बीकानेर, 20 नवंबर। संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 23 से 25 नवंबर तक रविंद्र रंगमंच में भारत की पारंपरिक लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों का उत्सव ‘देशज’ आयोजित किया जाएगा। इसकी पूर्व तैयारियों के संबंध में शनिवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। शर्मा ने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो, इसके मद्देनजर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने बताया कि ‘देशज’ के दौरान 15 राज्यों के 372 कलाकार 26 विधाओं में अपनी प्रस्तुतियां देंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन 23 नवंबर को शाम 5:30 बजे होगा। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर नमित मेहता तथा महापौर सुशीला कंवर अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। वहीं, 24 नवंबर को प्रातः 11 बजे आयोजित होने वाले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल होंगे।
यह रहेंगे कार्यक्रम
संगीत नाटक अकादमी के उपसचिव पी जोसेफ डी राज ने बताया कि 23 नवंबर को राजस्थान के लंगा एवं मांगणियार, कालबेलिया तथा भवाई, हिमाचल के सिरमौरी नाटी, असम के झुमुर, तेलंगाना के लमबाडी, महाराष्ट्र के कोली, तमिलनाडु के थप्पट्टम नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी।
इसी प्रकार दूसरे दिन राजस्थान के मांड तथा सूफी गायन, कालबेलिया कच्ची घोड़ी और चकरी नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएगी। वहीं जम्मू कश्मीर के गोजरी लोक संगीत, कर्नाटक के सुग्गी कुनिथा, मध्य प्रदेश के बधाई, हरियाणा के फाग तथा गुजरात के गरबा नृत्य की प्रस्तुतियां लोक कलाकारों द्वारा की जाएगी।
उन्होंने बताया कि तीसरे दिन राजस्थान के विभिन्न लोक एवं पारंपरिक संगीत, उत्तराखंड के पांडव नृत्य, उत्तर प्रदेश के मयूर रास नृत्य, पश्चिम बंगाल के नटुवा नृत्य तथा पंजाब के भांगड़ा सहित विभिन्न लोक कलाओं की प्रस्तुतियां होंगी। वही बहरूपिया कला का तीनों दिन प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन कार्यक्रम सायं 5:30 बजे से प्रारंभ होंगे तथा प्रवेश निशुल्क दिया जाएगा।
इस दौरान अकादमी के लोक एवं जनजातीय विभाग के मनीष ममगाई, प्रशासन विभाग के नरवीर सिंह तथा लोकायन के गोपाल सिंह चौहान मौजूद रहे।
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