पोकरण/ जयपुर। पश्चिमी राजस्थान के तपते धोरों पर अब सौलर फोटोवोल्टिक पावर प्लांट से ऊर्जा के क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। अभावग्रस्त एवं पिछड़ा कहा जाने वाला जिला जैसलमेर अब रौशनी से सरोबार होगा। जिले के देवीकोट में 577 बीघा जमीन पर 150 मेगावाट सौलर फोटोवोल्टिक पावर प्लांट स्थापित होगा। राजस्थान सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि देवीकोट में स्थापित होने वाले पावर प्लांट से 150 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। इससे राज्य में रिन्युएबल एनर्जी का उत्पादन बढ़ेगा वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। क्षेत्र के लोगों को यहां विभिन्न ट्रेड में रोजगार मिल सकेंगे। सौलर प्लांट लगने से राजस्थान के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार जैसलमेर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे पहले बिजली की कमी थी, अन्य प्रदेशों से बिजली खरीदनी पड़ती थी, अन्य प्रदेशों पर ही निर्भर रहना पड़ता था। अब जैसलमेर-बाड़मेर में बिजली उत्पादन के बड़े-बड़े प्लांट लग रहे हैं। आने वाले समय में न केवल राजस्थान में बिजली की पूर्ति होगी बल्कि देश भर की खपत के लिए बिजली यहां से सप्लाई की जाएगी। अब बिजली के क्षेत्र में राजस्थान आत्मनिर्भर प्रदेश बनेगा।
-सौलर फोटोवोल्टिक पॉवर प्लांट से बनेगी बिजली;
देवीकोट में 150 मेगावाट का सौलर फोटोवोल्टिक पावर प्लांट की स्थापना होगी। इसके लिए राजस्थान सरकार ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक में 577 बीघा जमीन आवंटित करने की स्वीकृति दी है। अब यहां सौलर फोटोवोल्टिक पावर प्लांट लगने से स्थानीय लोगों को विभिन्न ट्रेड में रोजगार मिलेंगे, प्रदेश को राजस्व आय में बढ़ोतरी होगी। राजस्थान में रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन बढ़ेगा।
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