हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश में गई युवक की जान:6 लाख के लिए अपहरण किया, शव हॉस्पिटल में छोड़कर भागे
किराना व्यवसायी की हत्या के मामले में महिला सहित पूरी गैंग को गिरफ्तार किया गया है।
युवक का शव हॉस्पिटल में मिलने के मामले में पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि युवक को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश रची जा रही थी। गिरोह ने रुपयों के लिए उसका अपहरण किया था।
इस बीच युवक के सीने में दर्द हुआ और हॉस्पिटल ले जाते हुए मौत हो गई। इसके बाद गैंग के सदस्य हॉस्पिटल में शव छोड़कर भाग गए। उसकी पत्नी को फोन पर उसके मरने की सूचना दे दी।
मामले का खुलासा करते हुए उदयपुर के एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया- युवक कानोड़ थाना क्षेत्र के बड़ा राजपुरा गांव के निवासी मदनमोहन उर्फ टोनी ( 27) पुत्र कैलाशचंद पाटीदार था। युवक की शराब के ठेकों में भी साझेदारी थी। इस कारण गैंग का मुख्य सरगना राजू युवक को जानता था। राजू ने ही रुपए ऐंठने के लिए युवक को फंसाने की प्लानिंग की थी।
ये दो फरवरी का सीसीटीवी फुटेज है। इसमें मदनमोहन को भींडर अस्पताल में लेकर आए युवक दिख रहे हैं।
पहले दिन बेटा दुकान से घर नहीं लौटा, मोबाइल बंद
एसपी ने बताया कि युवक एक फरवरी से लापता था, जिसका शव हॉस्पिटल में मिला था। मदनमोहन के पिता ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। युवक के पिता राजपुरा निवासी कैलाश चन्द्र पाटीदार ने रिपोर्ट में बताया था कि उनका बेटा कानोड़ रेलवे स्टेशन पर पाटीदार एजेंसी के नाम से किराने की दुकान चलाता था। एक फरवरी की सुबह करीब नौ बजे बाइक पर दुकान गया था। शाम को जब वह घर नहीं लौटा, तो फोन किया। उसने फोन नहीं उठाया। उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया था।
कभी-कभी वह दुकान पर ही रात को सो जाता था। इस कारण परिवार ने ज्यादा नहीं सोचा। सुबह फोन आने पर हॉस्पिटल पहुंचे। तब उसका शव मिला।
बदमाशों ने युवक के घर किया फोन
दो फरवरी की सुबह करीब 9 बजे मदनमोहन की पत्नी रश्मि के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि मदनमोहन भींडर हॉस्पिटल में है और फोन बंद कर दिया। जब वे हॉस्पिटल पहुंचे तो युवक का शव पड़ा था। पुलिस भी मौके पर पहुंची। तब पिता ने हत्या का मामला दर्ज करवाया।
सीसीटीवी में दिखे थे तीन युवक
हॉस्पिटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो तीन युवक नजर आए थे। युवकों ने हॉस्पिटल स्टाफ को कहा था कि युवक डूंगला क्षेत्र में वाहन दुर्घटना में घायल हो गया है।
डूंगला में इलाज नहीं होने पर वे उसे भींडर सरकारी हॉस्पिटल लेकर आए थे। इसके बाद तीनों वहां से रवाना हो गए। डॉक्टरों ने जब स्ट्रेचर पर पड़े युवक की जांच की तो वह मृत पाया गया। इस आधार पर पुलिस ने इन युवकों की तलाश शुरू की।
मृतक मदनमोहन उर्फ टोनी
तीनों युवक एपी-गुजरात की तरफ भागे
एसपी ने बताया- शव को सीएचसी भींडर छोड़ने वाले अज्ञात वाहन और सीसीटीवी में नजर आए युवकों पर जांच को आगे बढ़ाया गया था। वाहन मालिक रतन सिंह, उनके साथी राजू गुर्जर, पुष्पेन्द्र सिंह की पहचान कर तलाश शुरू की गई। गाड़ी नंबर से आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिली। आरोपी घटना के बाद मुख्य मार्गों को छोड़कर कच्चे रास्ते से राजस्थान से बाहर मध्यप्रदेश व गुजरात की तरफ चले गए। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर धर दबोचा।
युवक को हनीट्रैप में फंसाने की थी योजना
