सीकर के जवान की जम्मू-कश्मीर में मौत:LOC पर तैनात रामनिवास खेदड़ को आया हार्ट अटैक, 5 माह पहले पत्नी ने जुड़वा बच्चों को दिया जन्म
शहीद सेना का जवान रामनिवास खेदड़ l
जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी इलाके में भारत-पाकिस्तान सीमा लाइन ऑफ़ कंट्रोल (LOC) पर तैनात सीकर जिले के रहने वाले बीएसएफ के जवान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। शहीद जवान की पार्थिव देह गुरुवार को पेतृक गांव में पहुंची। सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया।
इंडियन आर्मी से रिटायर्ड व राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात शहीद जवान के दोस्त श्रवण कुमार ऐचरा ने जानकारी देते हुए बताया कि शहीद जवान रामनिवास खेदड़ (34) सीकर जिले के बेरी गांव के खेदड़ों की ढाणी का रहने वाला था। रामनिवास जम्मू-कश्मीर में उच्च पर्वतीय क्षेत्र में एलओसी पर तैनात था। इस दौरान 26 दिसंबर को सुबह अचानक हार्ट अटैक आ जाने से रामनिवास की मौत हो गई।
जिसके बाद बीएसएफ के जवानों ने रामनिवास को सुंदरबनी के बीएसएफ हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रामनिवास की पार्थिव देह जम्मू-कश्मीर से दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट की गई। दिल्ली से एयरलिफ्ट के जरिए जयपुर लाई गई। आज दोपहर को रामनिवास की पार्थिव देह सड़क मार्ग से जयपुर से पैतृक गांव बेरी पहुंची जहां सेना के जवानों व ग्रामीणों ने तिरंगा शव यात्रा निकाली। शाम को बीएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया।
रामनिवास 2017 में बीएसएफ में भर्ती हए थे। पहली पोस्टिंग मणिपुर में हुई थी। 3 महीने पहले ही रामनिवास की पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी में एलओसी पर हुई थी। बता दें कि 2012 में रामनिवास की शादी हुई थी और पत्नी प्रियंका ने 5 माह पहले ही जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। जवान की हार्ट अटैक से मौत हो जाने से पूरे गांव में शोक की लहर है।
वहीं सैकड़ो ग्रामीणों के साथ-साथ सीकर उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल, पिपराली पंचायत समिति प्रधान विजयपाल खीचड़, सरपंच प्रतिनिधि सुखराम सारसर, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि किरण मील सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने शहीद के पैतृक गांव पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।
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