भारतीय नौसेना जिंदाबाद… भारत ने पाकिस्तानी नाविकों की बचाई जान तो पाकिस्तान के एक्सपर्ट ने मांगा ‘सबूत’, बोलती बंद
Pakistani Thank Indian Navy: पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा का भारतीय नौसेना से ‘सबूत’ मांगना उन्हें महंगा पड़ गया। एक तरफ जहां भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी नाविकों का वीडियो जारी कर दिया है, वहीं अब कमर चीमा से उनके सूत्र की विश्वसनीयता के सबूत मांगे जा रहे हैं। कमर चीमा ने इस वीडियो के बाद चुप्पी मार ली है।
इस्लामाबाद: भारतीय नौसेना के सोमालिया के समुद्री लुटेरों से अरब सागर में पाकिस्तान और ईरान के नाविकों की जान बचाने की जहां दुनियाभर में तारीफ हो रही है, वहीं एक पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा समेत कई ने सबूत मांग लिया। कमर चीमा ने ट्वीट करके कहा कि विदेशी मीडिया कह रहा है कि भारत की नौसेना ने 19 पाकिस्तानी नाविकों की जान बचाई है। उन्होंने कहा कि जिस नाव को भारतीय नौसेना ने बचाया है, वह ईरानी मूल की है। उन्होंने पाकिस्तानी सूत्रों के हवाले से दावा किया कि पाकिस्तान का कोई भी नागरिक इसमें शामिल नहीं था। भारतीय नौसेना को इन पाकिस्तानी नाविकों के नाम को जारी करना चाहिए। कमर चीमा के इस ट्वीट कुछ घंटे बाद ही भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी नाविकों का वीडियो जारी कर दिया।
यही नहीं भारतीय नौसेना के वीडियो में पाकिस्तानी और ईरानी नाविक भारतीय नौसेना जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। नौसेना के वीडियो के बाद अब कमर चीमा जमकर ट्रोल हो रहे हैं और उनसे माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है। वहीं पाकिस्तान की कायर सेना और नौसेना ने इस पूरे मामले में अभी तक चुप्पी साध रखा है। पाकिस्तानी सेना ने अपने नाविकों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना को धन्यवाद के दो शब्द तक नहीं कहे। वहीं सेना के समर्थक पाकिस्तानी भारत से सबूत मांगने में जुट गए। इसी वजह से उन्हें अब बुरी तरह से ट्रोल किया जा रहा है।
पाकिस्तानी एक्सपर्ट को धो डाला
एक यूजर रोहित आर ने कमर चीमा को लिखा, ‘कुछ शर्म बची है। अगर एक भारतीय एक पाकिस्तानी की पहचान नहीं कर पाएगा तो वह किसी और ग्रह पर रहता होगा। भारतीय नौसेना के लिए यह आखिरी चीज होगी कि वह पाकिस्तानी मछुआरों की जान बचाने का क्रेडिट ले।’ भाविक गांधी ने लिखा, ‘नाव ईरानी थी और उसके चालक दल के सदस्य पाकिस्तानी थे। अगर आपके सूत्र पाकिस्तानी सेना के हैं तो अपनी शर्मिंदगी की वजह से इसे स्वीकार नहीं करेंगे। झूठ बोलना पाकिस्तानी की आदत बन गया है। वे केवल अपने चुनाव में धोखाधड़ी कर सकते हैं।’
बता दें कि भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने पिछले दिनों दो नावों को सोमालिया के समुद्री डाकुओं के कब्जे से मुक्त कराया था। इसके बाद इन नावों में सवार चालक दल के ईरानी और पाकिस्तानी नाविकों ने भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया था। भारतीय नौसेना ने नाव अल नइमी में घुसे 11 डाकुओं को अरेस्ट कर लिया था। भारतीय युद्धपोत सोमालिया के डाकुओं और हूती विद्रोहियों को रोकने के लिए पूरे अरब सागर में ऐक्शन में है। वहीं पाकिस्तानी नौसेना आसपास भी दिखाई नहीं दे रही है।
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