गिरोह के मुख्य सरगना राजू ने साथियों से मिलकर युवक को हनीट्रैप में फंसाने की योजना बनाई थी। राजू ने अपने साथी पुष्पेन्द्र सिंह, रतन सिंह, अनीश, साजिद के साथ मिलकर मध्यप्रदेश जीरापुर निवासी अंजू उर्फ हिना भिलाला को रुपयों का लालच देकर विशेष टास्क दिया था। युवक को फंसाने के लिए गैंग के सरगना ने अंजू को मोबाइल और सिम दिलवाया था। प्लानिंग के तहत दो फरवरी को घटना के करीब 15 दिन पहले चित्तौड़गढ़ के एक होटल में अंजू और युवक को मिलवाया गया था।
युवती से मिलने बाइक पर गया था
एक फरवरी को अंजू (हिना) ने युवक को चित्तौड़गढ़ के आवरीमाता मंदिर बुलाया था। युवक अपने घर से बाइक लेकर गया था। मंदिर से वापसी में अंजू को चौराहा पर छोड़ा था। प्लानिंग के अनुसार गिरोह के सदस्य साजिद ने अपने दोस्तों राजू गुर्जर, पुष्पेन्द्र सिंह, रतन सिंह के साथ रास्ते में मदनमोहन को रोका। साजिद ने अंजू को अपनी भाभी बताकर युवक को धमकी दी। कहा कि उसके साथ गलत काम करने के केस में फंसा देंगे। युवक के साथ मारपीट की।
छह लाख रुपए मांगे, युवक को कब्जे में रखा
मारपीट के बाद गैंग के सदस्यों ने युवक से 6 लाख रुपए की डिमांड की। रुपए मिलने तक उसे अपने कब्जे में भी रखा। पूरी रात उसे अपने कब्जे में रखा। दो फरवरी की सुबह अचानक उसकी छाती में दर्द उठा। गैंग के लोग उसे इलाज करवाने के लिए भींडर के आरोग्यम हॉस्पिटल लेकर गए। वहां से सीएचसी भींडर ले जाते हुए रास्ते में युवक ने बोलना बंद कर दिया। इसके बाद बदमाश युवक को सीएचसी भींडर छोड़कर भाग गए। तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।
गैंग का शातिर बदमाश टीशर्ट में राजू उर्फ राजमल और युवती अंजू उर्फ हिना।
इनको किया गिरफ्तार
गैंग का शातिर बदमाश चित्तौड़गढ़ जिले के किशन करेरी गांव का निवासी राजू उर्फ राजमल (31) पुत्र बालू गुर्जर, चित्तौड़गढ़ के डूंगला थाना क्षेत्र के अरथला निवासी पुष्पेन्द्र सिंह उर्फ पप्पी (31) पुत्र निर्भय सिंह सिसोदिया , चित्तौड़गढ़ के ही डूंगला थाना क्षेत्र के देवीपुरा निवासी रतन सिंह उर्फ रतन (28) पुत्र किशनसिंह देवडा , चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर थाना क्षेत्र के कन्नौज निवासी अनीश (24) पुत्र मोहम्मद हफीज मुसलमान और मध्यप्रदेश के राजगढ़ थाने के जीरापुर देवनारायण कॉलोनी निवासी अंजू उर्फ हिना (30) पत्नी शिवसिंह भिलाला को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि मामले में साजिद और अन्य की तलाश जारी है।
चित्तौड़गढ़ में ऐसे कई वारदातों को अंजाम दे चुके
एसपी ने बताया कि आरोपी शातिर प्रवृत्ति के हैं। जाल बिछाकर हनीट्रैप में फंसाकर पैसे ऐंठने का काम करते हैं। राजू गुर्जर व उसके साथी पूर्व में भी इसी प्रकार से चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला, भादसोड़ा, सांवलियाजी और असावरा में वारदात को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस टीम में ये थे शामिल
मामले में विरोध बढ़ता गया और जनप्रतिनिधियों ने भी मामले को गंभीरता से लेने की बात कही। एसपी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. प्रियंका, वल्लभनगर डिप्टी रविन्द्रप्रताप सिंह के निर्देशन में टीम का गठन किया। टीम में आईपीएस मनीष कुमार, भींडर थानाधिकारी पुनाराम गुर्जर, कानोड़ एसएचओ मनीष कुमार खोईवाल, हेड कॉन्स्टेबल अनिल कुमार, कॉन्स्टेबल जालिम सिंह, सचिन, जसवंत, हिंगलाजदान, रिंकू राम, महिला कॉन्स्टेबल जयेन्द्र कुंवर, पूजा, मोहम्मद ईसुब, सायबर सेल से नेतराम गुर्जर और लोकेश रायकवाल शामिल थे।
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