संसद हमले की बरसी पर सुरक्षा फिर धराशायी:पन्नू की धमकी से पुलिस अलर्ट थी, फिर भी 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में घुसे प्रदर्शनकारी
नई दिल्ली
1:36लोकसभा की कार्यवाही में घुसा शख्स सीटों पर भी कूदा। इससे सदन में अफरा-तफरी मच गई।
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने गैलरी में कूदे शख्स को पकड़ा। उनके हाथ में भी पीला रंग लग गया।
लोकसभा में धुआं भी दिखा। ये फोटो डीएमके सांसद आर राजीव गांधी और सेंथिल कुमार ने X पर पोस्ट की।
सदन में दो व्यक्तियों के घुसने के बाद सदन में फैला धुआं।
सदन में जो धुआं फैला, वो पीले रंग का था।
संसद में घुसे दोनों लोगों को पकड़ लिया गया। इन्हें बाहर ले जाया गया। पकड़े गए लोगों ने बाहर नारे
नीलम संसद भवन के बाहर गिरफ्तार हुई। इसके साथ एक युवक अमोल भी था। नीलम ने नारे भी लगाए।
संसद में धुआं उड़ाने वाले लड़कों को सांसदों ने दबोच लिया था।
नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई 2023 को पीएम मोदी ने किया था।
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संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर आज (बुधवार को) लोकसभा में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब विजिटर्स गैलरी से 2 युवक अचानक नीचे कूद गए। उस समय लोकसभा में बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। युवक सदन की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़ने लगे। इसी बीच उन्होंने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा।
पूरे सदन में भगदड़ मच गई। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। फिर भी 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में प्रदर्शनकारी घुसे और हंगामा किया।
लोकसभा में घुसे दोनों युवक गिरफ्तार
लोकसभा में प्रदर्शन कर रहे युवकों को कुछ सांसदों ने घेरकर पकड़ लिया। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके नाम सागर शर्मा (लखनऊ) और डी मनोरंजन (मैसुरु) हैं। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बताया, “मैंने हंगामा करने वाले को सबसे पहले पकड़ा।”
सांसदों ने युवकों की पिटाई कर डाली
युवकों की गिरफ्तारी से पहले कुछ सांसदों ने उनकी पिटाई भी की। यह सब देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
संसद के बाहर भी प्रदर्शन कर रहे 2 अरेस्ट
जब दोनों युवक संसद के अंदर हंगामा कर रहे थे, तभी दो अन्य अमोल शिंदे (लातूर, महाराष्ट्र) और नीलम (हिसार) संसद के बाहर नारेबाजी-प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि पुराने संसद भवन पर 13 दिसंबर 2001 को 5 आतंकियों ने हमला किया था। इसमें दिल्ली पुलिस के 5 जवान समेत 9 लोगों की मौत हुई थी।

लोकसभा में धुआं भी दिखा। ये फोटो DMK सांसद आर राजीव गांधी और सेंथिल कुमार ने X पर पोस्ट की।
कुल 6 लोग थे, दो सदन के अंदर और दो बाहर, 2 अभी फरार
इस घटना में कुल 6 लोग शामिल बताए जा रहे हैं। सागर और मनोरंजन सांसद विजिटर पास से लोकसभा में घुसे। वहीं, सदन के बाहर अमोल और नीलम ने पीले रंग का धुआं छोड़ा। इनके पास से कोई फोन या बैग बरामद नहीं हुआ। बाहर से गिरफ्तार हुए दोनों लोगों का दावा है कि ये खुद संसद पहुंचे और उनका किसी संगठन से ताल्लुक नहीं है।
पांचवें व्यक्ति का नाम ललित झा बताया जा रहा है, जो गुरुग्राम में रहता था। छठे व्यक्ति का नाम सामने नहीं आया है। ये दोनों फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने बताया कि सभी 6 लोग ऑनलाइन मिले थे। ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे ये अंदाजा लगे कि इनका संबंध किसी आतंकी संगठन से है।
नीलम ने संसद के बाहर नारेबाजी की। कहा, ‘तानाशाही नहीं चलेगी। संविधान बचाओ। मणिपुर को इंसाफ दिलाओ। महिलाओं पर अत्याचार नहीं चलेगा। भारत माता की जय। जय भीम, जय भारत।’

