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राजकीय गंगा शहर महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन के संदेश के साथ खेल सप्ताह का हुआ समापन

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बीकानेर, ।राजकीय गंगाशहर महाविद्यालय में शनिवार को खेल सप्ताह का समापन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में विभिन्न इंडोर – आउटडोर, खेलों के विजेता रहे प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बीकानेर पश्चिम क्षेत्र विधायक जेठानंद व्यास उपस्थित रहे। स्वामी विमर्शानंद महाराज ने भी विद्यार्थियों को आशीर्वचन कहे।
इस अवसर पर व्यास ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि विद्यार्थी स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा लें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि खेल विद्यार्थी के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा होना चाहिए ,क्योंकि खेल अनुशासन और एकाग्रता प्राप्त करने का महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा पहला सुख निरोगी काया होता है ,स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। प्रत्येक विद्यार्थी नियमित रूप से खेलों में भाग लें और जीवन में अनुशासन सीखें ।उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में खेलों के क्षेत्र में भी करियर बनाने की अपार संभावनाएं हैं। विद्यार्थी खेलों से जुड़ें, मोबाइल का कम और सकारात्मक प्रयोग करें।
इस अवसर पर आशीर्वचन देते हुए स्वामी विमर्शानंद महाराज ने स्वामी विवेकानंद के जीवन की विभिन्न घटनाओं के उदाहरण से युवाओं में ऊर्जा का संचार किया।
इस अवसर 110 विजेताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। मासिक व्याख्यानमाला तथा स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर मुख्य वक्ता राजकीय महारानी सुदर्शन महाविद्यालय में दर्शन शास्त्र विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर अजंता गहलोत ने युवा को परिभाषित करते हुए विद्यार्थियों से स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन का अध्ययन कर अपनाने को की बात कही।
महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. बबिता जैन ने विजेताओं को बधाई प्रेषित की ।
कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ संतोष बैद के निर्देशन में चलने वाले ‘अंतर्यात्रा’ ध्यान से हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुनीता स्वामी ने किया।

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