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रूसोयूक्रेन युद्ध विभीषिका को देखते हुए भारतीय सेना को तैयार रखने के उद्देश्य से महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में इंटीग्रेटेड युद्ध फायर पॉवर अभ्यास शत्रुनाश संपन्न

REPORT BY DR MUDITA POPLI

बीकानेर | एशिया की महाजन फायरिंग रेंज में सेना का  इंटीग्रेटेड युद्ध अभ्यास फायर पॉवर में थर्राई धरती। 
इस तीन दिवसीय इंटीग्रेटेड युद्ध अभ्यास फायर पॉवर ऑपरेशन शत्रुनाश  में आर्मी और एयर फोर्स  ने संयुक्त रूप से दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को ध्वस्त कर अपनी ताकत को परखा। सप्त शक्ति कमान के तहत  होने वाले इस युद्धाभ्यास में सेना की  मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री, इंजीनियरिंग कोर सहित सभी यूनिट्स  ने अपना कौशल  दिखाया। 
रूस और यूक्रेन युद्ध विभीषिका को देखते हुए भारतीय सेना को समुद्र, वायु और धरती तीनों पर  तैयार रखने के उद्देश्य से ये ज्वाइंट वेंचर आयोजित किया गया।युद्धाभ्यास में एयरफोर्स के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ने 1500 किलो  तक का भार उठाकर अपनी क्षमता का परिचय दिया।वही 72 घंटों तक कार्य करने की क्षमता वाले चेतक हेलीकॉप्टर ने अपना कमाल दिखाया।
राजस्थान के थार मरुस्थल में मौजूद भारतीय सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के अंतर्गत, सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने दुर्गम संयुक्त  फायर पावर  का परिचय देते हुए अभ्यास ‘शत्रुनाश’ को अंजाम दिया I इस एकीकृत सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना के साथ-साथ वायुसेना भी शामिल थी, जिसमें जमीनी और हवाई दस्तों का इस्तेमाल करते हुए एकजुट तरीके से विभिन्न फायरिंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग किया गया I
आज के आधुनिक समय में मौजूद नवीन तकनीकों को मद्देनजर रखकर व्यापक और उभरते खतरों को दूर करने के लिए सेना द्वारा इस अभ्यास में अलग-अलग गतिविधियों को दर्शाया गया जिसमें दुश्मन के इलाके में स्पेशल फोर्स गुप्त रूप से घुसकर आक्रामक जमीनी कार्यवाही करता है  I साथ ही लड़ाई के हालत और युद्ध की गतिविधियों को सभी दस्तों के साथ साझा करने का अभ्यास भी किया गया I
इस सैन्य अभ्यास के दौरान संयुक्त दस्तों और उपकरणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया,  जिसमें            भीष्मा (T-90टैंक), अजेया (T-72टैंक) ,K9 वज्र और शरंग  आर्टी गन  स्पेशल फोर्स  भारतीय वायु सेना के आधुनिक फाइटर जेट्स और आर्मी एविएशन के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (रुद्रा) भी शामिल हुएIअभ्यास में एयरफोर्स के रौद्र और अपाचे ने अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन कर दुश्मन के इरादों को नेस्तनाबूद किया।
सैनिकों के आला दर्जे के प्रशिक्षण और तालमेल की सराहना करते हुए जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, सप्त शक्ति कमान, लेफ्टिनेंट जनरल ए एस भिंडर   ने विभिन्न कॉम्बैट और कॉम्बैट सपोर्ट दस्तों को शाबाशी दी I उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत’ या ‘मेक इन इंडिया’ के तहत शामिल की गई स्वदेशी प्लेटफॉर्म्स और उपकरणों की भी सराहना कीI इसके अलावा जी ओ सी इन सी  ने भविष्य में बदलते हुए हालात को मद्देनजर रखते  युद्ध को सुचारू रूप से लड़ने के लिए खुद की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ संयुक्त युद्ध अभ्यास में महारत हासिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया Iजी ओ सी इन सी ने सभी प्रतिभागियों को उच्च स्तर का प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी और बेहतर ऑपरेशनल तैयारियों की दिशा में प्रयास करने का आवाहन किया।
साथ ही दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर सटीक निशानेबाजी और उन्हें घेरकर मारने का अभ्यास किया गया। वायुसेना के लड़ाकू  विमान और हेलीकॉप्टरो ने  भी अपना  कमाल दिखाया।  युद्धाभ्यास में भाग लेने वाले सभी हथियारों का डिस्प्ले भी किया गया।डिस्प्ले के दौरान भारत निर्मित हथियारों के प्रदर्शन में मेजर संदीप कुमार, हवलदार हारा और मेजर समीर ने बताया कि मेक इन इंडिया’ यानी आत्मनिर्भर भारत के तहत शामिल ये हथियार भारत को सैन्य क्षेत्र में स्वावलंबी बना रहे हैं।ये युद्धाभ्यास भारत को युद्ध के लिए तैयार करने के  साथ शांति, समृद्धि और विकास के लिए प्रतिस्थापित करता है।

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Dr Mudita Popli

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