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भाटी बोले-सबको पता है किसके हाथ खून से रंगे हैं:कांग्रेस निशाने पर, बीजेपी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर क्यों? कहा- क्रिया की प्रतिक्रिया होगी ही

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भाटी बोले-सबको पता है किसके हाथ खून से रंगे हैं:कांग्रेस निशाने पर, बीजेपी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर क्यों? कहा- क्रिया की प्रतिक्रिया होगी ही

बाड़मेर

पश्चिमी राजस्थान इन दिनों लोकसभा चुनाव में काफी चर्चित है। यहां की बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा से कैलाश चौधरी, कांग्रेस से उम्मेदाराम बेनीवाल और निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी मैदान में हैं। भाटी बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद अब फिर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोंक रहे हैं। दो दिन पहले (4 अप्रैल) बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में हुई उनकी नामांकन सभा में सबसे ज्यादा निशाने पर कांग्रेस के नेता रहे। डोटासरा से लेकर हरीश चौधरी तक पर बिना नाम लिए तंज कसा।

इन सभी मुद्दों पर रविंद्र सिंह भाटी से बात की। वे बोले- सभी को पता है किसके हाथ खून से रंगे हैं। जब उनसे कांग्रेस पर आक्रामण और बीजेपी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर को लेकर पूछा गया तो बोले- मैं अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दे रहा हूं और आगे भी देता रहूंगा।

पढ़िए रविंद्र सिंह भाटी का खास इंटरव्यू…।

फोटो 4 अप्रैल की नामांकन सभा की है। सभा में भाटी ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए थे।

फोटो 4 अप्रैल की नामांकन सभा की है। सभा में भाटी ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए थे।

सवाल- 2019 छात्र संघ चुनाव से लेकर 2024 तक लगातार बगावत कर रहे हो आखिर क्यूं?

जवाब – यह बगावत नहीं क्रांति है। देश में युवा कोई न कोई क्रांति लाता रहा है। क्रांति मेरे क्षेत्र में बदलाव के लिए है। सबको साथ लेकर पूरे तरीके से आगे बढ़ें। क्रांति पूरे क्षेत्र के विकास के लिए है। खनिज, संपदा को लेकर रीच रहा है। यहां के युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। यहां तक कि पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है। इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए न तो यहां के जनप्रतिनिधि आगे आए और न ही यहां का सिस्टम आगे आया। यह एक बदलाव का चुनाव है। रविंद्र नहीं यहां की जनता चुनाव लड़ रही है।

सवाल – सरकार के खिलाफ बगावत करने से क्षेत्र के लोगों के काम हो जाएंगे?

जवाब – पूरे तरीके से काम होंगे। काम करते भी आए हैं। जहां पर कोई काम अटका वहां जनता के साथ विश्वास के साथ उतरूंगा। यहां के लिए आखिरी दम तक लड़ाई लडूंगा।

सवाल – चार माह विधायक, काम के बदले में दो हैंडपंप ही मिले ?

जवाब – जो भी मिले लेकर तो आया। काम कराने के लिए कोशिश तो की थी, बाकी सारे भी खूब हैं वो तो कुछ भी नहीं लेकर आए। काम करेंगे, मेहनत करेंगे, नया-नया हूं, थोड़ी कोशिश करनी पड़ेगी, लेकिन विश्वास के साथ कह रहा हूं कि काम करवा देंगे।

सीएम से भाटी की मुलाकात के बाद ये चर्चा थी कि वे मान जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और नामांकन भरा। (फाइल)

सीएम से भाटी की मुलाकात के बाद ये चर्चा थी कि वे मान जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और नामांकन भरा। (फाइल)

सवाल – दो दिन भजनलाल सरकार व मंत्रियों से मुलाकातों का दौर चला, क्या वार्ता हुई आखिर ये सफल क्यों नहीं हो पाई?

जवाब – कई बार स्थितियां-परिस्थितयां बदलती रहती हैं। राजनीति में कई सारे उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। अच्छा संवाद हुआ और हमेशा बना रहना चाहिए। कई परिस्थितियां थीं। बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा की जनता का आदेश था चुनाव लड़ने का और उसका पालन करना मेरा धर्म है।

सवाल – भजनलाल सरकार से वार्ता के बाद आपके मानने तक के मैसेज आ गए थे, बीजेपी को समर्थन दे देंगे और बीजेपी का प्रचार करेंगे?

जवाब – कई बार स्थितियां थीं, लेकिन उन्होंने मुझसे कहा भी था। मैंने कहा, मेरे पितातुल्य बुजुर्ग और युवाओं तथा छत्तीस कौम की जनता से मिलने के बाद बताऊंगा कि मुझे आगे क्या करना चाहिए? सीएम से मुलाकात के बाद क्षेत्र में आकर लोगों से मिला। जनता ने कहा रविंद्र को एक नाम, पहचान और जगह मिली। उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र के लिए आपको आगे आना पड़ेगा और लड़ाई लड़नी पड़ेगी। मैंने जनता के आदेश का पालन किया है।

भाटी ने निर्दलीय दो नामांकन पत्र 30 मार्च और 2 नामांकन 4 अप्रैल को दाखिल किए थे।

भाटी ने निर्दलीय दो नामांकन पत्र 30 मार्च और 2 नामांकन 4 अप्रैल को दाखिल किए थे।

सवाल – चुनाव लड़ने के पीछे वजह है क्या ?

