’10 साल सीरियल किसर बनने का हुआ फायदा’, इमरान हाशमी ने बताया- ‘टाइगर 3’ के लिए 6 महीने किया था वर्काउट
बॉलीवुड एक्टर सलमान खान की फिल्म ‘टाइगर 3’ ने बॉक्स ऑफिस पर तबाही मचा रखी है। मूवी तीन भाषाओं में रिलीज हुई थी और अब तक इसने 400 करोड़ की कमाई कर ली है। वहीं ‘नवभारत टाइम्स’ से खास बातचीत में इमरान हाशमी ने मूवी से जुड़े कई किस्से सुनाए।
हाइलाइट्स
- इमरान हाशमी ने फिल्म ‘टाइगर 3’ में विलन आतिश रहमान का रोल किया है
- इमरान हाशमी ने इंटरव्यू में कहा कि उन्हें सीरियल किसर बनने का बहुत फायदा हुआ
- सलमान के फूंक मारने से उड़ न जाएं, इसलिए इमरान हाशमी ने 6 महीने में बॉडी बनाई थी
इमरान हाश्मी Exclusive: सलमान फूंक मारते तो मैं उड़ जाता, मैंने 6 महीने वर्कआउट करके अपनी बॉडी बनाई
इमरान हाश्मी Exclusive: सलमान फूंक मारते तो मैं उड़ जाता, मैंने 6 महीने वर्कआउट करके अपनी बॉडी बनाईबॉलिवुड में सीरियल किसर का खिताब पाने वाले इमरान हाशमी कुछ समय से परफॉर्मेंस प्रधान भूमिकाओं पर ध्यान दे रहे हैं। हालिया रिलीज ‘टाइगर 3’ ने न केवल उन्हें बॉक्स ऑफिस की कामयाबी का स्वाद चखाया बल्कि उनकी भूमिका को सराहना भी मिली। इसमें वह पाकिस्तान के एक्स अधिकारी हैं, जिनका नाम आतिश रहमान होता है। वह अपने ही देश से बदला लेना चाहते हैं लेकिन उनके इन इरादों पर सलमान खान पानी फेर देते हैं। साथ ही अंत में वह मारे भी जाते हैं। विलन के रोल में इमरान दर्शकों को खूब पसंद आ रहे हैं। अब ‘नवभारत टाइम्स’ ने उनसे एक बातचीत के कुछ अंश-
आप एक लंबे अरसे तक सीरियल किसर के रूप में जाने जाते रहे, मगर अब लोग आपको समर्थ अभिनेता का दर्जा दे रहे हैं?
-सच कहूं, तो करियर में दस-बारह साल तक मुझे सीरियल किसर की छवि से काफी फायदा हुआ। मैं उस इमेज को लेकर कोई शिकायत नहीं करना चाहूंगा। मैंने ही उस इमेज को प्रमोट करके पीआर के रूप में उसका इस्तेमाल किया। मगर फिर एक पॉइंट के बाद मुझे लगा, बस हो गया, मुझे उस काम को करके खुशी भी नहीं मिल रही थी। मैं कोई फिल्म साइन करता, मुझे रोल मिलता और फिर वही चीजें रिपीट करता था मैं। फिर 2013 में मैंने एक बहुत ही सख्त फैसला लिया कि मैं परफॉर्मेंस ओरिएंटेड भूमिका करूंगा। ये बात बहुत लोगों को हजम नहीं हुई, जैसा कि इंडस्ट्री में दस्तूर होता है कि आपकी जो इमेज चल निकलती है, उसे ही भुनाया जाता है। लेकिन मुझे दर्शकों के सामने कुछ नया पेश करना था। आप अगर मेरी फिल्मोग्राफी पर निगाह डालें, तो पाएंगे कि मैंने 2013 के बाद अपनी पिछली फिल्मों से काफी अलग तरह की फिल्में की हैं, तो आज आप अगर ‘टाइगर 3’ में मेरी परफॉर्मेंस की तारीफ सुन रहे हैं, तो वो मेरे बीते 8-10 सालों की मेहनत का नतीजा है।
इंडस्ट्री में दो दशक बिताने के बावजूद सुना है कि आपने अपने किरदार के लिए ऑडिशन दिया?
-मुझे ऑडिशन देने में कोई परहेज नहीं है। मैं जब फिल्म के निर्देशक मनीष शर्मा से पहली मीटिंग में मिला, तो वे बोले, तुम्हारा चेहरा काफी छोटा है, ये एक खलनायक की भूमिका है, तो तुम्हे ऐतराज न हो, तो लुक टेस्ट या एक सीन कर सकते हैं? मैंने कहा, मनीष बोल दे न कि ऑडिशन चाहिए। मैंने मनीष से साफ-साफ कहा कि उनकी क्लैरिटी के लिए उन्हें जो कुछ भी चाहिए, मैं करने को तैयार हूं। उन्होंने अगली दो-तीन मीटिंग में मुझे स्क्रिप्ट सुनाई। हमने एक -दूसरे को समझा और अंततः उन्होंने मुझसे कहा, मुझे ऑडिशन नहीं चाहिए।
सलमान खान जैसे एक्शन स्टार के सामने आपने एक्शन के लिए क्या तैयारी की?
