बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती मनाई गई
सांस्कृतिक कार्यक्रम अधिकारी डॉ सीमा जैन ने बताया कि आज सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय मे कार्यक्रम सुभाष चंद्र बोस की छाया चित्र पर कुलपति प्रोफेसर वी. के. सिंह द्वारा पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर वी.के. सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस आज के युवाओं के प्रेरणा स्रोत है। संघर्ष और बलिदान के पर्याय सुभाष चंद्र बोस ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को अपना समाज माना और वृहद दृष्टिकोण के साथ स्वतंत्रता प्राप्ति में अपना योगदान दिया। प्रोफेसर सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के आदर्शों को हमें निजी जीवन में उतारने की आवश्यकता है। अगर हम विद्यार्थियों को ऐसे व्यक्तित्व से भलीभांति परिचित कराएं तो इससे विधार्थियों में राष्ट्रीयता की भावना का विकास होगा। कुलसचिव यशपाल आहूजा ने सुभाष चंद्र बोस की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो ऐसे में आज के दिन की महत्ता सर्वोपरि है। विश्वविद्यालय सुरक्षा प्रहरीयों का प्रतिनिधित्व करते हुए गजेंद्र सिंह जी ने आजाद हिंद फौज के गठन और महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सीमा जैन ने किया। सुरक्षा प्रहरी यों की अगुवाई में विधिवत रूप से सुभाष चंद्र बोस को सलामी देकर राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर ए.के. छंगाणी, डॉ. धर्मेश हरवानी, डॉ. ज्योति लखानी श्री फौजा सिंह, श्री कमल कांत शर्मा, श्री उमेश शर्मा इत्यादि मौजूद रहे।
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