राम मंदिर में आरती के लिए जोधपुर से 600 किलो घी रवाना, जानें इसके पीछे क्या है बड़ी वजह
पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या में भगवान श्री राम के नवनिर्मित मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस ऐतिहासिक उत्सव को लेकर पूरे देश में उत्साह है। इस समारोह में दुनिया की कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की संभावना है। जिसके चलते 11 रथों के माध्यम से 600 किलो शुद्ध देशी घी अयोध्या के लिए रवाना कर दिया है।
जोधपुर : अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सभी भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसको लेकर जोधपुर से भगवान श्री राम के मंदिर में आरती और महायज्ञ के लिए 11 रथों के माध्यम से 600 किलो शुद्ध देशी घी अयोध्या के लिए रवाना कर दिया है। इस घी से मंदिर में अखंड ज्योत प्रज्जवलित की जाएगी। बता दें कि अगले वर्ष 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या में भगवान श्री राम के नवनिर्मित मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस ऐतिहासिक उत्सव को लेकर पूरे देश में उत्साह है। इस समारोह में दुनिया की कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।
घी के साथ 108 छोटे शिवलिंग भी भेजे गए
भगवान श्री राम के मंदिर के लिए 600 किलो घी 11 रथों के माध्यम से अयोध्या रवाना किया गया है। इसके अलावा खास बात यह है कि जोधपुर से पांच रथों को बैल खींचकर ले जा रहे हैं। इनमें घी 108 स्टील के कलशों में भर गया है। इसके अलावा 108 छोटे-छोटे शिवलिंग भी भेजे गए हैं। जिन्हें भगवान राम के मंदिर में स्थापित किया जाएगा। जोधपुर से भेजे गए घी से भगवान श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान आरती की जाएगी।
महर्षि संदीपन महाराज ने घी भेजने का संकल्प लिया था
जोधपुर के महर्षि संदीपन बनाड़ गौशाला से यह घी अयोध्या भेजा गया है। इसको लेकर महर्षि संदीपन महाराज ने बताया कि उन्होंने 9 साल पहले संकल्प लिया था कि अयोध्या में जब भी राम मंदिर बनेगा। इसके लिए गाय का शुद्ध देशी घी यहां से भेजा जाएगा। इसी घी के माध्यम से भगवान राम के मंदिर में अखंड ज्योत प्रज्जवलित की जाएगी। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए जोधपुर से 108 कलशों में 600 किलो गाय का शुद्ध देशी घी भरकर रथों के माध्यम से अयोध्या रवाना किया गया है।
बैल से घी भेजने का महाराज ने लिया था संकल्प
गौशाला के महर्षि संदीपन महाराज ने बताया कि उन्होंने अयोध्या में शुद्ध देशी घी भेजने के लिए संकल्प लिया था। उन्होंने यह भी तय किया था कि इस घी को पौराणिक तरीके से रथों के माध्यम से अयोध्या भेजा जाएगा। यह रथ बैल खीचेंगे। उन्होंने गौशाला संचालन के पीछे कहानी बताते हुए कहा कि 2014 में एक ट्रक में गायों को भरकर ले जाया जा रहा था। इस ट्रक में 60 गौ माता थी। इन गायों को छुड़वाकर गौशालाओं में भेजा गया। लेकिन वहां इन्हें रखने से मना कर दिया गया। इसके बाद उनकों जानकारी लगी तो, उन्होंने खुद ही गौ माता को पालने का संकल्प लिया। इस दौरान उन्होंने 9 साल पहले संकल्प लिया कि जब भी भगवान राम का मंदिर बनेगा तो, इन गायों का ही शुद्ध देशी घी अयोध्या भेजा जाएगा।
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