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नए संसद भवन के अंदर का वीडियो जारी, वीडियो में दिखी लोकसभा और राज्यसभा की भव्यता, देखें वीडियो


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण से दो दिन पहले सरकार ने संसद का पहला वीडियो जारी किया है। जारी वीडियो में नए संसद की भव्यता और सौंदर्य दिख रहा है।
भारत सरकार द्वारा जारी 1.48 सेकंड की वीडियो में संसद के सभी क्षेत्रों को दिखाया गया है। वीडियो की शुरुआत संसद के शीर्ष पर स्थापित अशोक स्तंभ से की गई है। इसके बाद सत्यमेव जयते अंकित भवन दिखाया जाता है। वीडियो में भवन के बाद संसद का एरियल दृश्य दिखता है। इसमें साथ में पुरानी संसद भवन भी दिखती है।
ऐसा है लोकसभा और राज्यसभा
वीडियो में एरियल व्यू के बाद लोकसभा दिखाया जाता है, जिसकी भव्यता देख नजरें एक बार ठहर जाती है। हरे रंग का बैकग्राउंड और इंटीरियर हो या फिर सुनहरे रंग की दीवार, नजरें जहां पड़ रहीं हैं वहीं थम सी जाती है। लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के ऊपर अशोक चक्र स्थापित किया गया है। मोर के पंख की आकृति लोकसभा भवन की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। वहीं लाल रंग के बैकग्राउंड और इंटीरियर से बने राज्यसभा की भव्यता भी अपने आप में अनूठी है।
पीएम मोदी ने किया था निरीक्षण
इसी साल मार्च महीने के अंत में पीएम मोदी नए संसद भवन के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। पीएम ने यहां कई कामों का निरीक्षण किया था। उन्होंने वहां मौजूद कारीगरों और मजदूरों से भी बात की थी। पीएम ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को भी देखा था। उन्होंने यहां इस दौरान एक घंटे बिताया था।
पीएम मोदी करेंगे मजदूरों को सम्मान
गृहमंत्री अमित शाह ने 24 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। उन्होंने कहा था कि नया संसद भवन हमारे इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का सुंदर प्रयास है। नई संरचना को रिकॉर्ड समय में पूरा करने में 60 हजार श्रम योगियों ने अपना योगदान दिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह में उनका सम्मान करेंगे। इस अवसर पर एक एतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित हो रही है। 28 मई को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी संसद के नए भवन को देश को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री के दूरदर्शिता का प्रमाण नया संसद भवन है। आजादी के अमृत महोत्सव में पीएम ने जो लक्ष्य तय किए थे, उनमें से एक लक्ष्य था हमारी एतिहासिक परंपराओं का सम्मान और पुनर्जागरण।
संसद भवन में रखा जाएगा सेंगोल
अमित शाह ने कहा कि नए भवन में सेंगोल रखा जाएगा। सेंगोल अंग्रेजों से सत्ता मिलने का प्रतीक है। शाह ने बताया कि सेंगोल जिसे प्राप्त होता है, उससे उम्मीद की जाती है कि न्यायपूर्ण और निष्पक्ष शासन की अपेक्षा की जाती है। सेंगोल की स्थापना के लिए देश का संसद भवन अधिक उपयुक्त स्थान है, ससंद से अधिक उपयुक्त, पवित्र और उचित स्थान कोई नहीं हो सकता। सेंगोल को किसी संग्राहलय में रखना अनुचित है। इसलिए पीएम मोदी जब संसद भवन देश को समर्पित करेंगे तब उन्हें तमिलनाडु से आया सेंगोल प्रदान किया जाएगा।

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