हमास के साथ खुलकर खड़ा हुआ ये मुस्लिम मुल्क, पीएम का ऐलान- हम नहीं मानते पश्चिमी देशों का दबाव
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने इजरायल और फिलीस्तीन के हालात पर बात करते हुए कहा कि किसी के दबाव में आकर हम हमास के खिलाफ नहीं जाएंगे। मलेशिया जिस तरह से पहले हमास को अहमियत देता था, वो जारी रखेगा। मलेशियाई पीएम ने इजरायल की ओर झुकाव रखने के लिए दुनिया के देशों की आलोचना भी की है।
हाइलाइट्स
- मलेशिया के पीएम ने कहा- हमारे हमास से संबंध बहुत पुराने हैं
- अनवर इब्राहिम ने पश्चिम देशों के दबाव को सिरे से नकारा
- मलेशियाई पीएम ने साफ किया है कि उनका हमास को समर्थन जारी रहेगा
कुआलालंपुर: फिलीस्तीन के गाजा पट्टी के आतंकी गुट हमास को मलेशिया से बड़ा समर्थन मिला है। मुस्लिम बाहुल्य देश मलेशिया ने इजरायल में हमले के बाद चौतरफा निंदा का सामना कर रहे हमास की आलोचना करने से साफ मना कर दिया है। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा कि वो पश्चिमी देशों के दबाव में हमास की निंदा नहीं करेंगे। इब्राहिम ने साफ किया है कि उनके देश के लंबे समय से हमास के साथ रणनीतिक संबंध रहे है। हमारी सरकार भविष्य में भी हमास के साथ अपने रिश्ते को बनाए रखेगी। मौजूदा घटनाक्रम से इन रिश्तों में बदलाव नहीं आएगा।
अनवर ने इब्राहिम ने सोमवार को संसद में बोलते कहा, पश्चिमी मुल्क बार-बार मलेशिया पर दबाव बना रहे हैं कि हमास की निंदा करें। हमारी सरकार पश्चिम के रवैये से सहमत नहीं है। हमारा हमास के साथ पहले से एक रिश्ता है और यह जारी रहेगा। हमास के बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है लेकिन ये भी नहीं भूलना चाहिए कि इलेक्शन में भी उन्होंने हिस्सा लिया और जीत हासिल की है। गाजा के लोगों ने उनको नेतृत्व के लिए चुना है। उनको इस तरह से खारिज नहीं किया जा सकता है।
अनवर बोले- किसी को नहीं दिख रहा फिलीस्तीन के लोगों पर अत्याचार
अनवर ने पिछले हफ्ते भी इजराइल-हमास की लड़ाई पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि बिना दोनों पक्षों को देखे सभी इजरायल का समर्थन कर रहे हैं। इब्राहिम का कहना है कि फिलीस्तीन के लोगों के साथ ज्यादती हो रही है, उनके मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है। इसके बावजूद पूरा विश्व आंख मूंद कर इजरायल का साथ दे रहा है, ये फिलीस्तीनियों के साथ किसी क्रूरता जैसा है। विश्व को फिलीस्तीनियों की ओर भी देखना चाहिए। बता दें कि इजरायल और फिलीस्तीन के विवाद में मलेशिया लगातार फिलिस्तीन के पक्ष में रहा है। मलेशिया के इजरायल के साथ राजनयिक संबंध भी नहीं हैं।
हमास के हमले के बाद छिड़ी है लड़ाई
बीते महीने 7 अक्टूबर को हमास ने दक्षिणी इजराइल में बड़ा हमला किया था। इस हमले में 1,400 से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा इजरायल ने किया है। इस हमले के बाद इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर कम से कम 2,700 लोग मारे जाने और 10,000 के घायल होने की बात फिलीस्तीन की ओर से कही गई है। इस पूरे घटनाक्रम पर दुनियाभर के देशों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। हमास के इजरायल में बर्बर हमले की दुनियाभर में निंदा हुई है। वहीं इजरायल की ओर से गाजा में की गई कार्रवाई में आम नागरिकों को नुकसान पर भी दुनिया के कई देशों ने फिक्र का इजहार किया है।
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