*2 दिन में 20 घंटे पूछताछ, जांच एजेंसी बोली- स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने में लग रहा ज्यादा वक्त*
नेशनल हेराल्ड केस में बुधवार को लगातार तीसरे दिन राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ होगी। इससे पहले मंगलवार को राहुल गांधी ED अफसर ने पहले राउंड में राहुल से 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की।वहीं लंच ब्रेक के बाद करीब 6 घंटे तक सवालों की सिलसिला चलता रहा। राहुल को बुधवार को फिर पूछताछ के लिए एजेंसी के दफ्तर आने को कहा गया है। अधिक समय तक पूछताछ चलने को लेकर एजेंसी का कहना है कि राहुल के स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने में ज्यादा वक्त लग रहा है।
इससे पहले दूसरे दिन राहुल गांधी कार से जांच एजेंसी के ऑफिस पहुंचे थे। उनके साथ बहन प्रियंका गांधी भी थीं। राहुल को छोड़ने के बाद प्रियंका वहां से चली गईं। दोनों दिन कांग्रेस कार्यालय के बाहर हुए हंगामे के कारण वहां धारा 144 लागू कर दी है।राहुल के साथ पैदल मार्च करके जा रहे कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला को घसीटकर पुलिस ने वैन में बैठा लिया। मार्च में शामिल अन्य नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शन के दौरान उन्हें चोट आई है। पी चिदंबरम को भी पसली में चोट आई है।
*CM बघेल की पुलिस से झड़प बोले- आप सीएम को नहीं रोक सकते*
कांग्रेस कार्यालय के पास लगे बैरिकेड पर रोके जाने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दिल्ली पुलिस से झड़प हो गई। उन्होंने पुलिस से कहा- आप एक मुख्यमंत्री को नहीं रोक सकते हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया। इससे पहले राहुल अपने घर से प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। जहां कांग्रेस के तमाम नेताओं ने ओपन एरिया में बातचीत की। यहां से रणनीति तैयार होने के बाद राहुल ED दफ्तर के लिए रवाना हुए।
*दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष का हंगामा बोले- मुझे गोली मारो*
बैरिकेड पर रोके जाने के बाद दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने हंगामा किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की और जोर-जोर से चिल्लाने लगे कि गोली मारो मुझे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर वैन में बैठाया तो वे पुलिस और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
*ये नेता हिरासत में*
रणदीप सिंह सुरजेवाला, हरीश रावत, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अकबर रोड से हिरासत में ले लिया। इन्हें बद्रपुर थाने ले जाया गया। सोमवार को करीब एक हजार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिन्हें देर रात छोड़ दिया गया था।
*सरकार संपत्ति बेच रही, विरोध करने वालों की आवाज दबा रही: सुरजेवाला*
कांग्रेस कार्यालय में बैठक को संबोधित करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा- सरकार 70 साल में बनाई गईं संपत्तियों को बेच रही है। इसके विरोध में उठने वाली राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस डरने वाली नहीं है।
*पहले भ्रष्टाचार किया, अब ड्रामा कर रहे हैं: पात्रा*
राहुल की पेशी के विरोध में हो रहे कांग्रेस के प्रदर्शन पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- गांधी परिवार खुद को देश का प्रथम परिवार समझता है। राहुल खुद को राजकुमार समझते हैं। देश में ना कोई राजा है ना राजकुमार। हमारे प्रधानमंत्री भी खुद को प्रधान सेवक कहते हैं। सोनिया-राहुल ने पहले भ्रष्टाचार किया, अब ड्रामा कर रहे हैं।
*राहुल ने ED अफसरों से कहा था- रात में यहीं रोकने का इरादा है क्या?*
जांच एजेंसी ने सोमवार को राहुल गांधी से करीब 9 घंटे पूछताछ की थी। राहुल ने देर रात तक हो रही पूछताछ के दौरान ED के अफसर से कहा कि ‘क्या रात को यहीं रोकने का इरादा है। यदि ऐसा है, तो मैं डिनर के बाद आऊं।’
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान एजेंसी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखी। उनसे कुछ पेपर्स भी मांगे गए हैं। राहुल कई बार एजेंसी के सवाल का जवाब देने से बचते नजर आए। इसके चलते उन्हें मंगलवार को दोबारा बुलाया गया है।
*ED ने पूछा- 50 लाख के शेयर के लिए पैसे कैसे जुटाए?*
आपकी संपत्ति कहां-कहां है? क्या विदेश में कोई संपत्ति है? हां, तो कहां और कितनी है?
AJL में आपकी भूमिका क्या थी, यंग इंडिया से कैसे जुड़े?
यंग इंडिया के डायरेक्टर कैसे बने? कंपनी कब-कितने में बनाई?
क्या यंग इंडिया AJL का टेकओवर कर सकती है?
AJL की देनदारी खत्म करने के लिए जो पेमेंट हुई, वह किसके फैसले पर दी गई?
AJL के 50 लाख रुपए के जो शेयर आपने खरीदे, उसका पेमेंट कैसे किया गया था?
आपकी कितनी हिस्सेदारी थी? आपने अपने शेयर कैसे और कितने में खरीदे? इसके लिए पैसे कहां से जुटाए?
AJL की 90.9 करोड़ रुपए की देनदारी को टेकओवर के बाद माफ क्यों कर दिया गया?
शेयर अपने नाम से लिए, जबकि नेशनल हेराल्ड को कांग्रेस ने 90.9 करोड़ रु. दिए?
टेकओवर के लिए पुराने शेयर होल्डर्स की मीटिंग के मिनिट्स? अगर मीटिंग नहीं बुलाई गई थी, तो इसका कारण क्या था?
