सीएम के ओएसडी व शिक्षा मंत्री आमने-सामने:कल्ला बोले- नाैकरी छाेड़ टिकट मांगें शर्मा, मैं चुनाव लडूंगा; लोकेश- मैं सरकारी कर्मी नहीं, राजनीतिक हूं
मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा का बार-बार बीकानेर आना आैर पश्चिम विधानसभा की गलियाें में घूमकर डाॅ. बीडी कल्ला से मार्गदर्शन की बात करने पर पहली बार कल्ला ने पलटवार किया। कल्ला बाेले, पहले ताे वे सरकारी नाैकरी छाेड़कर टिकट मांगे। रही बात मार्ग दर्शन की ताे मैं खुद चुनाव लडूंगा मैं क्या उनकाे मार्गदर्शन दूं। कल्ला बुधवार को नगर निगम पट्टा वितरण समारोह में आए हुए थे। मीडिया ने उनसे सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा के यहां बार-बार आने पर सवाल पूछा।
कुछ दिन पहले शर्मा ने कहा भी था कि अगर कल्ला मार्गदर्शन करें तो चुनाव पश्चिम से लड़ सकते हैं। इस पर कल्ला ने पहली बार प्रतिक्रिया दी और बोले कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। वे भी लड़ सकते हैं, लेकिन टिकट के लिए पहले वे सरकारी नौकरी छोड़कर आएं। कल्ला ने अपनी दावेदारी भी वापस रख दी। बोले- मैं खुद चुनाव लडूंगा, मैं कैसे मार्गदर्शन दूं। दरअसल कांग्रेस के भीतर उम्र को लेकर कश्मकश चल रही कि 75 साल के ऊपर के नेताओं काे टिकट दिया जाए या नहीं।
इस बीच लाेकेश शर्मा भी आए दिन बीकानेर पश्चिम विधानसभा में गली-गली घूम रहे हैं। इनडायरेक्ट रूप से इशारा भी किया कि वे यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। लाेग ताे सवाल ये भी उठा रहे कि सीएम के ओएसडी अगर बीकानेर बार-बार आ रहे हैं ताे बिना सीएम की इच्छा के ताे वे ऐसा नहीं कर सकते। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही लोकेश बीकानेर दौरा पूरा करके गए हैं।
कल्ला का ज्ञान अधूरा: ओएसडी
लाेकेश शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि कल्ला पहले पता कर लें कि मैं सरकारी कर्मचारी नहीं हूं। मैं शुद्ध राजनीतिक व्यक्ति हूं। ये मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार हाेता है कि वे किसे ओएसडी बनाएं। मै ना ताे आईएएस हूं, ना आरएएस और ना काेई कार्मिक। रही बात उनके खुद के चुनाव लड़ने की ताे कल्ला ने ही कहा था कि काेई युवा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है, तब मैने कहा था कि मैं लडूंगा, कल्ला जी मार्गदर्शन दें। अब जब मैं युवा लड़ने के लिए तैयार हूं ताे खुद के चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। लाेकेश ने कहा कि वे लड़ें। उनका हक है। पार्टी जिसे टिकट देगी उसे लड़ना ही चाहिए।
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