रक्षा मंत्रालय ने पूर्व आर्मी मेडिकल कोर (एएमसी)/शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती के लिए आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज महानिदेशालय (डीजी एएफएमएस) को आदेश जारी किया है। ‘टूर ऑफ ड्यूटी’ योजना के तहत, 2017 और 2021 के बीच रिटायर हुए 400 पूर्व एएमसी/एसएससी चिकित्सा अधिकारियों को अधिकतम 11 महीने की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर भर्ती किए जाने की उम्मीद है।
दिनांक 8 मई, 2021 के आदेश में कहा गया है कि सेवानिवृत्ति के समय प्रदान वेतन से मूल पेंशन में कटौती करके एक निश्चित मासिक एकमुश्त राशि प्रदान की जाएगी, साथ ही जहां भी विशेषज्ञ वेतन ज़रूरी होगा वह दिया जाएगा। यह राशि अनुबंध की अवधि के लिए अपरिवर्तित रहेगी और किसी अन्य भत्तों का भुगतान नहीं किया जाएगा। भर्ती किए जाने वाले चिकित्सा अधिकारियों को नागरिक मानकों के अनुसार चिकित्सकीय रूप से फिट होना अनिवार्य है।
गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय ने मौजूदा कोविड-19 की स्थिति से उबरने के लिए नागरिक प्रशासन की सहायता हेतु अतिरिक्त जनशक्ति जुटाने के लिए कई कदम उठाए हैं। एएफएमएस ने पहले ही विभिन्न अस्पतालों में स्पेशलिस्ट, सुपर स्पेशलिस्ट एवं सहयोगी स्टाफ समेत अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती कर दी है, जबकि एएफएमएस के शॉर्ट सर्विस कमीशन्ड डॉक्टरों को दिनांक 31 दिसंबर, 2021 तक सेवा विस्तार दिया गया है जिससे 238 और डॉक्टरों ने संख्या बढ़ी है। हाल ही में एएफएमएस से सेवानिवृत्त चिकित्सा पेशेवरों को भी स्वास्थ्य पेशेवरों के कार्य बल को और मजबूत करने के लिए फिर से तैनात किया गया है।
इसके अलावा देश के सभी नागरिकों को ई-संजीवनी ओपीडी पर ऑनलाइन नि:शुल्क परामर्श देने के लिए पूर्व रक्षा चिकित्सकों को मैदान में उतारा गया है।इस सेवा का लाभ वेबसाइट https://esanjeevaniopd.in/ पर लिया जा सकता है। 51 उच्च दबाव वाले पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) पॉलीक्लीनिकों में तीन महीने के लिए नाइट ड्यूटी के लिए अतिरिक्त संविदा कर्मचारियों को भी अस्थायी रूप से काम पर रखा गया है ताकि पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके ।
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