रायपुर। स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत एनआईटी रायपुर में थिंक इंडिया एवं ई-सेल द्वारा “एंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट” नामक कार्यक्रम हुआ। इसमें मुख्य रूप से एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ एन वी रमना राव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती वंदना एवं ज्योति प्रज्वलन से किया गया, जिसके उपरांत स्वावलंबी भारत अभियान की प्रांत महिला सहसमन्व्यक श्रीमती सुमन मुथा ने छात्रों को स्वावलंबी भारत अभियान व स्टार्ट-अप की अवधारणा से अवगत कराया। कार्यकर्म को आगे बढ़ाते हुए, एनआईटीआरआरएफआईई के सीईओ डॉ अनुज शुक्ला को मंच पर आमंत्रित किया गया, उन्होंने कुछ शब्दों में छात्रों को समझाया की किस प्रकार भारत अपने अमृत काल में है, और किसी व्यवसाय को आरंभ करने के लिए इस से अच्छी परिस्थिति नही हो सकती है।
इसके बाद मुख्य प्रवक्ता के रूप में आईआईएम रायपुर से आए डॉ संजीव पराशर ने छात्रों को बताया कि किस प्रकार पिछले कुछ वर्षो में भारत स्तिथिया बाकी देशों के मुकाबले बेहतर हुई है, और कोरोना काल में भी देश में बंध लागू होने पर देश की अर्थव्यवस्था संभली रही, और आज हमारा देश प्रमुख 5 अर्थव्यवसायिक देशों की सूची में है। हमने बहुत कम समय इस लक्ष्य को हासिल किया है। और बढ़ती अर्थव्यवस्था हमारे लिए अवसर के कई मार्ग लेकर आती है। इसके उपरांत डॉ आनंद जोशी(संथापक, वीवाई अस्पताल) ने अपने शब्दो में छात्रों को समझाया कि किस प्रकार कई बार थोड़ा जोखिम लेना, व्यवसाय के लिए अच्छा होता है। और व्यवसाय में किसी बाहर वाले की सहायता लेने की अपेक्षा अपने करीबी मित्रों के साथ व्यवसाय खड़ा करना रूचिपूर्ण हो सकता है।
इसी के साथ कार्यकर्म को पूर्ण विराम देते हुए, एन आई टी रायपुर के निर्देशक डॉ एन वी रमना राव जी ने सबसे पहले अतिथियों का आभार प्रकट किया और छात्रों को सफलता पूर्वक ये कार्यकर्म आयोजित करने पर शुभकामनाएं दी, और बताया कि किस प्रकार एक व्यवसाय, हमारे देश के लिए और समाज के लिए लाभदायक होता है। छात्रों को नौकरी की खोज से ज्यादा व्यवसाय से नौकरियां उत्पन्न करने के विचार में सोचना चाइए।
कार्यक्रम में सीडीसी प्रमुख प्रोफ़ेसर समीर बाजपेयी, डॉ चंद्रकांत ठाकुर , डॉ मीना मूर्मू, प्रोफेसर मंजीरी बख्शी और डॉ एल भास्कर भी उपस्थित रहे।