ये नीलम है। इसे संसद के बाहर से गिरफ्तार किया गया। नीलम के साथ एक अन्य व्यक्ति अमोल भी था।
एक घंटे बाद कार्यवाही फिर शुरू हुई
यह घटना दोपहर एक बजे की है। इसके बाद दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। आते ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा- अभी हुई घटना सबकी चिंता का विषय है। इसकी जांच जारी है। दिल्ली पुलिस को भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह साधारण धुआं था। डिटेल जांच के नतीजे आने पर सबको इससे अवगत कराया जाएगा।
इस मामले पर DMK सांसद टीआर बालू ने सवाल पूछना चाहा, तो स्पीकर ने कहा कि दोनों लोग पकड़ लिए गए हैं। उनके पास मिले सामान को जब्त कर लिया गया है। जो दो लोग सदन के बाहर थे, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसके बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 2001 में संसद पर हमला हुआ था। आज फिर इसी दिन हमला हुआ है। क्या इससे साबित होता है कि सुरक्षा में चूक हुई है।

संसद में धुआं उड़ाने वाले लड़कों को सांसदों ने दबोच लिया था। सांसदों ने पहले उनकी जमकर पिटाई की, फिर सुरक्षाकर्मियों के सुपुर्द कर दिया।
पन्नू ने दी थी संसद पर हमले की धमकी
अमेरिका में रहने वाले पन्नू ने वीडियो जारी करके कहा था- हम संसद पर हमले की बरसी वाले दिन यानी 13 दिसंबर या इससे पहले संसद की नींव हिला देंगे। पन्नू ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के साथ एक पोस्टर जारी किया था।
पन्नू का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था- किसी को भी कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जब संसद चलती है, तो हम हाई अलर्ट पर रहते हैं ताकि कोई भी किसी तरह की गड़बड़ी न फैला सके।
खगेन मुर्मू ने कहा- मुझे लगा कोई आ रहा है
लोकसभा सांसद खगेन मुर्मू ने बताया, ‘मैं स्पीच दे रहा था। तभी दायीं तरफ से आवाज आई तो मुझे लगा कि कोई आ रहा है। सामने की तरफ से सांसद और सिक्योरिटी गार्ड पकड़ो-पकड़ो चिल्लाने लगे। वे हाथ में कुछ लिए थे, जिससे धुआं निकल रहा था। सदन धुएं से भर गया। युवक सीधे स्पीकर की तरफ जा रहे थे। तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगा रहे थे। उस वक्त स्पीकर की कुर्सी पर राजेंद्र अग्रवाल बैठे थे।’
सदन की गैलरी से कूदे दोनों युवकों में से एक को कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने पकड़ा। इस दौरान उनके हाथ में भी पीला रंग लग गया। ओजला ने संसद के बाहर मीडिया को यह बात बताई।

कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने गैलरी से कूदे शख्स को पकड़ा। उनके हाथ में भी पीला रंग लग गया।
सदन में युवक के कूदने के बाद के हालात…

