मेड़ता पालिका चेयरमैन पर महिला पार्षद ने चप्पल फेंकी:माला फेंककर मारी, हाथापाई हुई; अभद्रता का आरोप लगाते हुए हंगामा हुआ
मेड़ता नगर पालिका के चेयरमैन गौतम टांक पर महिला पार्षद ने चप्पल फेंक दी। वहीं एक अन्य पार्षद ने माला फेंककर मार दी और हाथापाई कर दी। चेयरमैन ने भी पार्षद को माइक से मारने की कोशिश की। घटना गुरुवार सुबह 11 बजे विधायक लक्ष्मण कलरू की मौजूदगी में हुई।
नगर पालिका की आज बैठक बुलाई गई थी। बैठक शुरू होते ही भाजपा पार्षदों ने हंगामा कर दिया। भाजपा पार्षदों ने पालिकाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस दौरान भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद शोभा लाहोटी ने पिछली बैठक के प्रस्तावों और कामों की फाइल दिखाने को कहा।
इसी दौरान चेयरमैन ने कहा कि आप कौन होते हैं, फाइलें मांगने वाले। तभी पार्षद लाहोटी ने अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष की तरफ चप्पल फेंक दी। इतने में मामला गरमा गया। तभी पार्षद मोहित निंबावत चेयरमैन की ओर गए। बहस करते हुए वहां रखी माला चेयरमैन पर दे मारी। टांक ने भी माइक से मारने की कोशिश की। दोनों के बीच हाथापाई भी हुई।
मेड़ता नगर पालिका में अभद्र टिप्पणी का आरोप लगाते हुए निर्दलीय पार्षद शोभा लाहोटी चेयरमैन टांक की ओर चप्पल फेंकते हुए।
पार्षद बोलीं- पर्सनल मीटिंग में की थी टिप्पणी
जब निर्दलीय पार्षद शोभा लाहाेटी से अभद्र टिप्पणी के बारे में पूछा तो उनका कहना था कि मुझे कुछ विश्वसनीय लोगों से पता चला कि अध्यक्ष ने अपनी पर्सनल मीटिंग में मुझे लेकर गलत बातें कहीं। उन बातों को लेकर नाराजगी है।
पालिका चेयरमैन ने बताया कि भाजपा पार्षदों ने विकास कार्यों से ध्यान भटकाने की कोशिश थी।
चेयरमैन बोले- विकास के मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश
चेयरमैन ने बताया- मैंने कहीं पर भी महिला पार्षद को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की। इसका उनके पास कोई भी सबूत है तो वे बता दें, मैं अध्यक्ष पद छोड़ दूंगा। भाजपा पार्षदों ने विकास का मुद्दा भटकाने के लिए हंगामा खड़ा किया था। इसके बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद दोबारा बहुमत की बात करते हुए बैठक जारी रखने की मांग की।
विवाद के बाद भाजपा पार्षदों ने बहुमत का दावा कर शोभा लाहोटी को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया। इसके बाद ईओ जितेंद्र सिंह ने इसे नियमों के खिलाफ बताते हुए मीटिंग को स्थगित करवाया।
दोबारा शुरू हुई बैठक, हंगामे की भेंट चढ़ी
नगरपालिका के ईओ जितेंद्र सिंह ने बताया- बैठक में मुद्दों को लेकर पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के बीच हंगामा शुरू हो गया था। इस दौरान पालिकाध्यक्ष ने बैठक एक घंटे के लिए स्थगित कर दी थी। कुछ देर बाद वापस बैठक शुरू हुई थी। पालिकाध्यक्ष और विपक्ष के बीच फिर से अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामा बढ़ गया था। जिस पर पालिकाध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी थी।
विपक्ष की मांग पर अब 7 दिनों में फिर से बैठक बुलाई जाएगी। अगर अध्यक्ष नहीं बुलाते हैं तो ईओ की ओर से बैठक आयोजित कर बहुमत के आधार पर कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष बोले- बैठक के लिए हमारे पास बहुमत था
नेता प्रतिपक्ष पवन परतानी ने बताया कि आज की बैठक में कुल 34 सदस्य उपस्थित और 6 अनुपस्थित थे। ऐसे में 34 में से 19 सदस्य बैठक जारी रखने के पक्ष में हमारे साथ थे। हम शहर का विकास चाहते हैं, लेकिन पालिका अध्यक्ष ने जो भ्रष्टाचार किए हैं, उन पर बात होते ही वो बैठक को स्थगित कर देते हैं, यह गलत है। शहर के विकास के लिए बैठक होनी चाहिए और विकास कार्यों पर चर्चा होनी चाहिए।
विधायक बोले- विकास के मुद्दे उठाए थे
विधायक ने कहा- हमने विकास के मुद्दे उठाए थे और पुरानी फाइलें मांगी थीं। इसके बाद चेयरमैन बैठक स्थगित कर चले गए। हमने लीगल चीजों की मांग की थी। इसके बाद दोबारा बैठक हुई, उसमें भी लीगल मुद्दे उठाते हुए बात करनी चाही तो बैठक स्थगित कर दी।
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