बीकानेर।कोरोना काल के दौरान कोरोना ड्यूटी में शिक्षकों ने बढ़ चढ़ कर कार्य किया हैै। शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने कहा है दुःखद है कि इस राष्ट्र सेवा के कार्य के दौरान कुछ शिक्षकों की कोरोना से मृत्यु हो गई जो निःसंदेह अपूरणीय क्षति है। विभाग ऐसे समर्पित लोक सेवकों के परिवार के साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 ड्यूटी के दौरान हुए संक्रमण के कारण मृत राज्य कर्मचारी के आश्रितों को अनुग्रह राशि के यथाशीघ्र भुगतान के लिए प्रकरणों का एकत्रण और निस्तारण जारी है अब तक राज्यभर में 125 से अधिक ऐसे प्रकरण विभाग में चिन्हित कर लिए गए हैं। सभी प्रकरण विशेष वाहक द्वारा विभाग में मंगाए जा रहे हैं। निदेशालय स्तर से ऐसे प्रत्येक प्रकरण के यथाशीघ्र निस्तारण के लिए सीधे आधिकारिक स्तर से कार्यवाही की जा रही है ताकि उनके परिवारजनो को स्वयं किसी भी प्रकार का कष्ट ना हो। ऐसे मृतक के आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने हेतु एवं उनके पेंशन प्रकरण निस्तारण हेतु राज्य स्तर से प्रतिदिन की मॉनिटरिंग जारी है।
उन्होंने बताया कि भविष्य में विभाग में कोई जन हानि ना हो इस हेतु प्रत्येक जिला कलेक्टर से समन्वय करते हुए कोविड 19 के वैक्सीनेशन के लिए स्थान निर्दिष्ट किए जा रहे है। साथ ही राज्य के सभी 33 जिलों में माध्यमिक शिक्षा के ऐसे कर्मचारी जो अभी भी प्रथम डोज या द्वितीय डोज से वंचित है उनकी सूचना प्रत्येक जिला कलेक्टर को सौंपकर टीकाकरण कार्य सम्पादित करवाया जा रहा है।
निदेशक ने शिक्षकों के साथ खड़े होने की बात करते हुए कहा कि मृत्यु सदैव एक अपूरणीय क्षति है परन्तु इस संवेदनशील घड़ी में सरकार मृतक कर्मचारी के परिवार के साथ है।
कोरोना काल में शिक्षकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है शिक्षा विभाग :: माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी

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