सदन में दो व्यक्तियों के घुसने के बाद वहां फैला धुआं।

सदन में जो धुआं फैला, वो पीले रंग का था।

सदन के बाहर एक महिला और पुरुष ने पीले रंग का धुआं छोड़ा। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़कर बाहर किया।
पढ़ें, किस सांसद ने क्या कहा?
- कार्ति चिदंबरम (कांग्रेस)- अचानक दो लोग विजिटर गैलरी से लोकसभा में कूदे। दोनों की उम्र करीब 20 साल है। ये लोग कनस्तर लिए हुए थे। इन कनस्तरों में पीले रंग की गैस निकल रही थी। दोनों में से एक व्यक्ति दौड़कर स्पीकर की चेयर के सामने पहुंच गया था। वे कुछ नारे लगा रहे थे। आशंका है कि ये गैस जहरीली हो सकती है। 13 दिसंबर 2001 के बाद ये फिर संसद की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला है।
- अधीर रंजन चौधरी (कांग्रेस)- दो लोग गैलरी से कूदे। उन्होंने कुछ फेंका, जिससे गैस निकल रही थी। उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया और फिर सुरक्षा अधिकारियों ने बाहर कर दिया। यह सुरक्षा में चूक तब हुई है, जब संसद हमले की 22वीं बरसी है।
- सुदीप बंद्योपाध्याय (टीएमसी)- ये डरावना अनुभव था। संसद में अचानक दो लोग कूद गए। उनका मकसद क्या था, कोई नहीं जानता। वो धमाका कर सकते थे, किसी को गोली मार सकते थे। हम सभी तुरंत सदन से बाहर चले गए, लेकिन यह एक सुरक्षा चूक थी। वे धुआं छोड़ने वाले इंस्ट्रूमेंट के साथ कैसे प्रवेश कर सकते थे?
- शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद अरविंद सावंत- लोकसभा में अचानक दो लोग गैलरी से कूद पड़े। फिर दोनों बेंच के ऊपर से कूदने लगे। एक ने अपना जूता उतार लिया। सांसदों ने उसे पकड़ लिया। तभी अचानक पीले रंग की गैस निकलने लगी। शायद उनके जूते से गैस निकल रही थी।
- लोकसभा सांसद दानिश अली- विजिटर गैलरी से लोगों के कूदने के बाद हाउस में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद दोनों को सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ लिया।
- फारूक अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस)- ये बहुत बड़ा सिक्योरिटी ब्रीच है। ये कैसे हुआ, वो कैसे अंदर आए, कैसे उनके पास वो सब चीजें थीं, जिससे उन्होंने कनस्तर वगैरह खोला। इस पर ग्रह मंत्रालय को फौरन ध्यान देना चाहिए। इसमें सबको खतरा है, खासकर प्रधानमंत्री को खतरा है। इसे गंभीरता से लेना पड़ेगा। ये नहीं होना चाहिए। नई पार्लियामेंट है, इतनी सिक्योरिटी है, ये देखना जरूरी है।
- डिंपल यादव (सपा)- जो भी लोग संसद में आते हैं, चाहे वे विजिटर्स हों या पत्रकार, वे टैग नहीं रखते…। इसलिए मेरा मानना है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षा में चूक है। लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था।
- शशि थरूर (कांग्रेस)- बात यह है कि इन लोगों को स्पष्ट रूप से रूलिंग पार्टी के एक मौजूदा सांसद द्वारा प्रायोजित किया गया था। ये लोग स्मोक गन्स संसद के अंदर तक ले आए। यह सुरक्षा में गंभीर चूक दर्शाता है। उन्होंने न केवल स्मोक गन्स चलाईं, बल्कि कुछ ऐसे नारे भी लगाए, जो हममें से कुछ लोगों को सुनाई नहीं दे रहे थे। ऐसा लगता है कि सुरक्षा की दृष्टि से पुराने भवन की व्यवस्थाओं की तुलना में नया भवन बहुत अच्छी तरह से तैयार नहीं किया गया।
- मनोज कुमार झा (आरजेडी)- इसे घटना नहीं, दुर्घटना कहें। 22 साल पहले जब संसद पर हमला हुआ था तब पक्ष और विपक्ष एक था, आज भी है, लेकिन मैं आज देख रहा हूं कि कोई इसे स्वीकार करके जवाब दे सके, ऐसा नहीं हो रहा। यह एक सिक्योरिटी लैप्स है, इसे एक्सेप्ट करना चाहिए। कोई एक्स्ट्रीम स्टेप मत लीजिए कि अब कोई विजिटर आएगा ही नहीं या पत्रकार घुसेंगे ही नहीं। चाक चौबंद व्यवस्था करिए। इस तरह की घटना हमें झुका नहीं सकती।
- टीएमसी (ऑफिशियल ट्विटर हैंडल)- हमारी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित कर दिया गया। उन पर कथित रूप से देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के आरोप लगाए गए। कहा गया कि महुआ ने संसद का अपना लॉगिन-पासवर्ड किसी से शेयर किया था। आज भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने विजिटर्स पास पर हमलावरों को संसद में एंट्री करा दी। क्या इस सांसद को निष्कासित नहीं किया जाना चाहिए?
2001 में इसी दिन संसद पर हमला
13 दिसंबर 2001 को संसद में विंटर सेशन चल रहा था। महिला आरक्षण बिल पर हंगामे के बाद 11:02 पर सदन को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और विपक्ष की नेता सोनिया गांधी संसद से जा चुके थे।
करीब साढ़े 11 बजे उपराष्ट्रपति के सिक्योरिटी गार्ड उनके बाहर आने का इंतजार कर रहे थे और तभी सफेद एंबेसडर में सवार 5 आतंकी गेट नंबर-12 से संसद के अंदर घुस गए। उस समय सिक्योरिटी गार्ड निहत्थे हुआ करते थे।
ये सब देखकर सिक्योरिटी गार्ड ने उस एंबेसडर कार के पीछे दौड़ लगा दी। तभी आतंकियों की कार उपराष्ट्रपति की कार से टकरा गई। घबराकर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों के पास एके-47 और हैंडग्रेनेड थे, जबकि सिक्योरिटी गार्ड निहत्थे थे।
संसद में मौजूद थे आडवाणी, प्रमोद महाजन और कई पत्रकार
गोलियों की आवाज सुनते ही CRPF की एक बटालियन भी एक्टिव हो गई। उस वक्त संसद में देश के गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी, प्रमोद महाजन समेत कई बड़े नेता और पत्रकार मौजूद थे। सभी को अंदर ही सुरक्षित रहने को कहा गया।
इस बीच एक आतंकी ने गेट नंबर-1 से सदन में घुसने की कोशिश की, लेकिन सिक्योरिटी फोर्सेज ने उसे वहीं मार गिराया। इसके बाद उसके शरीर पर लगे बम में भी ब्लास्ट हो गया। बाकी के 4 आतंकियों ने गेट नंबर-4 से सदन में घुसने की कोशिश की, लेकिन इनमें से 3 आतंकियों को वहीं पर मार दिया गया।
इसके बाद बचे हुए आखिरी आतंकी ने गेट नंबर-5 की तरफ दौड़ लगाई, लेकिन वो भी जवानों की गोली का शिकार हो गया। जवानों और आतंकियों के बीच 11:30 बजे शुरू हुई ये मुठभेड़ शाम को 4 बजे खत्म हुई।
आतंकी अफजल गुरू को फांसी मिली
संसद पर हमले के दो दिन बाद ही 15 दिसंबर 2001 को मास्टरमाइंड अफजल गुरू, एसएआर गिलानी, अफशान गुरू और शौकत हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने गिलानी और अफशान को बरी कर दिया, लेकिन अफजल गुरू की मौत की सजा को बरकरार रखा।
शौकत हुसैन की मौत की सजा को भी घटा दिया और 10 साल की सजा का फैसला सुनाया। 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरू को दिल्ली की तिहाड़ जेल में सुबह 8 बजे फांसी पर लटका दिया गया।
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संसद की सुरक्षा में चूक के इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। विपक्षी सांसद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। हाई सिक्योरिटी से लैस नई संसद में युवक पाउडर लेकर कैसे पहुंच गए। क्या उनकी चैकिंग नहीं की गई थी। इस सवालों के उठने का कारण यह है कि संसद में कई सारी सिक्योरिटी लेयर मौजूद हैं।
अमृतसर के MP ने संसद से बाहर फेंका कलर बम:बोले- हमारी पिछली साइड से फेंका गया, सबकी सुरक्षा के लिए अपनी परवाह नहीं

