RPSC ने रोकी 50 अभ्यर्थियों की नियुक्ति अनुशंषा:छात्र बोले- सीनियॉरिटी में पिछड़ जाएंगे; काउंसिल करवा दें, जांच होती रहेगी
राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (आरपीएसी) ने स्कूल लेक्चर हिंदी के लिए बाड़मेर-जालोर से अंतिम रूप से चयनित व मेरिट में शामिल 50 अभ्यार्थियों की नियुक्ति अनुशंषा रोक दी है। दोनों जिलों के इन अभ्यार्थियों को अंतिम 100 स्टूडेंट्स में चयन होने पर संदेह के आधार पर नियुक्त से रोक दिया गया है।
शुक्रवार को बाड़मेर के 21 अभ्यार्थियों ने एडीएम को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। कहा कि नियुक्ति अनुशंषा करवाई जाए। आरपीएससी 2 जनवरी से नियुक्ति अनुशंषा करवा रही है। इसमें हम शामिल नहीं हुए तो सीनियॉरिटी से पिछड़ जाएंगे। हमारी काउंसलिंग करवा दें, इसके बाद जांच करवा लें।
एडीएम को ज्ञापन सौंपकर अभ्यर्थी ने नियुक्ति अनुशंषा में शामिल करने की मांग की है।
दरअसल, राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से व्याख्याता भर्ती 2022 निकाली गई थी। आयोग ने स्कूल लेक्चरर हिंदी की विचारित सूची 14 जून 2023 को जारी की थी। इसके बाद इन अभ्यार्थियों की काउंसिलिंग कराई और 31 अक्टूबर को अंतिम परिणाम जारी कर दिया।
कुल 1458 अभ्यार्थियों को मुख्य मेरिट सूची में शामिल किया गया। इनमें प्रदेश के अन्य जिलों के साथ बाड़मेर व जालोर के 48 अभ्यर्थी शामिल थे। दोनों ही जिलों में इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट के पहले 100 स्टूडेंट्स में शामिल होने पर आयोग को मामले में कुछ गड़बड़ी की आशंका लगी। इसके बाद नियुक्ति अनुशंषा पर रोक लगा दी गई।
अभ्यर्थी बोले- हमें बाड़मेर निवासी होने और टॉपर आने की सजा मिल रही है।
शुक्रवार को बाड़मेर जिले के अभ्यर्थी जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां पर सीएम के नाम का ज्ञापन बाड़मेर एडीएम को दिया। अभ्यर्थी का कहना है कि काउंसिलिंग से कुछ दिन पहले रोक लगाने के पीछे कोई साजिश है। हम लोगों को इस बात की सजा मिल रही है कि हम बाड़मेर के निवासी है और टॉपर 100 में हमारा चयन हुआ है।
हमारे पास मैसेज आया है कि व्यक्तिगत सुनवाई के लिए आयोग पहुंचाना है। हम आयोग की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमें नियुक्ति अनुशंषा में शामिल कर लिया जाए।
अभ्यर्थी बोले- हमें नियुक्ति अनुशंषा में शामिल किया जाए, नियुक्ति जांच के बाद दे दी जाए।
1458 में से 1408 की अनुशंषा
अभ्यार्थियों का आरोप है कि आयोग ने 1458 में से 50 अभ्यार्थियों को छोड़कर शेष 1408 की नियुक्ति अनुशंसा शिक्षा निदेशालय बीकानेर को काउंसिलिंग के लिए भेज दी है। निदेशालय ने 1408 अभ्यार्थियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इधर, उन 50 अभ्यार्थियों के पास आयोग का मैसेज पहुंचा कि उन्हें व्यक्तिगत सुनवाई के लिए आयोग पहुंचना है।
अभ्यर्थी बोले- सीनियॉरिटी से पिछड़ जाएंगे
प्रभावित अभ्यार्थियो का कहना है कि आयोग की ओर से कराई गई काउंसिलिंग में उन्होंने अपने दस्तावेज दिखा दिए। सभी चीजें ओके होने पर ही आयोग ने उन्हें सिलेक्ट किया है। अब यदि उनकी अनुशंषा देरी से आएगी, तो वे सीनियॉरिटी से पिछड़ जाएंगे। इसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ेगा।
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