AJL को कांग्रेस पार्टी ने लोन क्यों दिया, जबकि वह एक डूबता हुआ जहाज था?
नेशनल हेराल्ड को पुनर्जीवित करने के पीछे क्या मकसद था?
*मां से मिलने गए थे राहुल*
इससे पहले सोमवार सुबह ED ने राहुल से करीब 3 घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे लंच ब्रेक हुआ। ED ने उन्हें लंच के लिए पूछा, लेकिन राहुल ने मना कर दिया। इसके बाद वे प्रियंका गांधी के साथ सीधे सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे। करीब 40 मिनट बाद राहुल वापस ED के दफ्तर लौटे। इसके बाद उनसे दोबारा पूछताछ शुरू हुई।
इधर, पार्टी प्रवक्ता और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री, पी.चिदंबरम के साथ पुलिस की धक्कामुक्की हुई, चश्मा जमीन पर फेंका, उनकी बाईं पसलियों में हेयरलाइन फ्रैक्चर है। सांसद प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंका गया। सिर में चोट और पसली में फ्रैक्चर है। क्या यह प्रजातंत्र है?
*हिरासत में लिए गए नेताओं से मिलने पहुंचीं प्रियंका*
पुलिस ने सोमवार को राहुल गांधी के साथ ED ऑफिस जा रहे नेताओं को हिरासत में ले लिया था। इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत कई नेता शामिल हैं। प्रियंका गांधी ने तुगलक रोड पुलिस स्टेशन पहुंचकर इन नेताओं से मुलाकात की थी।
सोमवार को प्रियंका गांधी के साथ तुगलक रोड थाने पहुंचे सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया। उन्होंने SHO को शिकायती पत्र भी दिया।
*राहुल को लेने उनके घर तक पहुंच गए थे पार्टी कार्यकर्ता*
*10.42 AM*: राहुल प्रियंका गांधी के साथ गाड़ियों में घर से कांग्रेस मुख्यालय के लिए निकले। इसके पहले पार्टी के कई बड़े कार्यकर्ता उनके घर पहुंच गए थे।
*10:49 AM*: राहुल ऑफिस मुख्यालय पहुंचे। यहां भारी तादाद में कांग्रेस कार्यकता मौजूद थे। यहां राहुल-प्रियंका ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की।
*10:58 AM*: ED दफ्तर के लिए निकले। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय से ED ऑफिस तक मार्च किया। राहुल के साथ गए नेताओं को पुलिस ने ED ऑफिस से एक किलोमीटर पहले ही रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर धरना दिया। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ, कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
*11:27 AM*: राहुल ED दफ्तर पहुंचे। जब उनसे पूछताछ की जा रही थी, तो दिल्ली पुलिस ने मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, दिग्विजय सिंह, दीपेंद्र हुड्डा, पवन खेड़ा, पीएल पूनिया, गौरव गोगोई, मीनाक्षी नटराजन सहित कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया। सेन्ट्रल दिल्ली से बस में बैठाकर इन नेताओं को दूर ले जाया गया। इधर, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने तुगलक रोड थाने के SHO को पत्र देकर पुलिस कर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
*कांग्रेस मुख्यालय से ED ऑफिस तक का रास्ता सील रहा*
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से ED ऑफिस तक का रास्ता सील कर दिया था। ED दफ्तर के पास थ्री-लेयर सुरक्षा घेरा है। पहले घेरे के पास ही पुलिस ने कांग्रेस का मार्च रोक लिया था। यहां कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इससे पहले सोमवार सुबह राहुल गांधी से जांच के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से हिरासत में ले लिया था।
*ED ने सोनिया को भी बुलाया*
ED ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले 8 जून को पूछताछ के लिए समन किया था, लेकिन 1 जून को वे कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं। इसी वजह से वे पेश नहीं हो पाईं। वहीं, रविवार को कोरोना के चलते सोनिया की तबीयत बिगड़ गई। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
सोमवार को हुए प्रदर्शन में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और मल्लिकार्जुन खड़गे भी राहुल गांधी के समर्थन में सड़क पर नजर आए।
*केस को ऐसे समझिए*
1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) बनाई थी। इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था। 26 फरवरी 2011 को AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई। जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी।
यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया गया।
राहुल गांधी पर ED की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन किया।
*55 करोड़ की हेराफेरी का है आरोप*
2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, इस केस में ED की एंट्री साल 2015 में हुई।
*केस में अब तक क्या-क्या हुआ*
1 नवंबर 2012 को दिल्ली कोर्ट में सुब्रमण्यम स्वामी ने केस दर्ज कराया, जिसमें सोनिया-राहुल के अलावा मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडिस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा आरोपी बनाए गए। ये सभी कांग्रेस से जुड़े हैं।
26 जून 2014 को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने सोनिया-राहुल समेत सभी आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया।
1 अगस्त 2014 के ED ने इस मामले में संज्ञान लिया और मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया।
मई 2019 में इस केस से जुड़ी 64 करोड़ की संपत्ति को ED ने जब्त किया।
19 दिसंबर 2015 को इस केस में सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को दिल्ली पटियाला कोर्ट ने जमानत दे दी।
9 सितंबर 2018 को दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में सोनिया और राहुल को करारा झटका दिया था। कोर्ट ने आयकर विभाग के नोटिस के खिलाफ याचिका खारिज कर दी थी।
कांग्रेस ने इसे सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी, लेकिन 4 दिसंबर 2018 को कोर्ट ने कहा कि आयकर की जांच जारी रहेगी। हालांकि, अगली सुनवाई तक कोई आदेश पारित नहीं होगा।
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