जवाब – कई सारे चीजें थीं, जिसमें एक वजह हैंडपंप भी है। मुख्य रूप से संसदीय क्षेत्र की जनता का आदेश था उसका पालन किया।

सवाल – आपके निशाने पर कांग्रेस ही क्यों हैं?

जवाब – पहले से कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने मुझे लेकर बहुत कुछ बोला और मेरे ऊपर कई सारे आरोप लगाए हैं। तभी मैंने उनके आरोपों का जवाब दिया है। मैंने आज दिन तक किसी के ऊपर निशाना साधा नहीं है। आप अगर कोई क्रिया करेंगे तो उसकी प्रतिक्रिया तो करनी पड़ेगी। आप आरोप लगा रहे हो आपका कैडर है। इसके बावजूद परेशान हो रहे हैं। इनके आरोपों का जवाब दिया है अगर और भी आगे कोई आरोप लगाएंगे तो उनका भी जवाब दूंगा। मैं नहीं चाहता कि आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति हो, केवल मुद्दों की राजनीति हो।

भाटी के चुनावी मैदान में उतरने से बाड़मेर सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है। यहां अब त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

भाटी के चुनावी मैदान में उतरने से बाड़मेर सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है। यहां अब त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

सवाल – पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने आप पर तंज कसा था कि हम पार्टी वाले तारे तोड़ नहीं सकते तो आप कैसे तोड़ देंगे?

जवाब – हेमाराम चौधरी वरिष्ठ हैं। उनको जो ठीक लगा वो कहा। विश्वास दिलाता हूं कि यहां के किसी भी आदमी का मान और सम्मान कम नहीं होने देंगे।

सवाल – कांग्रेस नेता आरोप लगा रहे हैं कि आपकी बीजेपी की बी पार्टी है?

जवाब – ए और बी पार्टी के सर्टिफिकेट हैं जो बांटते रहते हैं। पहले भी कई को बांटे हैं। अब हमें बांट रहे हैं। यह गंभीरता से लेने की चीज नहीं है। वे (हरीश चौधरी का नाम नहीं लिया) ए और बी में कंफ्यूजन में हैं। थोड़े दिन पहले कहते थे कि वो (हनुमान बेनीवाल) अशोक गहलोत साहब की बी टीम है और वो उनकी बी टीम है। अरे साहब ए और बी टीम में आप खुद कौन सी टीम में हो। शिव के अंदर लड़वाकर काम पक्का करवा दिया। जैसलमेर में काम पक्का करवा दिया। उनके खुद के विधायक (मदन प्रजापत) को उनके खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ गई। जगह-जगह आपने रार (बांटने) का काम किया है। अब कह रहे हो यह ए और यह बी टीम आप खुद कहां पर हो।

सवाल – नामांकन सभा में कहा उनके साथ खून से रंगे हुए हैं। किसके हाथ रंगे हुए हैं?

जवाब – यह सबको पता है। जिनको कहा वो भी समझ गए हैं। सभी लोगों को पता है, आने वाले 26 तारीख को वोट की चोट करके उनको जवाब भी दे देंगे।

सवाल- मंत्री तो कैलाश चौधरी भी रहे हैं कुछ काम हुआ है क्या?

जवाब – काम हुए हैं तो आपने और जनता ने भी देखे होंगे। जब भी लोगों के बीच में जाओ तब पूछ लेना तो लोग बता देंगे काम हुए हैं या नहीं।

सवाल – भाजपा के राजस्थान चुनाव प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि भाटी का मन परिवर्तन होगा ऐसी उम्मीद है?

जवाब – सबको उम्मीदें होनी चाहिए (हमें कई उम्मीदें और सबको अलग-अलग उम्मीदें होती हैं। उम्मीदें होनी चाहिए, हर किसी को रखनी चाहिए।

सवाल – दिल्ली से फोन आ रहे हैं, क्या सरकार ने भी कोई पेशकश की?

जवाब – समर्थकों और वोटरों के फोन आ रहे हैं जो वोट देने आएंगे। राज में जो नजदीक हैं उनको ज्यादा ध्यान होगा।

सवाल : पीएम मोदी या और भी कोई प्रेशर आ जाता है तो क्या आप बैठ जाएंगे?

जवाब : वो मेरे सम्मानीय हैं। वो अपना काम कर रहे हैं, उनका बहुत बिजी शेड्यूल है। मैं बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में काम रहा हूं यह मुझे करने दो।

सवाल : चुनाव जीतने पर किसको समर्थन देंगे?

जवाब : मेरी तमाम जनता जो कहेगी उनके साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। जो कहेंगे कि डीएनपी हटाएंगे उनके साथ रहेंगे, पानी पहुंचाएंगे, बढ़िया हेल्थ और इन्फ्रास्ट्रक्चर लेकर आएंगे, उनके साथ रहेंगे। विकास कौन लाकर देगा, इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार कौन लाकर देगा, हम उनके साथ रहेंगे।

सवाल – जो लोगों से वादा कर रहे हो कैसे पूरा होगा

जवाब – मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि संसदीय क्षेत्र के लोगों की मांग मजबूती से रखेंगे। महामहिम के अभिभाषण में भी छोटा सेशन चलता है। उसमें भी मैंने मजबूती से अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा है। आने वाले दौर में भी दिल्ली स्थित देश की सबसे बड़ी पंचायत में बात रखने का मौका मिला तो मजबूती से इनकी बात रखेंगे।

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