राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व मंत्री के घर पर रेड:जल जीवन मिशन घोटाले में ED महेश जोशी, उनकी पत्नी और बहू से पूछताछ कर रही
जयपुर रेलवे स्टेशन के पास स्थित पूर्व मंत्री महेश जोशी के घर पर ED की टीम रेड करने पहुंची है।
जल जीवन मिशन घोटाले केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को पूर्व मंत्री महेश जोशी और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापे मारे। जयपुर, दिल्ली और गुजरात की 10 टीमों ने आज सुबह 5 बजे जयपुर, बांसवाड़ा समेत कई शहरों में स्थित ठिकानों पर छापे की कार्रवाई शुरू की। इनमें पूर्व मंत्री महेश जोशी के 2 घर, जलदाय विभाग के 2 ठेकेदारों और 2 अधिकारियों के ठिकाने शामिल हैं।
ED की टीमें महेश जोशी के घर पर तलाशी कर रही हैं। महेश और उनके परिवार के 2 सदस्यों से कुछ फाइलों को लेकर पूछताछ की जा रही है। जल जीवन मिशन घोटाले को लेकर पिछले 6 महीने से ED की टीमें जांच कर रही हैं। ED के सूत्रों मुताबिक, जांच एजेंसी महेश जोशी को ED मुख्यालय आने के लिए नोटिस भी दे सकती है। इसके बाद आगे की पूछताछ दिल्ली या जयपुर में होगी।
यह पूर्व मंत्री महेश जोशी का जयपुर रेलवे स्टेशन के पास स्थित घर है, जहां ED की टीम ने छापा मारा है।
ED वाउचर को लेकर कर रही पूछताछ
तीन गाड़ियों में ED की टीम सुबह 5:30 बजे महेश जोशी के रेलवे स्टेशन स्थित घर पर पहुंची। 6:30 बजे जब टाइल्स का ठेकेदार आया तो उसे और लेबर को ED के अधिकारियों ने वहां से चले जाने के लिए कहा। इसके बाद ठेकेदार चला गया। अभी यह मकान निर्माणाधीन है। हालांकि, महेश जोशी और उनका परिवार फर्स्ट फ्लोर पर रह रहा है।
ED के अधिकारी फर्स्ट फ्लोर पर ही महेश जोशी, उनकी पत्नी और बहू से पूछताछ कर रहे हैं। ED के पास में कई अहम दस्तावेज हैं, जिनकी पुष्टि की जा रही है। ED के पास कुछ वाउचर हैं, जिन पर साइन कर करोड़ों रुपए का भुगतान उठाया गया है। ये वाउचर जोशी या जल जीवन मिशन में लगे हुए अधिकारियों के सिग्नेचर के बाद ही क्लियर हुए हैं, यह पुष्टि हो जाने के बाद ED आगे एक्शन करेगी।
महेश जोशी के घर के बाहर तैनात पुलिस के जवान।
फर्जी बिलों को लेकर पहुंची है ED
जल जीवन मिशन में हुई खरीद के बड़े अमाउंट के फर्जी बिल ED के हाथ लगे हैं। इन बिलों को लेकर ED पूर्व मंत्री सहित अधिकारी और ठेकेदारों से पूछताछ कर रही है। इन बिलों की मंजूरी देने की जिम्मेदारी इनके पास ही थी।
बांसवाड़ा में यह घर जल जीवन मिशन के ठेकेदार जगदीश प्रसाद अग्रवाल का है। यहां ED की टीम जांच कर रही है।
बांसवाड़ा में ठेकेदार के घर पर रेड
बांसवाड़ा में जल जीवन मिशन के ठेकेदार जगदीश प्रसाद अग्रवाल के घर सुबह 5 बजे ED ने छापा मारा। ED घर के अंदर दरवाजा बंद कर जांच में टीम जुटी है।
पांच पॉइंट में समझें, क्या है जल जीवन मिशन घोटाला?
पहला: ग्रामीण पेयजल योजना के तहत सभी ग्रामीण इलाकों में पेयजल की व्यवस्था होनी थी। जिस पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार को 50-50 प्रतिशत खर्च करना था। इस योजना के तहत डीआई डक्टर आयरन पाइपलाइन डाली जानी थी। इसकी जगह पर HDPE की पाइपलाइन डाली गई।
दूसरा: पुरानी पाइपलाइन को नया बता कर पैसा लिया गया, जबकि पाइपलाइन डाली ही नहीं गई।
तीसरा: कई किलोमीटर तक आज भी पानी की पाइपलाइन डाली ही नहीं गई है, लेकिन ठेकेदारों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से मिल कर उसका पैसा उठा लिया।
चौथा: ठेकेदार पदमचंद जैन हरियाणा से चोरी के पाइप लेकर आया और उन्हें नए पाइप बता कर बिछा दिया और सरकार से करोड़ों रुपए ले लिए।
पांचवां: ठेकेदार पदमचंद जैन ने फर्जी कंपनी के सर्टिफिकेट लगाकर टेंडर लिया, जिसकी अधिकारियों को जानकारी थी। इसके बाद भी उसे टेंडर दिया गया, क्योंकि वह एक राजनेता का दोस्त था।
Add Comment