहीद अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा की मौजूदगी में सांचू माता मंदिर का अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा का नियमित फायरिंग का भी प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी तथा मनिंदरजीत सिंह बिट्टा सहित सीमा सुरक्षा बल बीकानेर के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ की उपस्थिति में पूजा अर्चना के साथ सांचू माता मंदिर का उद्घाटन किया गया।
REPORT BY SAHIL PATHAN
इस अवसर पर भारत के कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि यदि सीमाएं सुरक्षित है तो देश अपने आप सुरक्षित हो जाता है।एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सीमा क्षेत्र में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बन रही सड़क पर फाइटर प्लेन तक उतारे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुश्मन देश की गतिविधियों को देखते हुए भारत द्वारा अत्याधुनिक हथियार से लेकर संपूर्ण संसाधनों की पूर्ण तैयारी की जा रही है। सुरक्षा बलों द्वारा सीमा पर की जा रही सुरक्षा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि रेगिस्तान की तपती धूप में सेना द्वारा इस प्रकार सीमा पर डटे रहना आमजन में भी ऊर्जा का संचार करता है।
जिंदा शहीद के नाम से विख्यात अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने बढ़ते नारको टेररिज्मके संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने जैसलमेर सहित सभी बॉर्डर क्षेत्रों में नारको टेररिज्म के खिलाफ जिस प्रकार जिम्मेदारी का निर्वाह किया है वह काबिले तारीफ है।
सीमा सुरक्षा बल बीकानेर के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि सांचू माता मंदिर के इस अनावरण अवसर के साथ ही “सीमा दर्शन” के तहत बॉर्डर एरिया को आमजन हेतु खोल दिया गया है।उन्होंने बताया कि जिस तरह वाघा एवं अटारी बॉर्डर की पर परेड देखने के लिए लोग जाते हैं, उसी प्रकार की परेड “रिट्रीट सेरेमनी” आयोजित की जाएगी। जिसका आरंभ अगले माह के अंत तक हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इस रिट्रीट सेरेमनी में सीमा की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए इस “रिट्रीट सेरेमनी” में केवल भारतीय नागरिक ही आ सकेंगे विदेशी नागरिकोंको इसे देखने आने की अनुमति नहीं होगी।

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