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G20 नेताओं को पश्मीना से कन्नौज इत्र तक हैंडमेड गिफ्ट:PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो

G20 नेताओं को पश्मीना से कन्नौज इत्र तक हैंडमेड गिफ्ट:PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो

नई दिल्ली

  • PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो|देश,National - Dainik Bhaskar0:47PM मोदी ने शीशम की लकड़ी से बनाए गए संदूक को गिफ्ट किया।
  • PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो|देश,National - Dainik BhaskarPM की तरफ से G20 नेताओं को कश्मीरी केसर भी दिया गया है। केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला है।
  • PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो|देश,National - Dainik Bhaskarदार्जिलिंग चाय दुनिया की सबसे कीमती चाय है। इसे 3000-5000 फीट की ऊंचाई पर तैयार किया जाता है।
  • PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो|देश,National - Dainik Bhaskarउत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में सबसे अच्छा जिगराना इत्र मिलता है।
  • PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो|देश,National - Dainik Bhaskarइस स्कार्फ को कपास, रेशम, जूट या ऊन से बनाया जाता है।
  • PM मोदी ने खास ख्याल रखा कि इनमें भारतीय संस्कृति की छाप हो|देश,National - Dainik BhaskarPM मोदी ने 26 जुलाई 2023 को विशेष G20 डाक टिकट और सिक्के जारी किए थे।

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G20 समिट में दुनियाभर से आए नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीरी पश्मीना से लेकर कन्नौज में बनने वाला जिगराना इत्र तक अनेक शानदार गिफ्ट दिए। तोहफे देते समय इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि सभी गिफ्ट्स भारत की संस्कृति को दर्शाते हों।

ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा की पत्नी रोजांगेला को कश्मीरी पश्मीना शॉल दिया गया। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की पत्नी को युको को कांजीवरम की सिल्क साड़ी भेंट की गई। इसके अलावा कई और तोहफे दिए गए। हालांकि, सरकार ने ये क्लियर नहीं किया कि बाकी नेताओं को कौन से तोहफे दिए गए है।

अब तस्वीरों के जरिए समझिए G20 नेताओं को क्या खास गिफ्ट दिए गए …

1. पीतल की पट्टी के साथ शीशम की लकड़ी का संदूक

PM मोदी ने शीशम की लकड़ी से बनाए गए संदूक को गिफ्ट किया। इस पर पीतल की पट्टी लगाई गई थी। संदूक भारत की संस्कृति और लोक कथाओं में एक विशेष स्थान रखता है। पहले इसका इस्तेमाल खजाना रखने के लिए होता था।

2. दुनिया का सबसे महंगा मसाला केसर

PM की तरफ से G20 नेताओं को कश्मीरी केसर भी दिया गया है। केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला है। इसे फारसी में जाफरान के नाम से भी जाना जाता है। केसर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।

3. दुनिया की सबसे कीमती दार्जिलिंग और नीलगिरि चाय

दार्जिलिंग चाय दुनिया की सबसे कीमती चाय है। इसे 3000-5000 फीट की ऊंचाई पर तैयार किया जाता है। वहीं, नीलगिरि चाय की खेती दक्षिण भारत में होती है। इसे 1000-3000 फीट की ऊंचाई पर उगाया जाता है।

4. जिगराना भारत का सबसे मशहूर इत्र

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में सबसे अच्छा जिगराना इत्र मिलता है। इसे सदियों पुरानी परंपरा के हिसाब से तैयार किया जाता है। कारीगर इस इत्र को चमेली और गुलाब जैसे फूलों से तैयार करते हैं।

5. खादी का स्कार्फ

इस स्कार्फ को कपास, रेशम, जूट या ऊन से बनाया जाता है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सबसे महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक खादी भी है। महात्मा गांधी ने भारतवासियों को वेस्टर्न कपड़ों को छोड़कर खादी के इस्तेमाल की लिए प्रेरित किया था।

6. PM मोदी की तरफ से जारी किए गए कॉइन-बॉक्स​

PM मोदी ने 26 जुलाई 2023 को विशेष G20 डाक टिकट और सिक्के जारी किए थे। इसे भारत की G20 अध्यक्षता के उपलक्ष्य में किया गया था। इनके डिजाइन भारत के G20 लोगो और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की थीम पर हैं।

7. दुनिया के सबसे बड़े सदाबहार वन का शहद

PM मोदी ने मेहमानों को गिफ्ट में सुंदरबन का शहद भी दिया है। बता दें कि सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा सदाबहार वन है। यहां जंगली मधुमक्खियां होती हैं।सुंदरबन का शहद 100 फीसदी शुद्ध होने के साथ ही बहुत स्वादिष्ट होता है। इसमें फ्लेवोनोइड्स की मात्रा अधिक होती है। ये शहद सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है।

8. दुनिया का सबसे फेमस कश्मीरी पश्मीना शॉल

कश्मीरी पश्मीना शॉल पूरी दुनिया में अपनी शानदार फैब्रिक के लिए फेमस है। इस शॉल को बेहद रेयर फैब्रिक से बनाया जाता है। यह ऊन चांगथांगी भेड़ से मिलता है। इसके लिए भेड़ के बालों की कटाई नहीं की जाती। उसे कंधी किया जाता है। चांगथांगी भेड़ सिर्फ 14,000 फीट की ऊंचाई पर पाई जाती है। पश्मीना शॉल को कुशल कारीगर सदियों पुरानी प्रक्रियाओं से तैयार करते हैं। इसे पूरी तरह हाथ से बनाया जाता है।

9. आंध्र प्रदेश में उगाई जाने वाली अराकू कॉफी

अराकू कॉफी दुनिया की पहली टेरेइर मैप्ड कॉफी है। यह आंध्र प्रदेश की अराकू घाटी में जैविक बागानों में उगाई जाती है। इसकी खेती बिना रसायनों के इस्तेमाल से की जाती है। अराकू कॉफी की सुगंध बेहद खास होती है। यह अपने स्वाद के लिए फेमस है।

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