
भारत और केन्या के संयुक्त तत्वावधान में जज़्बात रूहानी एक ऐसा पटल जो काव्य और कहानी जगत की नई प्रतिभाओं को अपनी पहचान बनाने का मौका देता है ,ओपन माइक्स के जरिये। साथ ही हर हफ्ते रूबरू करवाता है ऐसी विलक्षण विभूतियों से जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से समाज में अपनी एक विशेष पहचान बनाई।
इसी कड़ी में 12मई की शाम जज़्बातों के सफर के उनके कार्यक्रम में रूबरू हुए वरिष्ष्ठ अभिनेता श्री अखिलेन्द्र मिश्र जी। अखिलेंद्र मिश्र , चंद्रकांता टीवी सीरियल में निभाए उनके किरदार क्रूर सिंह की वजह से बहुत अधिक याद किए जाते हैं। उन्होंने अपने जीवन के खट्टे मीठे अनुभव बड़े ही सहज तरीके से सबके साथ बाँटे। साथ ही उन्होंने अपनी पुस्तक अखिलामृतम की कई कविताये भी सुनाई। साथ ही क्रूर सिंह के चरित्र पर भी विस्तार से चर्चा की। दर्शकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी उन्होंने दिए।
कार्यक्रम में कवि,अभिनेता एवं फिल्म निर्माता रवि यादव ने भी शिरकत की और अखिलेन्द्र मिश्र की पुस्तक और जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में जर्मनी, क़तर, अमेरिका ,दुबई ,युगांडा, तंज़ानिया केन्या और भारत समेत देश-विदेश से बहुत लोग जुड़े । कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन केन्या से आर जे मनीषा कंठालिया ने किया।
कार्यक्रम में अखिलेंद्र मिश्र ने नई पीढ़ी को सन्देश देते हुए कहा कि वे जो भी काम करें दृढ संकल्प के साथ करें। अगर आप मंज़िल को पाना चाहते हैं तो आगे बढ़ने के बाद कदम पीछे न खींचे, अगर लौट आने का रास्ता पता हो तो मंज़िल कभी नहीं मिलेगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने ये भी कहा कि गरीबी और कमी इंसान की सबसे बड़ी गुरु है। इसलिए कभी भी जीवन में किसी कमी पर दुखी होने के बजाय उन परिस्तिथियों को बदलने के बारे में सोचना चाहिए।
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