कला संस्कृति को सदैव ही संरक्षित रखने वाले बीकानेर में आज महारानी सुदर्शना कला दीर्घा में अंतर्राष्ट्रीय कला दिवस के उपलक्ष्य में आर्ट एन स्पेस के संस्थापक श्री कैलाश कुमार गहलोत के हस्तनिर्मित की एकल प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का उद्घाटन जयपुर से पधारे भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ प्रभारी श्री मनीष पारीक के
कर कमलों से हुआ। मनीष जी ने कैलाश गहलोत के बनाये हस्तचित्रों का अवलोकन कर भूरि-भूरि
प्रशंसा करते हुए कहा कि अब शांति के सफेद कबूतर उड़ाने के स्थान पर शांति स्वरूप स्वास्तिक
स्थापित किया जायेगा।
जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक हरिशंकर जी ने बताया कि कैलाश गहलोत जैसे मौन साधक
सदैव समाज हित में कार्यरत रहते है. इसके लिए वे कलात्मकता का पथ चुमते है तथा वरिष्ठ भाजपा
नेता श्रीमान गोकुल जोशी, भुषण जोशी, चंद्र दीप हाडा, बीकानेर नगर निगम के उप महापौर श्री राजेन्द्र
पंवार, जेठानंद व्यारा ने भी अपने-अपने विचार रखें। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित श्रीमान् महावीर स्वामी भी इन चित्रों को देखकर आश्चर्यचकित रह गये। कैलाश गहलोत के चित्रों में आध्यात्मिकता, नारी-संघर्ष आंतकवाद, पर्यावरण, आदि गिन्न- भिन्न कलाओं से संबंधित 64 चित्रो को प्रदर्शित किये गये।
कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार, समाजसेविका श्रीमति सुधा आचार्य ने किया तथा अपनी बात रखते हुए कैलाश गहलोत के कला संसार की प्रशंसा की व कहा कि कैलाश जैसे व्यक्ति सीमित संसाधनों के बावजूद राष्ट्रीय हित में सदैव तत्पर रहते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीमान् अखिलेश प्रताप ने की उन्होंने कहा कि बीकानेर में कैलाश गहलोत किसी एकलव्य से कम नहीं हैं। जिन्होनें लम्बी साधना की तथा इसी का परिणाम है कि आज समाज व बीकानेर संभाग के लोग इनके चित्रों की कला को देख पा रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ० शिव शंकर स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी जी का तैलीय चित्र मुख्य अतिथि को भेंट किया व साथ ही एक छुपी हुई प्रतिमा कैलाश गहलोत का परिचय करवाया।
कार्यक्रम में मातृशक्ति तुलसी देवी, यसोदा देवी, लीला देवी, उर्मिला, पूजा, शिवागी सहित अनेक बहनों के साथ सन्नू हर्ष, योगेन्द्र पुरोहित, कला श्री अरविन्द राठौड़, शिव कुमार, सुरेश कुमार, बजरंग लाल, अशोक, गर्विता गिरीशा टीना यादव, राजकुमार खड़गावत, प्रमोद गहलोत, सागर मल अशोक कुमार कच्छावा (जौहरी), कैलाश, आसुराम कच्छावा, शिखर चंद डागा, लालचंद गहलोत, सांगीलाल, आदि उपस्थित थे।

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