भारतीय संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार को सदन के अंदर दो लोगों की ओर से फेंके गए कलर बम को अमृतसर के कांग्रेसी सांसद गुरजीत औजला ने उठाकर बाहर फेंका था। सदन में मची अफरा-तफरी के बीच जैसे ही ये कलर बम सांसद औजला के पास आकर गिरा, उन्होंने बिना कोई पल गंवाए उसे उठाकर सदन से बाहर फेंक दिया। इस दौरान कलर बम से निकला पीला स्मॉग सांसद औजला के हाथों पर भी लग गया।
लोकसभा में घुसे युवक की हनुमान बेनीवाल ने की पिटाई: बोले- सांसद घबरा गए थे, कहीं कोई हथियार तो नहीं

संसद में कूदे एक युवक को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दबोच लिया। उस युवक को जमकर पीटा। इस घटना के चश्मदीद रहे हनुमान बेनीवाल ने आंखों-देखा हाल जाना।
संसद पर प्रदर्शन करने वाली नीलम हरियाणा की, जींद में भाई बोला- हमने तो हिसार छोड़ा

नई दिल्ली में बुधवार को संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाली नीलम हरियाणा से है। वह मूल रूप से जींद जिले के घसो खुर्द गांव की रहने वाली है और पिछले छह महीने से हिसार के एक पेइंग गेस्ट (PG) में रहकर हरियाणा सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी कर रही थी।
संसद में हंगामा करने वाला सागर शर्मा लखनऊ का:ई-रिक्शा चलाता है, पिता कारपेंटर

संसद की विजिटर्स गैलरी में कूदने वाले 2 युवकों में से एक युवक सागर शर्मा लखनऊ का रहने वाला है। उसका आधार कार्ड भी सामने आया है। सागर शर्मा का परिवार आलमबाग के रामनगर में किराए के घर में रहता है। पूछताछ के लिए लखनऊ पुलिस उसके घर पहुंची है।
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