सरदारशहर। आई आई एस यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायों के सदस्यों के लिए सोमवार को ‘सिद्धेश्वर- आत्मा की शक्ति‘ पर एक ज्ञानवर्धक सत्र का आयोजन किया गया । सत्र का उददेश्य समृद्ध भारतीय ज्ञान प्रणाली के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने की एक पहल थी। सत्र के वक्ताओं में श्री ब्रह्मऋषि आश्रम विश्व आध्यात्मिक मंच से संबद्ध ‘‘सिद्धासन‘‘ के सदस्य शामिल थे। सदस्यों में नम्रता मेहता, निदेशक, सिद्धेश्वर, बेंगलुरु, शिल्पा श्यामसुखा, निदेशक, सिद्धेश्वर, यूएसए और बैच 2008 से आई आई एस यू के पूर्व छात्र शामिल थे। इस मौके पर आर.एन. वशिष्ठ, संयोजक, विश्व धर्म चेतना मंच, राजस्थान केंद्र और श्री भूपिंदर जैन, राष्ट्रीय संयोजक, विश्व धर्म चेतना मंच, तिरुपति भी उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. अशोक गुप्ता ने सभी का स्वागत किया तत्पश्चात डॉ भूपेन्द्र जैन, राष्ट्रीय संयोजक, विश्व धर्म चेतना मंच, तिरुपति ने सभी प्रतिभागियों का अभिनंदन किया। उन्होंने कार्यक्रम का परिचय देकर प्रतिभागियों को श्री सिद्धेश्वर जी के जीवनयात्रा के बारे में बताया।
सत्र के दौरान, टीम के दो विशेषज्ञ, सुश्री नम्रता मेहता, निदेशक, सिद्धेश्वर, बेंगलुरु और सुश्री शिल्पा श्यामसुखा ने प्रतिभागियों को सहजसंख मुद्रा जैसे तनाव से राहत देने वाले कई आसनों का अभ्यास कराया और तनाव मुक्त जीवन के लिए शक्तिशाली श्वास तकनीकों के महत्व को समझाया। प्रतिभागियों को सत्र के दौरान आत्मा से जुड़ने के लिए निर्देशित ध्यान यात्रा पर भी ले जाया गया। टीम ने तनाव से राहत और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए ‘‘ओम‘‘ और मंत्र ‘‘ओम त्रेम नमः‘‘ के दैनिक अभ्यास के बारे में विचार रखे।
सत्र के अंत में सभी प्रतिभागियों के बीच प्रसाद वितरण के बाद एक केक काटने की रस्म हुई। यह आयोजन ज्ञानवर्धक और प्रभावशाली था जिसने आध्यात्मिक आहार से सभी प्रतिभागियों को लाभाविंत किया। अंत में सभी विशेषज्ञों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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