-तैयारी तो बहुत की। हां, टी शर्ट नहीं उतारी। मनीष ऐसा निर्देशक है भी नहीं जो अचानक क्लाइमैक्स में टी शर्ट उतारने को कहे। सलमान बहुत बड़े एक्शन स्टार हैं और सालों से अपनी फिजीक पर काम करते आए हैं और जब मैं मनीष से मिला, तो मैं काफी पतला था। मनीष ने मुझे 6 महीने का समय दिया। मैं सलमान के साथ फ्रेम में फिट लगना चाहता था। मैं नहीं चाहता था कि मैं ऐसा लगूं कि सलमान मुझे फूंक मारे, तो मैं उड़ जाऊं। मैंने 6 महीने वर्कआउट करके अपनी बॉडी बनाई। जहां तक सलमान के साथ काम करने की बात है, तो हमारे बीच एक इक्वेशन है, जो काम में भी साकार हुई है।
दिवाली के मौके पर बॉक्स ऑफिस पर वर्ल्ड वाइड 400 करोड़ कमा कर आपकी फिल्म ‘टाइगर 3’ ने रेकॉर्ड बनाया है, कैसा महसूस हो रहा है?
-सौ के बाद मैंने बॉक्स ऑफिस की गिनती छोड़ दी थी। हमारे लिए तो अपने आप में ये बहुत बड़ा चैलेंज था कि हम इस फिल्म को संडे रिलीज करने वाले थे। आपके फ्राइडे-सैटरडे तो चले गए। आम तौर पर वीकेंड के इन दिनों में बॉक्स ऑफिस पर अच्छे कलेक्शन होते है। इस बार बहुत अजीब तारीखों पर फिल्म रिलीज हो रही थी। हम सभी डरे हुए थे कि दर्शक रविवार को कैसे आएंगे और किस तादाद में आएंगे? आपके पास दो दिन हैं और उसके बाद फिर वर्किंग डेज और और फिर वर्ल्ड कप, ऐसे तमाम हालात में ये 400 करोड़ के आंकड़े अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। टाइगर का बड़ा ब्रांड भी है, तो हम सभी उम्मीद कर रहे थे कि फिल्म चलेगी, मगर जितना प्यार मिला रहा है और जिस तरह मेरी परफॉर्मेंस की तारीफ हो रही है, वो अपने आप में बहुत ही खुशी की बात है।
आपकी फिल्म पर आपके बेटे अयान की क्या प्रतिक्रिया थी?
-मेरे बेटे ने फिल्म बहुत इंजॉय की। आम तौर पर वो मेरी फिल्में एक बार देखता है, मगर ये फिल्म उसने दो बार देखी। पहली बार उसने फिल्म यशराज में देखी, मगर उसने कहा कि वो एक बार और आईमैक्स में देखना चाहता है। उसने मुझसे कहा कि जिस तरह से हम हॉलिवुड की फिल्मों के मजे लेते हैं, उसी तरह उसने ये फिल्म इंजॉय की।
बेटे अयान को लेकर आप कैंसर जैसे मुश्किल वक्त से भी गुजरे, उस समय ने आपको कितना मजबूत बनाया?
-हमारे परिवार ने कभी ये सोचा तक नहीं था कि हमें ऐसा कुछ देखना पड़ेगा। 2014 में बिना किसी चेतावनी के हमारी जिंदगी में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने हमारे पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया। पूरे पांच साल तक हम कैंसर की जंग लड़ते रहे। आपका परिवार अगर ये तय कर ले कि आपको इस सिचुएशन से लड़ना है, तो आप लड़ पाते हो। इन सबसे बढ़कर जो लड़ाई अयान ने लड़ी, वह तो काबिले-तारीफ है। इस दौर से बाहर आने के बाद मैं मजबूत बना।
आज आपका करियर काफी चमक रहा है, मगर आपके लिए मुश्किल दौर कौन-सा था?
-जब आपकी फिल्में नहीं चलती, तब आप खुद से सवाल करने लगते हैं। अपनी चॉइसेज पर प्रश्नचिह्न लगा देते हैं। मुझे लगता है हर एक्टर के करियर में ऐसा दौर आता है, जब वो नाकामियों से गुजरता है। हर शुक्रवार को समीकरण बदल जाते हैं। फिल्म हिट होती है, तो लोग तारीफों के पुल बांध देते हैं। लेकिन जब फिल्म नहीं चलती, तो एक्टर को अकेलेपन से गुजरना पड़ता है। वो इम्तिहान होता है। मगर फिर ऐसे समय में दिमाग में एक ही बात रखनी पड़ती है कि भले आपकी फिल्म नहीं चली, मगर आपको खुद को री इंवेंट करना पड़ेगा।
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